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पटना संग्रहालय में मुख्यमंत्री ने किया गंगा गैलरी, पाटली गैलरी और प्रेक्षा गृह का उद्घाटन

पटना संग्रहालय में मुख्यमंत्री ने किया गंगा गैलरी, पाटली गैलरी और प्रेक्षा गृह का उद्घाटन

  • बिहार संग्रहालय और निर्माणाधीन टनल का भी किया निरीक्षण, कार्य शीघ्र पूर्ण करने का निर्देश
पटना, 27 जुलाई 2025 — मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने शनिवार को ऐतिहासिक पटना संग्रहालय के नवनिर्मित गंगा गैलरी, पाटली गैलरी और प्रेक्षा गृह का विधिवत उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने षिलापट्ट अनावरण और फीता काटकर इन नए भवनों का लोकार्पण किया। उद्घाटन के उपरांत मुख्यमंत्री ने संग्रहालय परिसर का भ्रमण किया और गैलरी में प्रदर्शित ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक विरासत का सूक्ष्म अवलोकन किया।

मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा, “पटना संग्रहालय का उन्नयन और विस्तार कार्य अत्यंत सराहनीय ढंग से किया गया है। इसका उद्देश्य न केवल बिहार की ऐतिहासिक धरोहरों को संरक्षित करना है, बल्कि उन्हें अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुसार प्रस्तुत करना भी है।” उन्होंने यह भी कहा कि गंगा गैलरी, पाटली गैलरी एवं प्रेक्षा गृह की रचना अत्यंत भव्य एवं ज्ञानवर्धक है, जिससे लोगों को बिहार की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक विरासत की विशेष जानकारी प्राप्त होगी।
ऐतिहासिक पृष्ठभूमि
ज्ञातव्य है कि पटना संग्रहालय की स्थापना वर्ष 1915 में की गई थी और 1929 में इसे जनता के लिए खोला गया। यह संग्रहालय इंडो-सारसेनिक शैली में निर्मित है, जिसमें राजपुताना और मुगल वास्तुकला का संगम देखा जा सकता है। संग्रहालय में पहले 60,000 से अधिक कलाकृतियाँ थीं, जिनमें से 28,470 बिहार संग्रहालय को स्थानांतरित कर दी गई हैं। वर्तमान में यहाँ प्राचीन मूर्तियाँ, शस्त्र, तैल चित्र, पटना कलम, डेनियल प्रिंट, राहुल सांकृत्यायन कृतियाँ, डॉ. राजेन्द्र प्रसाद का संग्रह और हजारों पुरावशेषों का संरक्षण किया गया है।

नव-निर्मित गैलरियों की विशेषताएँ

नवविकसित भवन को तीन खंडों में विभाजित किया गया है — 

  • दक्षिणी ब्लॉक, उत्तरी ब्लॉक और केंद्रीय प्रदर्शनी खंड। गंगा और पाटली गैलरी को आधुनिक तकनीक और सांस्कृतिक समृद्धि के प्रतीक रूप में विकसित किया गया है:
  • गंगा गैलरी में गंगा नदी की उत्पत्ति से लेकर उसकी सांस्कृतिक यात्रा को दर्शाया गया है। इसमें करुष से अंग तक गंगा की 376 किमी की यात्रा, झिझिया, बिदेसिया, मधुबनी, मंजूषा कला और 20 करोड़ वर्ष पुराना 53 फीट लंबा जीवाश्म वृक्ष दर्शकों को आकर्षित करता है।
  • पाटली गैलरी मगध साम्राज्य की उत्पत्ति और विस्तार को दर्शाती है, जिसमें मौर्य काल की वैभवशाली राजधानी पाटलिपुत्र, चाणक्य का एआई आधारित होलोग्राफिक प्रक्षेपण, मेगस्थनीज और फाह्यान के उद्धरण और पुरातात्विक मॉडल प्रमुख हैं।


प्रेक्षा गृह में 105 लोगों की बैठने की क्षमता है, जहां सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ और शैक्षणिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।

बौद्ध एवं हिन्दू मूर्ति वाटिकाएँ

संग्रहालय परिसर में बौद्ध और हिन्दू धर्म पर आधारित दो मूर्ति वाटिकाओं का भी निर्माण किया गया है। बौद्ध वाटिका में तथागत बुद्ध की विविध मुद्राओं वाली मूर्तियाँ तथा वज्रयान कला का समावेश है, वहीं हिन्दू वर्ग में वैष्णव, शैव, शक्त, सूर्य आदि उपवर्गों की मूर्तियाँ शामिल हैं।

परियोजना का दूसरा चरण
परियोजना के दूसरे चरण में पुराने संग्रहालय भवन का संरक्षण और उसमें 9 दीर्घाओं का विकास किया जा रहा है, जिसमें हथियार गैलरी, प्राकृतिक इतिहास, बच्चों की गैलरी, डॉ. राजेन्द्र प्रसाद संग्रह, समकालीन कला और महापंडित राहुल सांकृत्यायन की धरोहर शामिल है।

टनल निर्माण का निरीक्षण


उद्घाटन के उपरांत मुख्यमंत्री ने बिहार संग्रहालय का दौरा किया और पटना संग्रहालय को बिहार संग्रहालय से जोड़ने वाली निर्माणाधीन टनल का निरीक्षण किया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि टनल का कार्य शीघ्र पूरा किया जाए ताकि पर्यटक दोनों संग्रहालयों का सहजता से भ्रमण कर सकें। मुख्यमंत्री ने कहा कि टनल का निर्माण इस प्रकार हो कि उसमें इलेक्ट्रिक वाहन के साथ-साथ पैदल चलने वालों की सुविधा भी सुनिश्चित हो।

मुख्यमंत्री ने नेहरू पथ के पार एक नया पार्क और ऊपरी पुल के शीघ्र निर्माण के निर्देश भी दिए, जिससे संग्रहालय क्षेत्र को पर्यटन के प्रमुख केंद्र के रूप में विकसित किया जा सके।

कार्यक्रम में उपस्थित गणमान्यजन


इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री श्री सम्राट चौधरी, जल संसाधन मंत्री श्री विजय कुमार चौधरी, भवन निर्माण मंत्री श्री जयंत राज, बिहार विधानसभा के उपाध्यक्ष श्री नरेंद्र नारायण यादव, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री दीपक कुमार, विकास आयुक्त श्री प्रत्यय अमृत, पटना प्रमंडल आयुक्त डॉ. चंद्रशेखर सिंह, संग्रहालय निदेशक श्रीमती रचना पाटिल, पटना जिलाधिकारी डॉ. त्यागराज एसएम, वरीय पुलिस अधीक्षक श्री कार्तिकेय के. शर्मा समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारी व जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।

— संवाददाता, दिव्य रश्मि न्यूज़
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