सच्चा साथी
ऐ मेरे दोस्त , यों कतराओ नहीं,जिस दिन तुम मुझे खोवोगे।
मैं जानता हूँ, और कोई नहीं,
उस दिन, ज्यादा तुमहीं रोवोगे।।
समाज नें नालायक समझ पहले ही ठुकरा दिया था।
अपनों ने तो मुझे घर से भगा दिया था।।
चलते राह अजनबी सा तब तुम मिल गये थे।
नजरें मिली और चेहरे खिल गये थे।।
तुमने मुझे नयी राह दिखलाई।
अपना साथ देकर मेरी हौसला बढ़ाई।।
कुछ वादे कुछ कसमें,
हम दोनों ने फिर खायी।
अब अपना जीवन पथ एक हो गया,
अब जिंदगी दोनों की नहीं रही परायी।।
कुछ दूर साथ चलकर फिर ये कतराना।
आंखें बंद करना और नजरें चुराना।।
मेरे दिल को तनिक नहीं भा रहा है।
लगता है दिल पर कोई नस्तर चला रहा है।।
तुम्हारी यह हरकत मेरा प्राण लेगा।
ऐसा करके कहो तुम्हें क्या मिलेगा।।
अगर मैं चला गया तो,
तुम बहुत पछताओगे।
रोवोगे, सिर धुनोगे, खोजोगे,
पर मुझको कभी वापस नहीं पावोगे।।
जिंदा रहते जो साथी और हमसफ़र का,
कद्र नहीं करता है।
ऐसे दोस्तों को अपने दोस्त के चले जाने पर,
जीवन भर केवल रोना और पछताना पड़ता है।।
चार दिन की जिंदगी है,
आगे बढ़ कर आओ फिर से गले लगा लो।
दोस्ती से बड़ा कोई रिश्ता होता नहीं,
मुझसे यों कतराने वाले, मुझे सच्चा साथी बना लो।।
जय प्रकाश कुंवर
हमारे खबरों को शेयर करना न भूलें| हमारे यूटूब चैनल से अवश्य जुड़ें https://www.youtube.com/divyarashminews #Divya Rashmi News, #दिव्य रश्मि न्यूज़ https://www.facebook.com/divyarashmimag
हमारे खबरों को शेयर करना न भूलें| हमारे यूटूब चैनल से अवश्य जुड़ें https://www.youtube.com/divyarashminews #Divya Rashmi News, #दिव्य रश्मि न्यूज़ https://www.facebook.com/divyarashmimag
0 टिप्पणियाँ
दिव्य रश्मि की खबरों को प्राप्त करने के लिए हमारे खबरों को लाइक ओर पोर्टल को सब्सक्राइब करना ना भूले| दिव्य रश्मि समाचार यूट्यूब पर हमारे चैनल Divya Rashmi News को लाईक करें |
खबरों के लिए एवं जुड़ने के लिए सम्पर्क करें contact@divyarashmi.com