Advertisment1

यह एक धर्मिक और राष्ट्रवादी पत्रिका है जो पाठको के आपसी सहयोग के द्वारा प्रकाशित किया जाता है अपना सहयोग हमारे इस खाते में जमा करने का कष्ट करें | आप का छोटा सहयोग भी हमारे लिए लाखों के बराबर होगा |

गया में शिक्षाविद चंद्रिका प्रसाद मिश्र के निधन पर शोकसभा का आयोजन, सामाजिक-सांस्कृतिक जगत ने दी भावभीनी श्रद्धांजलि

गया में शिक्षाविद चंद्रिका प्रसाद मिश्र के निधन पर शोकसभा का आयोजन, सामाजिक-सांस्कृतिक जगत ने दी भावभीनी श्रद्धांजलि

स्थानीय स्तर पर शिक्षा, समाज और संस्कृति के क्षेत्र में अप्रतिम योगदान देने वाले चंद्रिका प्रसाद मिश्र (गुरारू) के निधन पर एक शोकसभा का आयोजन किया गया। यह श्रद्धांजलि सभा भारतीय राष्ट्रीय ब्राह्मण महासभा एवं कौटिल्य मंच के तत्वावधान में डॉ. विवेकानंद मिश्र के संयोजन में वर्चुअल माध्यम से संपन्न हुई।

इस शोकसभा में विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े प्रबुद्ध व्यक्तियों, सामाजिक कार्यकर्ताओं, साहित्यकारों, शिक्षाविदों एवं समाजसेवियों ने भारी ह्रदय से स्वर्गीय चंद्रिका प्रसाद मिश्र के व्यक्तित्व एवं कृतित्व को याद करते हुए उन्हें श्रद्धा-सुमन अर्पित किए।

कार्यक्रम का नेतृत्व कर रहे भारतीय राष्ट्रीय ब्राह्मण महासभा एवं कौटिल्य मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. विवेकानंद मिश्र ने गहरे शोक की अभिव्यक्ति करते हुए कहा, "चंद्रिका प्रसाद मिश्र का संपूर्ण जीवन समाज और राष्ट्र की सेवा में समर्पित रहा। वे बहुविषयक विद्वान, प्रख्यात शिक्षाविद और सामाजिक चेतना के सजग प्रहरी थे। उनके असामयिक निधन से समाज को अपूरणीय क्षति हुई है। हम सबने एक महान प्रेरणास्त्रोत को खो दिया है। मैं व्यक्तिगत रूप से उनके आशीर्वाद और मार्गदर्शन का सदैव ऋणी रहूंगा। ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि उनकी आत्मा को चिर शांति और उनके परिजनों व प्रशंसकों को यह दुःख सहने की शक्ति प्रदान करें।"

सभा के दौरान वक्ताओं ने स्वर्गीय मिश्र जी के शिक्षा, संस्कृति, सामाजिक न्याय और लोककल्याण में योगदान को रेखांकित किया। उनके सरल, गंभीर और अध्यात्मिक व्यक्तित्व की भी प्रशंसा की गई।

इस अवसर पर विभिन्न प्रतिष्ठित गणमान्य व्यक्तियों ने अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की, जिनमें प्रमुख रूप से शामिल थे:
आचार्य राधा मोहन मिश्र माधव (साहित्यकार),शिवचरण बाबू डालमिया,राजीव नयन पांडे, आचार्य सच्चिदानंद मिश्र, स्वामी सुमन गिरी, डॉ. ज्ञानेश भारद्वाज, कोच रमाशंकर मिश्र, डॉ. मंटू मिश्रा, पं. अजय मिश्रा, रंजीत पाठक, पवन मिश्रा, डॉ. रविंद्र कुमार, प्रोफेसर अशोक कुमार, मनीष कुमार, मृदुला मिश्रा, डिंपल कुमारी, किरण पाठक, दीपक पाठक, उत्तम पाठक, जितेंद्र मिश्रा, नेहा पासवान, कविता राऊत, संगीता देवी, गुड्डू बाबा, शंभू गिरी, आचार्य सुनील पाठक, बटुक बाबा, अमरनाथ पांडे, आचार्य अरुण मिश्रा मधुप, अरुण ओझा, हरिनारायण त्रिपाठी, महेश मिश्रा, तारा, विश्वजीत चक्रवर्ती, सुनीता कुमारी, उज्ज्वल मिश्रा, हर्ष कुमार मिश्रा, अनुज कुमार पाठक .

सभी वक्ताओं ने मिश्र जी के जीवन को समाज के लिए प्रेरणादायक बताते हुए कहा कि वे एक आदर्श शिक्षक, सजग सामाजिक चिंतक और बहुआयामी व्यक्तित्व के धनी थे।

यह शोकसभा न केवल स्वर्गीय चंद्रिका प्रसाद मिश्र के प्रति श्रद्धांजलि थी, बल्कि उनके विचारों और जीवन मूल्यों को आगे बढ़ाने का संकल्प भी। कार्यक्रम के अंत में दो मिनट का मौन रखकर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। उनकी अनुपस्थिति को सभी ने व्यक्तिगत और सामाजिक क्षति के रूप में महसूस किया और यह घोषणा की गई कि उनके विचारों को जन-जन तक पहुंचाने के लिए भविष्य में विशेष संगोष्ठी एवं स्मृति व्याख्यानमाला का आयोजन किया जाएगा।

हमारे खबरों को शेयर करना न भूलें| हमारे यूटूब चैनल से अवश्य जुड़ें https://www.youtube.com/divyarashminews #Divya Rashmi News, #दिव्य रश्मि न्यूज़ https://www.facebook.com/divyarashmimag

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ