हिंद सेना दुश्मन को धूल चटा रही
तहस नहस शत्रु रणनीति,संदिग्ध केंद्र सटीक प्रहार ।
त्राहि त्राहि आतंकी जगत,
पाक उत्संग बस हाहाकार ।
अडिग अभय हिंद जाबांजी,
रिपु दल पीछे हटा रही ।
हिंद सेना दुश्मन को धूल चटा रही ।।
चाल ढाल रण बांकुरी,
अंतर पहलगाम आक्रोश ।
आत्मविश्वास भरा हर कदम,
रग रग उत्साह उमंग जोश ।
ओजस्वी तेजस्वी सैन्य भंगिमा,
प्रतिद्वंदी ताकत घटा रही ।
हिंद सेना दुश्मन को धूल चटा रही ।।
थल जल नभ पटल,
हिंदवी सेना जलजला ।
रौद्र रूप आतंक विरुद्ध,
दानवी सूर्य अस्ताचल ढला ।
अप्रतिम वीरता साहस शौर्य,
अरि नयनन खटा रही ।
हिंद सेना दुश्मन को धूल चटा रही ।।
अतुलित सामरिक साज सज्जा,
अधुना प्रौद्योगिकी युक्त आयुध ।
समूल विनाश आतंकी तंत्र,
मानवता रक्षा परम ध्येय युद्ध ।
सुन अदम्य साहसी सैन्य झंकार,
वैरी सह जयचंदी सांसे छटपटा रही ।
हिंद सेना दुश्मन को धूल चटा रही ।।
कुमार महेंद्र
(स्वरचित मौलिक रचना)
हमारे खबरों को शेयर करना न भूलें| हमारे यूटूब चैनल से अवश्य जुड़ें https://www.youtube.com/divyarashminews #Divya Rashmi News, #दिव्य रश्मि न्यूज़ https://www.facebook.com/divyarashmimag
0 टिप्पणियाँ
दिव्य रश्मि की खबरों को प्राप्त करने के लिए हमारे खबरों को लाइक ओर पोर्टल को सब्सक्राइब करना ना भूले| दिव्य रश्मि समाचार यूट्यूब पर हमारे चैनल Divya Rashmi News को लाईक करें |
खबरों के लिए एवं जुड़ने के लिए सम्पर्क करें contact@divyarashmi.com