जनहित और राष्ट्रहित में नहीं होगी जातीय जनगणना - जे. एन. त्रिवेदी

वसुधैव कुटुम्बकम परिषद की ओर से जातिवाद मिटाओ वर्ण व्यवस्था लाओ' का नारा बुलंद करने वाले परिषद 8अध्यक्ष जे.एन. त्रिवेदी ने देश के प्रधानमंत्री द्वारा जनगणना के साथ जातीय जनगणना कराए जाने को जनहित, समाजहित एवं राष्ट्र हित के प्रतिकूल बताया और कहा कि प्रधानमंत्री को वर्तमान देश, काल और परिस्थिति के अनुकूल ही जनहित और राष्ट्रहित में कोई निर्णय लेना चाहिए l
देश का वर्तमान मानवीय जीवन मूल्य के दिनानुदिन क्षरण से सामाजिक आर्थिक असमानता और विषमता की त्रासदी झेल रही है l सामाज में परस्पर सद्भाव, समभाव और सहभाव का वातावरण नहीं रह गया है l जातीय समीकरण से चुनावी लाभ के लिए राजनीतिक दलों में जातीय जनगणना और उस आधार पर सत्ता तथा शासन में भागीदारी का प्रलोभन देकर जनता का विश्वास जीतने के लिए भले ही सभी दलों का समर्थन प्रधानमंत्री को मिल जाय l किन्तु इससे सामाजिक असमानता और जातीय विषमता से उत्पन्न समस्याएं और भी बढ़ेगी l
सबके हित में जनगणना के साथ आर्थिक स्थिति, शिक्षित, अशिक्षित बेरोजगार, मजदूर, किसान की गणना की आवश्यकता विचारणीय है l क्योंकि ये सभी जाति में हैं l
आज सभी जातियों में शिक्षित अशिक्षित, सम्पन्न विपन्न, आर्थिक दृष्टि से कमजोर लोग हैं l देश के संसाधनों में उनकी भी कुछ न कुछ हिस्सेदारी है l उनके हिस्से का लाभ उन तक कैसे पहुँचे यह सोचना भी माननीय प्रधानमंत्री जी की जिम्मेदारी है l
श्री त्रिवेदी ने कहा वर्तमान में पुनः शिक्षा, संस्कार और कर्म के आधार पर वर्णव्यवस्था कायम करना ही जनहित और राष्ट्रहित में सर्वसम्मत निर्णय हो सकता है क्योंकि भारतीय सभ्यता संस्कृति में वैदिक ऋषियों ने ' राष्ट्र: प्रजा राष्ट्र: पशव:' कहकर समस्त प्रजा और पशु की व्यवस्था के लिए सत्ता और शासन का उत्तरदायित्व निश्चित किया, जिसमें न जाति का कोई विचार था न धर्म का lऔर ऐसी व्यवस्था ही समाज एवं राष्ट्र निर्माण का मजबूत आधार साबित हो सकता है l
हमारे खबरों को शेयर करना न भूलें| हमारे यूटूब चैनल से अवश्य जुड़ें https://www.youtube.com/divyarashminews #Divya Rashmi News, #दिव्य रश्मि न्यूज़ https://www.facebook.com/divyarashmimag
0 टिप्पणियाँ
दिव्य रश्मि की खबरों को प्राप्त करने के लिए हमारे खबरों को लाइक ओर पोर्टल को सब्सक्राइब करना ना भूले| दिव्य रश्मि समाचार यूट्यूब पर हमारे चैनल Divya Rashmi News को लाईक करें |
खबरों के लिए एवं जुड़ने के लिए सम्पर्क करें contact@divyarashmi.com