Advertisment1

यह एक धर्मिक और राष्ट्रवादी पत्रिका है जो पाठको के आपसी सहयोग के द्वारा प्रकाशित किया जाता है अपना सहयोग हमारे इस खाते में जमा करने का कष्ट करें | आप का छोटा सहयोग भी हमारे लिए लाखों के बराबर होगा |

भारतवर्ष में आज कल घोटालों का दौर है।

भारतवर्ष में आज कल घोटालों का दौर है।

हर घोटाले का नायक, समाज का एक सिरमौर है।।
चारा घोटाला, यूरिया घोटाला, बोफोर्स घोटाला
दूर संचार, आदर्श और सत्यम घोटाला जैसे कुछ,
घोटालों के बड़े बड़े नाम हैं।
दिल्ली का शराब ठेका घोटाला और बंगाल का
संदेश खाली महिला अपराध एवं जमीन पर कब्जा
घोटाला हाल फिलहाल,
अभी सबसे बदनाम है।।
हर घोटालाबाज खुद को निर्दोष कहता है।
फिर कैसे रूपये का अंबार उसके पास रहता है।।
जब इन घोटालों का जांच,
ई डी और सी बी आई द्वारा होता है।
घोटालेबाज खुब चिल्लाते हैं, पर
परत दर परत सारा भेद खुल जाता है।।
कैसे ये लोग हैं जो खुद को,
बड़ा ईमानदार कहते हैं ।
अपने को सबसे बड़ा बुद्धिजीवी,
और सबसे बड़ा देशभक्त कहते हैं।।
इन लोगों के पीछे भी गुमराह जनता की,
एक अच्छी खासी फौज है।
शायद इसी बल बुते पर इन्हें,
अपराधी होकर भी मौज ही मौज है।।
जय प्रकाश कुवंर

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ