संत आशारामजी बापू जी की रिहाई नही होने पर प्रधानमंत्री आवास पर संत करेंगे आत्मदाह।

 संत आशारामजी बापू जी की रिहाई नही होने पर प्रधानमंत्री आवास पर संत करेंगे आत्मदाह।
आज जयपुर में प्रेस क्लब में प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए यूनाइटेड हिंदू फ्रंट के राष्ट्रीय सचिव स्वामी बाल योगेश्वरजी महाराज निरंजनी अखाड़ा ने बताया कि हिंदू संगठनों के प्रतिनिधियों द्वारा राजस्थान के मुख्यमंत्री और गृहमंत्री को ज्ञापन देकर मांग की गई है कि संत आशारामजी बापू को रिहा किया जाय। पिछले 11 वर्षो से जेल में वे अनेक बीमारियों से ग्रस्त हो गए है उनकी 86 वर्ष की उम्र को देखते हुए उनके मानवीय और संवैधानिक अधिकारों की रक्षा करते हुए उन्हें चिकित्सा के लिए अविलंब पैरोल पर छोड़ा जाय। 7 फरवरी 2024 को जोधपुर उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश को ज्ञापन देकर यह मांग की गई कि हिन्दू जनता को विश्वास में लिया जाय कि संत आशारामजी बापू की चिकित्सा उनके इच्छा अनुसार हो रही है या नही जिससे किसी भी अप्रिय घटना को रोका जाय। दो वर्ष पूर्व भी कोरोना के नाम पर संत आशाराम जी बापू को महात्मा गांधी अस्पताल और जोधपुर एम्स में लगातार रेमिडिसिवर इंजेक्शन लगाकर मरणासन्न स्तिथि में पहुँचा दिया था उनका हीमोग्लोबिन 3.7 हो गया था । ऐसी स्थिति में किसी 
भी मनुष्य का जीवित बचना असंभव जैसा है। जबकि उनके आश्रम की आयुर्वेदिक दवाइयों से लाखों करोड़ों कोरोना के मरीज ठीक हो गए । इस घटना के दो तीन माह पूर्व 21 फरवरी को हिन्दू संगठनों ने संत आशारामजी बापू की चिकित्सा की जानकारी आम हिन्दू जनता को देने के लिए राजस्थान के मुख्यमंत्री और राज्यपाल को ज्ञापन दिया था। अभी पिछले 2 महीने से ऐम्स जोधपुर में संत आशारामजी बापू को हार्ट अटैक के उपचार के कारण दी गयी दवाइयों से लगातार कई दिनों तक आंतों से खून बहना बंद नही हुआ लगातार खून चढ़ाया गया। दुबारा मरणासन्न स्थिति में पहुँचा दिया गया। एक योगी तपस्वी सात्विक महापुरुष को पता नही किस किस का रक्त चढ़ाया जा रहा है।
 11 वर्षो से जेल में उनके स्वस्थ शरीर को अनेक गंभीर रोगों से ग्रस्त कर दिया गया है। आयुर्वेदिक उपचार के लिए जमानत कैदियों का संवैधानिक अधिकार है। संत आशारामजी बापू एलोपैथिक कैप्सूल आदि नही खाते है क्योंकि उसमें गाय या अन्य पशुओं की चर्बी मिली होने की संभावना होती है। हिन्दू संगठनों के प्रतिनिधियों ने संत आशाराम जी बापू की उचित चिकित्सा और हिन्दू जनता को न्याय प्रदान करने की प्रार्थना जोधपुर के मुख्य न्यायाधीश से की है। सनातन धर्म रक्षा संघ के प्रतिनिधि ने प्रेस वार्ता में बताया की पैरोकार रामचन्द्र का कहना है कि संत आशारामजी बापू की हत्या की साजिश हो रही हैं । 18 जनवरी 2024 को आयुर्वेदिक उपचार की याचिका की सुनवाई के दौरान किसी पुलिस अधिकारी ने रामचन्द्र पैरोकार को सुनवाई में जाने से रोक दिया वह पुलिस अधिकारी अपना नाम बताने को तैयार नही हुआ। कुछ लोगो ने उसी दिन पैरोकार रामचन्द्र को कोर्ट परिसर में मार मार कर बुरी तरह घायल कर दिया उसके मोबाइल को पत्थर से कूच दिया । कई दिनों तक पुलिस ने पैरोकार रामचन्द्र को ऐम्स में संत आशारामजी बापू से मिलने नही दिया।  
स्वामी बाल योगेश्वर जी महाराज ने बताया कि धर्मांतरण के रास्ते मे बाधा बनने के कारण संत आशारामजी बापू के पूरे परिवार को प्रताड़ित किया जा रहा है। बलात्कार से पीड़ित क्रिस्चन नने धरने दे रही है दोषी क्रिस्चन पंथ गुरु खुले आम घूम रहे है। 
अखिल भारत हिंदू महासभा राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री मुन्ना कुमार शर्मा, दारा सेना अध्यक्ष श्री मुकेश जैन , सनातन धर्म रक्षा संघ राष्ट्रीय अध्यक्ष मानिक देशमुख, भारतीय जन क्रांति दल राष्ट्रीय सचिव श्री राकेश मिश्रा, एकम सनातन दल राष्ट्रीय अध्यक्ष अंकुर शर्मा,सामूहिक प्रयास समिति श्रीमती रजनी सक्सेना,भाजपा के वरिष्ठ नेता पवन शर्मा ,करनी सेना, हिन्दू सेना आदि अनेक हिंदू संगठनों के प्रतिनिधियों द्वारा राजस्थान के मुख्यमंत्री को ज्ञापन दिया गया, ज्ञापन में कहा गया कि अगर पूज्य संत की रिहाई इस माह नही हुई तो आगामी 11 मार्च को प्रधानमंत्री आवास पर संत आत्मदाह करेंगे।

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