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गुलाब

गुलाब

करता है जो हर दिल को स्पंदित
देख जिसे मन हो जाता आनंदित
जिसे देख लोग खिल-खिल जाते
कहते हैं सब उसे गुलाब।
करता है जो हर दिल को...l

जिसे देख हर दिल मुस्कुराता
जो देवों के मन को भी भाता
जिसे देख दिल लेती अंगड़ाई
सबके मन को भाता है गुलाब।
करता है जो हर दिल को...l

चाहे हो जूही,चंपा,चमेली
सभी गुलाब बिन हैं अकेली
"अकेला" दिल हर्षित हो जाता
देखकर कोई खिला गुलाब।
करता है जो हर दिल को...l

प्रेम अनुनय का प्रतीक यह गुलाब
प्रकृति का यह श्रृंगार नायाब
खिले हुए गुलाब देखकर
तन-मन भी हो जाता गुलाब।
करता है जो हर दिल को...l

जब भी विवाह समारोह आता
गुलाब का महत्व बहुत बढ़ जाता
फूलों की वरमाला पहनाकर
बन जाते एकदूजे के गुलाब।
करता है जो हर दिल को...l
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अरविन्द अकेला,
पूर्वी रामकृष्ण नगर, पटना(बिहार)-27

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