चोर चोर मौसेरे भाई

चोर चोर मौसेरे भाई

यह एक मशहूर मुहावरा है ,
जिसे हमने स्कूल में पढ़ा था ।।
हम तारीफ करते हैं उस इंसान की ,
जिसने इस मुहावरे को गढ़ा था ।।
तब हम बच्चे थे सो समझ नहीं पाते थे ,
चोर कैसे मौसेरे भाई होते हैं , यह सोचते रह जाते थे।।
आज समाज में ,राजनीति में चोरों और ,
घोटालेबाजों में जितना गाढ़ा नाता है ।
उतना प्रेम , अपनापन और भाईचारा तो ,
खून के रिश्ते वालों में भी नहीं देखा जाता है ।।
अब तो वास्तव में इन चोरों और भ्रष्टाचारियों को देख ,
चोर चोर मौसेरे भाई कि सत्यता सामने आ रही है ।
मुहावरे की वास्तविकता देख ,
सारी भ्रम टुटती जा रही है ।।
अगर कानून एक चोर को पकड़ता है ,
तो सारे चोर चिल्लाने लगते हैं ।
आर्थिक,राजनीतिक और मानसिक मदद दे ,
उसे हर तरह से बचाने लगते हैं ।।
वाह रे चोरी और भ्रष्टाचार ,तुमने आज मानव को कहां ला दिया है ,
देश और समाज को तहस नहस करने को तुमने भी ठान लिया है।। जय प्रकाश कुंअर
हमारे खबरों को शेयर करना न भूलें| हमारे यूटूब चैनल से अवश्य जुड़ें https://www.youtube.com/divyarashminews https://www.facebook.com/divyarashmimag

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ