आयुर्वेद हमारी मूल चिकित्सा पद्धति है-राज्यपाल

आयुर्वेद हमारी मूल चिकित्सा पद्धति है-राज्यपाल

पटना, 01 अप्रैल , 2023:- महामहिम राज्यपाल श्री राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर ने विश्व आयुर्वेदिक परिषद् बिहार इकाई द्वारा प्रेमचंद रंगशाला, पटना में आयोजित पाटलिपुत्र राष्ट्रीय संभाषा (सेमिनार) को संबोधित करते हुए कहा कि आयुर्वेद हमारी मूल चिकित्सा पद्धति है। उन्होंने कहा कि आयुर्वेद हमारे ऋषियों-मुनियों की दी हुई चिकित्सा पद्धति है और इसने मानवता की बहुत बड़ी सेवा की है। कोरोना महामारी के दौरान यह चिकित्सा काफी कारगर और असंख्य लोगों की जान बचाने में सफल रही। उन्होंनेे कहा कि कतिपय कारणों से हमारी सोच में विकृति आने के चलते आयुर्वेद के इस्तेमाल को लेकर समाज में जागरूकता की कमी आई और इसे वैकल्पिक चिकित्सा पद्धति के रूप में माना जाने लगा है।
राज्यपाल ने कहा कि आयुर्वेद हमारे जीवन, घर और यहाँ तक कि रसोईघर में भी है। उन्होंने आयुर्वेद में शोध और अनुसंधान पर बल देते हुए आयुर्वेदिक चिकित्सकों से अपनी पद्धति पर पूरा विश्वास रखकर इसके पुर्नस्थापन हेतु संकल्पित होनेे का आवाहन किया।
राज्यपाल ने अखिल भारतीय आयुर्वेद स्नातक स्तर निबंध एवं श्लोक वाचन प्रतियोगिता-2023 में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्र-छात्राओं को पुरस्कृत किया तथा उन्हें भविष्य के लिए शुभकामनाएँ दी। उन्होंने स्मारिका का विमोचन भी किया। कार्यक्रम में आयुर्वेद सिद्धांत के प्रखर विद्वान वैद्य बनवारी लाल गौड़, स्वामी जगद्गुरू रामानुजाचार्य वेंकटेश प्रपन्नाचार्य जी महाराज, विश्व आयुर्वेद परिषद् के राष्ट्रीय उपाध्याक्ष एवं अखिल भारतीय आयुर्वेेद आयुर्विज्ञान संस्थान, नई दिल्ली के डीन वैद्य महेश व्यास, विश्व आयुर्वेद परिषद् के राष्ट्रीय सचिव वैद्य शिवादित्य ठाकुर, विश्व आयुर्वेद परिषद्् के बिहार प्रान्त इकाई के संरक्षक वैद्य शिवमंगल मिश्र व वैद्य प्रजापति त्रिपाठी, अध्यक्ष वैद्य अशोक कुमार दूबे तथा बिहार के आयुर्वेद महाविद्यालयों के प्राचार्यगण, आचार्यगण, चिकित्सकगण, छात्र-छात्राएँ एवं अन्य लोग उपस्थित थे।
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