बुलडोजर के साथ आपरेशन पाताल लोक

बुलडोजर के साथ आपरेशन पाताल लोक

(अशोक त्रिपाठी-हिन्दुस्तान फीचर सेवा)
उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ ने जब 2017 में पहली बार मुख्यमंत्री की कुर्सी संभाली थी, उसी समय कानून-व्यवस्था को लेकर अपने इरादे जाहिर कर दिये थे। पुलिस ने भी सरकार की मंशा को भांपते हुए अवैध बूचड़खानों को तुरन्त ही बन्द करवा दिया था। इसके बाद माफियाओं पर नकेल कसी जाने लगी। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि माफिया-अपराधियों की जगह जेल में है। इसी के साथ माफियाओं के अवैध निर्माण पर बुलडोजर चलने लगी और योगी को बुलडोजर बाबा कहा जाने लगा। बुलडोजर की ख्याति इतनी बढ़ी कि गत दिनों हिमाचल प्रदेश के विधानसभा चुनाव में उसके पोस्टर लगाए गये थे। अब, अपराधियों के खिलाफ आपरेशन पाताल लोक चल रहा है। पुलिस प्रमुख का कहना है कि अपराधी पाताल में भी छिपा होगा तो उसे ढूंढ़ निकाला जाएगा। यह अभियान वाराणसी में बदमाशों के दुस्साहस के बाद चलाया गया। वहां बदमाशों ने एक दरोगा की पिस्टल लूटकर गोली मारकर जख्मी कर दिया था। दोनों बदमाश बाद में एनकाउंटर में मारे गये। आपरेशन पाताल लोक उन अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई करना है जो प्रदेश में अपराध करने के बाद दूसरे राज्यों में छिप जाते हैं।

योगी सरकार माफिया-अपराधियों पर लगातार कार्रवाई कर रही है। सीएम योगी लगभग हर मंच से कह चुके हैं कि अपराधियों की दो ही जगह हैं, पहला है जेल, दूसरा वो, जहां कोई जाना नहीं चाहेगा। क्राइम के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति के चलते ही प्रदेश के दुर्दांत अपराधियों ने या तो यूपी छोड़ दिया है या फिर अपनी जमानत रद्द कराकर जेल की सलाखों के पीछे जिंदगी काट कर रहे हैं। इसके अलावा यूपी पुलिस ऑपरेशन पाताल लोक कर रही यूपी में क्राइम कर दूसरे राज्यों में भागने वाले अपराधियों के खिलाफ है। पुलिस उनकी पहचान कर उनको अंजाम तक पहुंचाने में जुटी है। इसका एक और उदाहरण वाराणसी में देखने को मिला, जहां पुलिस ने बिहार के दो दुर्दांत अपराधियों को आत्मरक्षा की जवाबी कार्रवाई में ढेर कर दिया। ऑपरेशन पाताल लोक के तहत जौनपुर पुलिस भी अवैध असलहों की बरामदगी में जुटी हुई थी। इसी बीच शाहगंज सर्किल के खुटहन थाना क्षेत्र अंतर्गत सेवाईनाला अशरफगढ़ तिराहे पर असलहा फैक्ट्री का सुराग लगा। सीओ शाहगंज के नेतृत्व में स्वाट टीम, खुटहन, खेतासराय, सरपतहां थाने की फोर्स को लगा दिया गया। सूचना के अनुसार सेवई नाला के आगे अशरफगढ तिराहे के सामने दाहिनी तरफ नव निर्माणाधीन कमरे में टीम पहुंची। वहां देखा तो असलहा बनाने की फैक्ट्री चल रही थी। टीम को देखते ही वहां मौजूद लोग भागने लगे। फोर्स ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। इसमें सरपतहां थानांतर्गत बाधगांव निवाई प्रवीण पाण्डेय, शिवम सिंह व विवेक सिंह, लाइन बाजार थानांतर्गत परियावा निवासी निशान्त सिंह शामिल हैं। ये सभी 25 साल से कम उम्र के युवक हैं। इनके पास से 20 अवैध देशी तमंचा, 3 अवैध देशी रिवाल्वर व असलहा बनाने के विभिन्न उपकरण बरामद हुए। बीते 6 मई को हुई लूट के 32 हजार रुपये भी इनके पास से बरामद हुए।

वाराणसी शहर में बदमाशों का दुस्साहस देखकर उस समय पुलिस के होश उड़ गए थे जब बदमाशों ने दारोगा से उसकी पिस्टल लूटने के साथ ही गोली चलाकर जख्मी भी कर दिया था। इस बाबत जानकारी होने के बाद पुलिस ने बदमाशों की शिनाख्त शुरू की तो उनके सामने चेहरे आए जो यूपी नहीं बल्कि बिहार से संबंधित थे। पटना जिला अदालत के शौचालय से फरार होने के बाद दोनों भाइयों ने वाराणसी में सितंबर से शरण ले ली वारदात को अंजाम देने के लिए उन्होंने दारोगा की पिस्टल लूटी और चलते बने। इसके बाद पुलिस ने आपरेशन पाताल लोक शुरू किया तो बदमाशों को मुठभेड़ में ढ़ेर कर दिया। एनकाउंटर पर डीजीपी डॉक्टर डीएस चैहान ने कहा कि हमारे बहादुर सब इंस्पेक्टर अजय यादव को गोली मारकर उसका सर्विस पिस्टल लूटने वाले एनकाउंटर में मारे गए हैं। हमने उन बदमाशों के लिए ऑपरेशन पाताललोक चलाया था। हमने तय कर लिया था कि उन बदमाशों को पाताल से भी ढूंढ निकालेंगे। मारे गए दोनों बदमाश समस्तीपुर बिहार के रहने वाले थे। दोनों बदमाश सगे भाई थे। ये तीनों बदमाश बिहार में ज्यूडिशियल कस्टडी से भागे थे। ये बदमाश बिहार में दो पुलिसकर्मियों की हत्या कर चुके थे। बिहार में तीन पुलिसकर्मियों के सरकारी असलहे लूट चुके थे। दो बैंक डकैती के दौरान पांच आम नागरिकों को भी मार चुके थे। डीजीपी ने बताया कि हमने अपनी स्ट्रेटजी के तहत इन्हें वाराणसी से निकलने नहीं दिया। हमारे दारोगा की लूटी हुई पिस्टल भी बरामद हो गई है। मारे गए बदमाशों से एक फैक्ट्री मेड पिस्टल भी मिली है। बीते 11 साल से बिहार पुलिस के लिए चुनौती बने अपराधियों को उत्तर प्रदेश में ठिकाने लगा दिया गया है। साथ ही इनके आतंक का सिलसिला भी थम गया और बिहार का कोढ़ का यूपी पुलिस ने हमेशा के लिए इलाज कर दिया। योगी सरकार में दुर्दांत इनामी अपराधियों पर यूपी पुलिस का ताबड़तोड़ एक्शन देखने को मिला है। यूपी पुलिस ने बीते पांच साल में कई अपराधियों को मार गिराया है। पुलिस की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, 2017 से अब तक 168 अपराधी मुठभेड़ में मारे गए हैं, इनमें से अधिकांश पर 75 हजार से पांच लाख रुपये तक का बड़ा इनाम घोषित था।यूपी एडीजी के मुताबिक सबसे ज्यादा 64 अपराधी मेरठ जोन में मारे गए और गिरफ्तारियां भी सबसे अधिक (6,494) हुईं।

यूपी में बीजेपी की सरकार बनते ही सीएम योगी आदित्यनाथ एक्शन में आ गए थे। दूसरी पारी में सीएम योगी ने 100 दिन का एक्शन प्लान तैयार किया। सीएम ने गृह विभाग को 100 दिनों की कार्ययोजना पर काम करने के निर्देश दिए। इसके तहत सुरक्षा पुख्ता करने के निर्देश दिए।

सीएम योगी आदित्यनाथ ने सुरक्षा से लेकर भूमाफिया के खिलाफ कार्रवाई को लेकर एक्शन प्लान बनाया और कहा अपराधियों और माफिया के खिलाफ कठोर कार्रवाई हो, अवैध संपत्तियों को तोड़ा जाए। उत्तर प्रदेश में योगी सरकार बनने के बाद से ही राज्य में माफिया की कमर तोड़ने और उनके अवैध साम्राज्य को जमींदोज करने का कार्य चल रहा है। योगी सरकार ने 1 वर्ष के दौरान यूपी में माफिया और अपराधियों के अवैध साम्राज्य पर हुई कार्रवाई का ब्यौरा पेश किया है। इस दौरान उत्तर प्रदेश में कुल 11 अरब 28 करोड़ 23 लाख से अधिक की अवैध संपत्तियों को ध्वस्त या जब्त किया गया है। अतीक के चुनावी दफ्तर, उसके पैतृक निवास के अलावा उसकी तमाम बिल्डिंगों को जमींदोज करने की कार्रवाई की गई है। मुख्तार के गाजीपुर स्थित गजल होटल, मऊ स्थित कोल्ड स्टोरेज, लखनऊ स्थित तीन मंजिला घर को जमींदोज किया जा चुका है। इतना ही नहीं योगी सरकार ने प्रयागराज के दूसरे माफिया और अपराधियों के खिलाफ भी अभियान चलाकर कार्रवाई की है। भदोही के बाहुबली विधायक विजय मिश्रा के प्रयागराज के अल्लापुर स्थित चार मंजिला शॉपिंग कंपलेक्स को भी जमींदोज किया गया है। वहीं उनके आलीशान मकान को भी ध्वस्त किया गया है। मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी पर प्रयागराज में वर्ष 2010 में हुए रिमोट बम से जानलेवा हमले के आरोपी हिस्ट्रीशीटर दिलीप मिश्रा के अवैध साम्राज्य पर भी योगी सरकार ने बुलडोजर चलाया है।
हमारे खबरों को शेयर करना न भूलें| हमारे यूटूब चैनल से अवश्य जुड़ें https://www.youtube.com/divyarashminews https://www.facebook.com/divyarashmimag

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ