पर्यावरण एवं युवा पीढ़ी के रक्षार्थ 25 दिसंबर से 1 जनवरी तक तुलसी पूजन दिवस घोषित करके राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित करने हेतु महामहिम राष्ट्रपति महोदया जी को पत्र।

पर्यावरण एवं युवा पीढ़ी के रक्षार्थ 25 दिसंबर से 1 जनवरी तक तुलसी पूजन दिवस घोषित करके राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित करने हेतु महामहिम राष्ट्रपति महोदया जी को पत्र।

पटना २४.१२.२०२२ को भारतीय जन क्रान्ति दल एवं सहयोगी संस्थाओं की संयुक्त बैठक पार्टी कार्यालय में आयोजित की गई जिसे सम्बोधित करते हुए पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव डॉ राकेश दत्त मिश्र ने बतायाकि महामहिम राष्ट्रपति महोदया जी को आज हमारी पार्टी एवं हमारी सहयोगी दलों ने एक ज्ञापन इमेल के माध्यम से भेजा है जिसमे हमने माँग की है कि पर्यावरण एवं युवा पीढ़ी के रक्षार्थ 25 दिसंबर से 1 जनवरी तक भारत के सामाजिक संगठनों एवं धर्म गुरुओं द्वारा तुलसी पूजन दिवस मनाकर इन दिनों होने वाले सामाजिक अपराध और अपघात को कम करने के प्रयास कई वर्षों से किये जा रहे हैं । भारत के धर्म गुरु साधु-संतों और सामाजिक संगठनो ने सन्न 2014 में वैज्ञानिक आधार पर संयुक्त राष्ट्र संघ से पर्यावरण और मानवता के हित में कार्य करने के लिए पत्र लिखा था लेकिन यू एन ओ अनलिमिटेड नेगेटिव ऑर्गेनाइजेशन साबित हो रहा है अधर्मी गुरुओं का अनुयायी साबित हो रहा है। मानवाधिकार आयोग दानवाधिकारआयोग बनकर कार्य कर रहा है। अन्यायी अधर्मी शैतानी तंत्र के नेता जो जीसस को किले ठोक रहे हैं वही लोग निर्दोष संतो को जेल में डाल रहे हैं जो पर्यावरण और संपूर्ण मानवता को बचाने के लिए कार्य कर रहे हैं अच्छे संस्कार दे रहे हैं संयम ,ब्रह्मचर्य की शिक्षा दे रहे हैं। इसका सबसे बड़ा उदाहरण पूज्य संत आशारामजी बापू है।
दैवी औऱ दानवी शक्तियों के इस युद्ध मे संत आशारामजी बापू एक निर्णायक बिंदु बन गए है क्योंकि इनके पूरे विश्व मे करोड़ों अनुयायी हैं ।

संत आसाराम जी बापू जिनके ऊपर आरोप लगाने वाली लड़की की मेडिकल रिपोर्ट में लड़की कुंवारी पाई गई है उसके साथ बलात्कार नहीं हुआ है फिर भी निर्दोष संत को 10 वर्षों से जेल में रखा गया है उन्हें जमानत तक नहीं दी जा रही है जिन्होंने मातृ पितृ पूजन दिवस और तुलसी पूजन दिवस जैसे देवी संस्कारों को विश्व के कोने-कोने तक पहुंचाया।

25 दिसंबर से 1 जनवरी के बीच में पाश्चात्य कुसंस्कारों के कारण इन दिनों नैतिक चारित्रिक पतन से शराब और नशीली वस्तुओं की खपत बढ़ जाती है जिससे अनेक प्रकार के जघन्य अपराध ,हत्याएं ,रोड एक्सीडेंट की घटनाएं सामान्य दिनों की अपेक्षा कई गुना बढ़ जाती है। सुनियोजित तरिके से स्वस्थ लाभदायक परम्परा को हटा कर ऐसे कुसंस्कारों से युवा पीढ़ी का पतन हो रहा है। समाज और राष्ट्र में अशांति पैदा हो रही है। सरकार को इन पर सख्ती से प्रतिबंध लगाना चाहिए।

कर्तव्य निष्ठ जनता की मेहनत की कमाई पर इन गैरजिम्मेदार लोगों,नेताओं, ,न्यायपालिका, जेल में कैदियों और अस्पतालों में मरीजों को पाला जा रहा है।

मानवता के रक्षार्थ इन दिनों में अनेक संगठन जन जागरण कर रहे हैं कि तुलसी के पौधे से अनेक प्रकार के असाध्य रोग ठीक होते हैं और 24 घंटे ऑक्सीजन मिलती है। भारतीय संस्कृति में तुलसी की महिमा से अनेक दिव्य लाभ बताए गए हैं। वैज्ञानिकों के अनुसार तुलसी की आभा औरा बहुत शक्तिशाली और विलक्षण लाभदायक है। कई लोगों की मान्यता है तुलसी को प्रातः प्रणाम करने से अनेक रोग दूर होते हैं तुलसी को शाम को दीप जलाने से गृह कलेश दूर होते हैं घर मे शांति रहती है। तुलसी 24 घंटे ऑक्सिजन देती हैं। विश्व के अनेक वैज्ञानिक इसको wonder drug कहते हैं आश्चर्यकारक औषधि कहते हैं।

अतः हमारी विनम्र प्रार्थना और मांग है की राष्ट्र और संपूर्ण मानवता के हित में 25 दिसंबर से 1 जनवरी तक तुलसी पूजन दिवस को सरकारी स्तर पर सभी सरकारी कार्यालयों और शैक्षणिक संस्थाओं में तुलसी पूजन दिवस को भव्य रूप से मनाने के आयोजन किया जाए इसके लिए आदेश लागू किए जाए। प्रेस वार्ता में राकेश दत्त मिश्रा,राष्ट्रीय महासचिव,भारतीय जन क्रांति दल डेमोक्रेटिक मानिक देशमुख,महासचिव ,धर्म रक्षा दल, श्रीमती रजनी सक्सेना. अध्यक्षा.सामूहिक प्रयास, स्वामी बालयोगी संत निरंजनी अखाड़ा.अध्यक्ष.विश्व धर्मागम योगाश्रम ट्रस्ट, संत राधाकांत वत्स.निम्बार्क सम्प्रदाय.संरक्षक.श्री रामराज्य स्थापना मंच एवं श्रीमती ममता कौशिक.हिन्दू महासभा आदि उपस्थित रहें
हमारे खबरों को शेयर करना न भूलें| हमारे यूटूब चैनल से अवश्य जुड़ें https://www.youtube.com/divyarashminews https://www.facebook.com/divyarashmimag

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ