किसानों से संतों तक की फिक्र

किसानों से संतों तक की फिक्र

(अशोक त्रिपाठी-हिन्दुस्तान समाचार फीचर सेवा)
उत्तर प्रदेश में बदलाव के कई आयाम दिख रहे हैं। बुलडोजर का कार्नर अपनी जगह है लेकिन योगी आदित्यनाथ को किसानों से लेकर संतों तक की चिंता है। इसी संदर्भ में उनकी सरकार कुछ कदम भी उठा रही है। यूपी में दूसरी बार सरकार बनाकर योगी आदित्यनाथ चाहते हैं कि उनकी पार्टी ने प्रदेश की जनता से जो वादे किये थे, उनको पूरा किया जाए। किसानों की आय दोगुनी करने का वादा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले ही किया था। योगी आदित्यनाथ उस पर अमल कर रहे हैं। यूपी सरकार की तरफ से किसानों की आमदनी बढ़ाने के प्रयास प्रारम्भ कर दिये गये हैं। इसी के साथ समाज के सभी वर्गों की चिंता भी सरकार कर रही है। अभी पिछले दिनों राजधानी लखनऊ में जब पर्यटन विभाग का प्रजेन्टेशन किया जा रहा था, तभी योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश के बुजुर्ग संतों, पुरोहितों और पुजारियों के लिए भी एक कल्याण बोर्ड का गठन किया जाना चाहिए। अब तक यह वर्ग ‘भगवान’ भरोसे ही गुजर-बसर कर रहा है। पिछले दिनों दिल्ली के साथ अन्य राज्यों में भी साम्प्रदायिक सौहार्द को बिगाड़ने का प्रयास किया गया। इसके चलते मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रत्येक गांव और शहरों में भी एकता और साम्प्रदायिक सौहार्द बढ़ाने के लिए महोत्सव आयोजित करने का निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिया है।
प्रदेश के किसानों का 30 हजार करोड़ का कर्जा माफ करके ही योगी आदित्यनाथ ने सरकार का श्री गणेश किया था। अब दोबारा सत्ता संभालने के साथ ही यूपी सरकार की तरफ से किसानों की आय बढ़ाने के लिए प्रयास शुरू कर दिए गए हैं। जिसके तहत किसानों की फसल खरीद के साथ-साथ अब मनरेगा के जरिये भी किसानों को लाभ पहुंचाया जाएगा। राज्य सरकार प्रदेश में पौधरोपण को बढ़ावा देने के साथ बागवानी से जुड़े किसानों को आर्थिक रूप से मजबूत बनाएगी। इसके लिए उसने मनरेगा योजना से 150 हाईटेक नर्सरी बनाने की योजना तैयार की है। ग्राम्य विकास विभाग को 100 दिनों में नर्सरी (पौधशालाएं) स्थापित करने का प्रस्ताव बना लेने के लिए कहा गया है। सरकार की योजना इन पौधशालाओं में 22 करोड़ 50 लाख से अधिक पौधों को रोपित करने की है। प्रत्येक नर्सरी में 15 लाख पौधे रोपे जाएंगे। नर्सरी में रोपित फल, फूल और सब्जी के अच्छी गुणवत्ता के पौधे किसानों की आय के बड़े स्रोत बनेंगे। योगी सरकार नर्सरी (पौधशाला) सेक्टर को बढ़ावा देने के लिए तेजी से काम कर रही है। योजना से पौधशालाओं से जुड़े किसानों के दिन बहुरेंगे और उनकी आर्थिक स्थिति भी मजबूत बनेगी। प्रत्येक जनपद में 02 पौधशालाएं बनाई जाएंगी। इनमें किसानों को फूल और फल के साथ सर्पगंधा, अश्रवगंधा, ब्राह्मी, कालमेघ, कौंच, सतावरी, तुलसी, एलोवेरा जैसे औषधीय पौधों को रोपने के लिए जागरूक किया जाएगा।
देश में काफी किसान खेती के लिए कीटनाशक का बहुत बृहद रूप से प्रयोग कर रहे हैं, जिससे उनकी आमदनी उस अनुसार नहीं हो रही, जिस अनुसार किसान मेहनत करता है। इसके लिए लगातार वैज्ञानिक प्रयास कर रहे हैं कि किसानों को अच्छा मुनाफा हो सके और किसान आगे बढ़ सके। इसके जरिए किसान अपने खेत में फिरोमोन ट्रेप, यलो ट्रेप, ब्लू ट्रेप और लाइट आदि का प्रयोग करके अपनी खेती को लाभदायक बना सकते हैं और अच्छा उत्पादन ले सकते हैं। इस बारे में कृषि विशेषज्ञ डॉ। प्रमोद कुमार से, जोकि सब्जी उत्कृष्टता केंद्र, घरौंडा में जैविक वैज्ञानिक हैं, ने बताया कि ट्रैप में एक कीप नुमा संरचना होती है, जिसमें पन्नी की एक लंबी ट्यूब बंधी रहती है। ऊपर एक छतरीनुमा संरचना लगी होती है, जिसमें मादा का ल्युस का कैप्सूल लगा देते हैं, जिससे नर कीड़े आकर्षित होकर इस फेरोमेन ट्यूब में गिर जाते हैं। इन्हें बाद में इकट्ठा कर लिया जाता है। इससे कीटों की संख्या बेतहाशा नहीं बढ़ पाती है और किसान का नुकसान ईटीएल से नीचे आ जाता है। इससे किसानों की फसल सुरक्षित रहती है। अगर इस जैव प्रक्रिया को और बेहतर बनाना है तो 15-15 दिनों के अंतराल पर नीम आयल का अपने खेतों में छिड़काव करना अत्यंत आवश्यक है।
किसानों के साथ साधु-संतों की भी मुख्यमंत्री को फिक्र है। मुख्यमंत्री ने पर्यटन विभाग के प्रेजेंटेशन के दौरान अधिकारियों को निर्देश दिया कि प्रदेश के बुजुर्ग संतों, पुरोहितों और पुजारियों के लिए एक कल्याण बोर्ड का गठन किया जाए। इसके साथ ही एकीकृत मंदिर सूचना प्रणाली विकसित करने का भी निर्देश मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश स्थापना दिवस की तर्ज पर हर जिले का भी स्थापना दिवस मनाया जाए। योगी आदित्यनाथ ने रायबरेली में चुनवी जनसभा को संबोधित करते हुए ऐलान किया था कि चुनावी नतीजों के आने के बाद बीजेपी सरकार पुरोहित कल्याण बोर्ड का गठन करेगी। उन्होंने मंच से यह भी ऐलान किया था कि संस्कृत पढ़ने वाले छात्रों को विशेष छात्रवृत्ति भी प्रदान की जाएगी। सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि ये छात्र आगे चलकर राष्ट्र और समाज निर्माण में अपना योगदान देंगे। अब उस पर अमल हो रहा है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कहते हैं कि हमें हिंदू होने पर गर्व है लेकिन साम्प्रदायिक सद्भाव भी रहना चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा प्रदेश के प्रत्येक शहर और गांव में एकता और आपसी सौहार्द बढ़ाने के लिए महोत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। ताकि सामाजिक और सांस्कृतिक विरासत को सुदृढ़ किया जा सके। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि प्रदेश में ऑनलाइन एकीकृत मंदिर सूचना प्रणाली को विकसित किया जाए। उन्होंने पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए ईको टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए सभी जिलों में पर्यटन और संस्कृति परिषद के गठन के निर्देश भी दिए।
उल्लेखनीय है कि ब्रजवासी पंडा सभा के तत्वावधान में वृंदावन में तीर्थ पुरोहित परिवार पंजीकरण पर्व का शुभारंभ उत्साह के साथ किया गया जिसके तहत नगर में रह रहे समस्त तीर्थ पुरोहित पंडा समाज के लोगों की जनगणना की जाएगी, ताकि आगामी समय में सही ढंग से समाज के उत्थान और प्रगति की दिशा में ठोस कदम उठाए जा सकें।।अध्यक्ष श्यामसुंदर गौतम ने बताया कि वर्षों से वृंदावन में रह रहे पंडा समाज के लोगों को वर्तमान में अपनी वास्तविक स्थिति का अनुमान जनगणना के आधार पर ही लग सकेगा। इसी उद्देश्य से वर्षों से बिखरे तीर्थ पुरोहित परिवारों को एकजुट करने के लिए पंजीकरण का कार्य पंडा सभा द्वारा शुरू किया गया है। ब्रजवासी पंडा सभा के शताब्दी समारोह में देशभर से आए तीर्थ पुरोहितों ने वक्फ बोर्ड की तर्ज पर तीर्थाटन बोर्ड या मंत्रालय बनाए जाने के साथ ब्रज क्षेत्र को तीर्थ स्थल घोषित करने की मांग की थी। साथ ही सरकार की ओर से तीर्थ पुरोहितों के प्रति उपेक्षापूर्ण रवैया अपनाए जाने का आरोप लगाते हुए नाराजगी भी जताई थी। तीर्थ पुरोहित महासभा के अध्यक्ष श्रीप्रकाश मिश्र ने कहा था कि पंडा समाज का सम्मान सभा का दायित्व है। अखिल भारतीय तीर्थ पुरोहित महासभा के संरक्षक महेश पाठक ने ब्रजमंडल को तीर्थ स्थल घोषित करने के साथ ही ब्रज चैरासी कोस के प्राचीन और पौराणिक स्थलों का संरक्षण करने की बात कही थी। योगी आदित्यनाथ की सरकार इस दिशा में भी ठोस कदम उठा रही है।
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