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साहित्यकुंज दारा कवि गोष्ठी आयोजित

साहित्यकुंज दारा कवि गोष्ठी आयोजित 

चले आना बरगद के तले  मेरे प्यार के गाँव में:अकेला 

औरंगाबाद 15 नवम्बर। कल साहित्य ,कला व संस्कृति की संवाहक संस्था "साहित्यकुन्ज "दारा एक कवि गोष्ठी आयोजित की गयी,जिसकी अध्यक्षता वरीय अधिवक्ता श्री सिद्धेश्वर विद्यार्थी ने की।
    "साहित्यकुंज" के महासचिव व वरीय रचनाकार अरविन्द अकेला ने आगत कवियों,श्रोताओं व अतिथियों का स्वागत अपनी श्रृंगारिक कविता"मेरे प्यार के गाँव से" करते हुये कही कि "जब शाम ढ़ले कोयल कुके,पंछी चहके जब दिल धड़के,चले आना बरगद के तले,मेरे प्यार के गाँव में "। अरविन्द अकेला ने अपनी रचना के माध्यम से जहाँ लोगों के होठों पर मुस्कान विखेरी वहीं श्री राम राय  ने अपनी कविता के माध्यम से लोगों के मन को गुदगुदाया जबकि सुरेश विद्यार्थी व अनिल कुमार सिंह ने अपनी रचना व गीत के माध्यम से लोगों को हँसाया। 
      साहित्यकुंज के कार्यकारी अध्यक्ष श्री राम राय के संचालन में आयोजित इस कवि गोष्ठी में कई कवियों के अलावे पत्रकार रमाकांत सिंह,समाजसेवी संजय सिंह व मिथिलेश कुमार सिंह सहित दो दर्जन लोगों ने भाग लिया। 
      गोष्ठी के पूर्व साहित्यकुंज के पूर्व व  पराने सदस्य प्रोफेसर एस.पी.राय एवं शायर सावन औरंगाबादी के असामयिक निधन पर दो मिनट का मौन रखकर उन्हें श्रद्धांजलि दी गयी। "साहित्यकुंज" के पुनर्गठन के लिये महासचिव व वरीय कवि अरविन्द अकेला को अधिकृत किया गया।
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