Advertisment1

यह एक धर्मिक और राष्ट्रवादी पत्रिका है जो पाठको के आपसी सहयोग के द्वारा प्रकाशित किया जाता है अपना सहयोग हमारे इस खाते में जमा करने का कष्ट करें | आप का छोटा सहयोग भी हमारे लिए लाखों के बराबर होगा |

लोहा और सोना

लोहा और सोना

       ---:भारतका एक ब्राह्मण.
         संजय कुमार मिश्र "अणु"
लोहे से लोग,
बहुतायत में
क्यों बनाते हैं हथियार?
जबकि सोना-चांदी से-
गढते गहने करते शृंगार।।
जबकि दोनों है खनिज,
भिन्न है गुण,रुप,स्वभाव,बीज
और अपना-अपना अधिकार।।
लोहा लाख चलाले जादू-टोना,
वह कभी नहीं होगा सोना
चाहे कितना भी ले चीख पुकार।।
रहेगा सोना संदूक,में तिजोरी में
और लोहा?पडा रहेगा द्वार।।
लोहे का हथियार करता है रक्षा,
जबकि सोने को चाहिए सुरक्षा
अंदर से बाहर घर परिवार।।
जैसा है सोने का चमक
वैसा कहाँ है लोहे का धमक
चाहे जहाँ कहीं देख लो संसार।।
   सस्ता लोहा है सोना कीमती।
   खुद लगाकर देख लो गिनती।।
----------------------------------------
वलिदाद,अरवल(बिहार)804402.
दिव्य रश्मि केवल समाचार पोर्टल ही नहीं समाज का दर्पण है |www.divyarashmi.com

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ