Advertisment1

यह एक धर्मिक और राष्ट्रवादी पत्रिका है जो पाठको के आपसी सहयोग के द्वारा प्रकाशित किया जाता है अपना सहयोग हमारे इस खाते में जमा करने का कष्ट करें | आप का छोटा सहयोग भी हमारे लिए लाखों के बराबर होगा |

बनना है तो दीपक बन

बनना है तो दीपक बन

  कब तक यूं जुगनू 
बन के रहेगा
 बहुत फिरते हैं जुगनू 
इस संसार में
  दुनिया को राह दिखाने
 की ताकत है तुझ में
 बनना है तो दीपक बन
 औरों को  रोशनी देता चल
 सबको राह दिखाता चल।
        बहुत हो चुका तेरा मेरा
        अपना पराया बहुत कर लिया
      सिर्फ खुद के खाने से अच्छा है
     औरों को भी खिलाता चल।
      बनना है तो दीपक बन।
 अकेले में मुस्कुराने से अच्छा है
  सबके संग ठहाके लगाता चल।
  मुस्कान सबके होठों पर फैले
 इसकी वजह तू बनता चल
 ईश्वर भी मुस्कुराएगा तुझे देखकर
 बनना है तो दीपक बन।
 देने की खुशी पाने की खुशी से
 ज्यादा बड़ी है
 जुगनूओं ने भी कभी राह 
दिखाई है किसी को भला
 बनना है तो दीपक बन।
 धन्यवाद 
अंशु तिवारी
 पटनादिव्य रश्मि केवल समाचार पोर्टल ही नहीं समाज का दर्पण है |www.divyarashmi.com

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ