Advertisment1

यह एक धर्मिक और राष्ट्रवादी पत्रिका है जो पाठको के आपसी सहयोग के द्वारा प्रकाशित किया जाता है अपना सहयोग हमारे इस खाते में जमा करने का कष्ट करें | आप का छोटा सहयोग भी हमारे लिए लाखों के बराबर होगा |

शेखपुरा: नवजात की बरामदगी के लिए SIT का गठन, सदर अस्पताल से हुई थी चोरी

शेखपुरा: नवजात की बरामदगी के लिए SIT का गठन, सदर अस्पताल से हुई थी चोरी


संवाददाता: मनीष प्रसाद की रिपोर्ट 

जिले के सदर अस्पताल से बच्चा चोरी की घटना के 48 घंटे से अधिक बीत जाने के बाद भी पुलिस के हाथ खाली हैं. वहीं, इस मामले में एसपी दयाशंकर ने नवजात की बरामदगी के लिए एसडीपीओ की अगुवाई में एसआईटी का गठन किया गया है. एसआईटी में पुलिस की 3 अलग-अलग टीमें काम कर रही है. एक टीम का नेतृत्व सदर थाना अध्यक्ष कर रहे हैं, तो दूसरी टीम की अगुवाई सर्किल इंस्पेक्टर कर रहे हैं. इसके अलावा साइबर सेल की टीम भी घटना के समय सदर अस्पताल में एक्टिव मोबाइल नंबरों को खंगाल रही है.

एसपी ने बताया कि पुलिस जल्द ही नवजात को बरामद कर बच्चा चोरी में शामिल सभी लोगों को गिरफ्तार कर लेगी. वहीं, नवजात पुत्र के खो जाने से चेवाड़ा प्रखंड के चकंदरा गांव की मुस्कान देवी का रो-रो कर बुरा हाल है, जैसे-जैसे समय बीतता जा रहा है, मां को अपने बेटे के मिलने की आस भी डूबती जा रही है. पीड़ित मां का एक ही आरोप है कि उसका बच्चा गायब कराने में अस्पताल के कर्मियों की भूमिका है.

बच्चा चोरी के इस मामले में संदेह के घेरे में चल रहे सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ. बीरेंद्र कुमार ने बेतूका बयान दिया है. डीएस ने कहा कि सबसे बड़ी गलती बच्चे की मां की है. वहीं, थानाध्यक्ष ने कहा कि घटना के समय सदर अस्पताल का सीसीटीवी बंद पाया जाना, बच्चा चोरी के इस मामले का सबसे बड़ा लोचा है. जबकि सीसीटीवी का मॉनिटर और पूरा ऑपरेट सिस्टम डीएस के चैंबर में ही है. थानाध्यक्ष ने कहा कि पूछताछ में सीसीटीवी बंद रहने के संबंध में डीएस कुछ भी नही बता पा रहे है. जबकि, सदर अस्पताल की पूरी जवाबदेही डीएस के कंधों पर है.

परिजनों ने स्वास्थ्य मंत्री को लिखा पत्र

सदर अस्पताल से नवजात शिशु की चोरी की घटना को 3 दिन हो चुका है, लेकिन अभी तक जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग के द्वारा बच्चे का पता नहीं लगा पाया है, जिसको लेकर परिजनों ने स्वास्थ्य विभाग से उचित कार्रवाई करने की मांग को लेकर पत्र लिखा है. नवजात के पिता छोटू कुमार ने बताया कि 15 अगस्त को उसकी पत्नी मुस्कान देवी ने सदर अस्पताल में एक स्वस्थ शिशु का जन्म दिया था.

वहीं, 16 अगस्त को लगभग 10:30 बजे शिशु वार्ड में एक महिला कर्मी बनकर नकाबपोश में आई और पिता को दिखाने के नाम पर शिशु को लेकर बाहर निकल गई, लेकिन काफी देर नवजात को लेकर वापस नहीं आने पर उसकी मां के द्वारा खोजबीन शुरू की गयी, लेकिन बच्चे का किसी प्रकार का पता नहीं चल सका, उन्होंने स्वास्थ्य विभाग पर आरोप लगाते हुए कहा कि डॉक्टर नर्स व अन्य स्वास्थ्य कर्मियों की मिलीभगत से बच्चा को चोरी करवाया गया है.
दिव्य रश्मि केवल समाचार पोर्टल ही नहीं समाज का दर्पण है |www.divyarashmi.com

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ