जल जीवन है
जल जीवन का तत्व महान
इसके बिना न रह पाये प्राण
सभी प्राणियों को चाहिए जल
पेड़ पौधे,पशु पक्षी,चाहे हो इन्सान
पंच- तत्व से बना है जीवन,
क्षिति,जल ,पावक,गगन, समीर
वायु प्राण के लिए चाहिए
पर, जल बिन हम होते अधीर,
जल ही है मछली का जीवन ,
इसके बिना न वह रह पाए
पृथ्वी रखती जल संजोकर
कोई न गदला कर पाए ,
खुश हो कर आकाश पिता जब
बादल से जल बरसातें है ,
छन- छन कर मिट्टी के अंदर
अमृत कोष बन जाता है ,
प्रकृति तो जल देती है
कभी न करना बर्बाद इसे
पर्यावरण सुरक्षित रखकर
रखना हरदम आबाद इसे !!
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~~~~~~~~ स्वरचित एवं मौलिक रचना
रचनाकार-डॉ .पुष्पा गुप्ता, मुजफ्फरपुर बिहार ~~
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