Advertisment1

यह एक धर्मिक और राष्ट्रवादी पत्रिका है जो पाठको के आपसी सहयोग के द्वारा प्रकाशित किया जाता है अपना सहयोग हमारे इस खाते में जमा करने का कष्ट करें | आप का छोटा सहयोग भी हमारे लिए लाखों के बराबर होगा |

बिहार में अंधेर नगरी चौपट राजा, नीतीश कुमार का कुशासन|

बिहार में अंधेर नगरी चौपट राजा, नीतीश कुमार का कुशासन|

अपना बिहार जहाँ कि जनता कभी चेतानशीलता,चिंतनशीलता तथा राजनैतिक रूप से प्रगतिशील और दूरदर्शी सोंच वाली हुआ करती थी I लेकिन आज विगत पंद्रह साल से अकल्पनीय सत्य नीतीश कुमार के मुख्यमंत्री न हीं रहने पर बिहार में जंगलराज आ जायेगा कि ओर उन्मादी रूप से ध्रुवीकरण की ओर अग्रगामी हुई है जिसका घातक दुष्परिणाम आज के पिछड़े हुए बिहार के रूप में दिखाई दे रहा है I

आजाद देश में वो भी लोकतांत्रिक प्रणाली में जंगलराज का झूठा आलाप-प्रलाप करना यह एक साईकोडीजीज है I बिहार जैसे राजनीतिक चेतनशील राज्य में जंगालराज कदापि नहीं हुआ है और न हीं आगे होगा I जनता अपने मन से इस अदृश्य डर को हटा लें I नीतीश कुमार अपने इसी प्रोपगांडा के हथियार का इस्तेमाल विगत पंद्रह साल से करके अपने भ्रष्टाचार को बिहार में स्थापित कर चुके हैं I नीतीश कुमार आकंठ रूप से भ्रष्टाचार रूपी संस्कार को आत्मसात कर अपनी साफ़ सुथरी छवि दिखाने के लिए सदाचारी का चोला धारण किये हुए हैं I

पंद्रह साल के शासनकाल में अब तक के इनके रग-रग के प्रत्येक करेक्टर से बिहार की आम जनता वाकिफ हो गई है I अपराधियों, दुराचारियों भ्रष्टाचारियों, व्यभिचारियों की मंडली का मठाधीश भला अपने आप को पाक-साफ़, सदाचारी प्रचारित-प्रसारित और महिमामंडित कराये तो यह लोकतंत्र में जनता के आँखों में धुल झोंकने जैसा है I एक शातिर महंथ अपने आपको जब पाक साफ़ चरित्रवान कहता है लेकिन जब उसकी असलियत यहाँ तक कि उसकी हकीकत समाज के सामने आ जाती है तो लोगों के चीत्त से वह उतर जाता है Iबिहार में आज नीतीश कुमार को उसी महंथ सरीखे करेक्टर के रूप में जनता देख रही है I बिहार की जनता के नजर में इनके ऐसे करेक्टर का पर्दाफंस हो गया है I

सबका साथ सबका विकास नीतीश कुमार का यह सबसे बड़ा दोहरा करेक्टर का प्रमाणित घोखा और मिशाल है I महज अपने गृह जिला नालंदा का विकास और संपूर्ण बिहार उपेक्षित गेम I असल में यहीं तो नीतीश कुमार की कार्य पद्धति और कार्य प्रणाली है I कभी भाजपा को बड़का झूठा पार्टी करार देने वाले बोलते थे कि मिट्टी में मिल जाऊंगा लेकिन भाजपा में न जाऊंगा I सुशील कुमार मोदी जैसे चतुर चाटुकार राजनीति के माहिर खिलाड़ी के अगाडी चलकर एक जुआरी की तरह बिहार को लुटवा दिया I अपने भ्रष्टाचार रूपी संस्कार में इंजीनियरिंग का दिमाग डालकर बिहार में खाली स्टीमेट घोटाला किया है I जिसके बारे में तत्कालीन मुख्यमंत्री की कुर्सी पर विराजमान पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम माझी कर चुके हैं I

इनके खासमखास ललन सिंह और आर.सी.पी के लिए आसक्त मज़बूरी वाली प्रेम में बिहार की जनता का चहुओर शोषण हुआ है I ललन सिंह और आर.सी.पी के आर्थिक लुट के धन निवेश का सीबीआई आयकर और ईडी जांच अगर ठीक से हो तो उसकी आंच से सबकी कलई खुल जायेगी I कोशी महात्रासदी को भी लुट के अवसर के रूप में नीतीश कुमार ने बदल दिया और अपने चहेते ठेकेदारों को कुशहा बांध बनाने की जिम्मेवारी दी जो कि लुट पाट का चारागाह रहा I अरबों रुपये की लागत से बना भागलपुर का बाँध कैसे बह गया था बिहार की जनता उस लुट को जानती है I जिनके शासनकाल में 56 से अधिक उजागर घोटाले लीपापोती कर दफ़न कर दिए गए I

सृजन घोटाला में जिनका हाँथ सुशील मोदी के साथ जुड़कर घोटाला करने में रहा भाजपा की केंद्र शासित सरकार के पिजड़ा में बंद तोता रूपी जांच एजेंसी सीबीआइ की धीमी गति कछुआ चाल में चल रहा है I मुज्जफ्फरपुर बालिका गृह देश का बल्कि विदेशी मिडीया में भी चर्चित रहा जहाँ पर बिहार की बेटियों के अस्मत के साथ न केवल शोषण हुआ बल्कि अनेकों को अपनी हवस का शिकार बनाकर इनके शासकीय शागिर्दों और राजनीतिक संरक्षण प्राप्त शागिर्दों ने बेमौत मारा I यहीं नहीं राज्य के प्रायः सभी जिलों के महिला सुधार गृह में रह रही बिहार कि महिलाओं और नाबालिग बेटियों का शासकीय संरक्षण में जमकर यों शोषण हुआ I आज इसका भी जांच बंद पिंजड़ा का तोता के जिम्मे कछुआ चाल से चल रहा है I

कोरोना महामारी में अप्रवासी बिहारियों के साथ कैसा सलूक हुआ राहत के नाम पर किस तरह से लुट पाट हुआ यह किसी बिहारी से छूपा नहीं है I जो भी अप्रवासी हैं वो और उनका परिवार रिश्तेदार यहाँ तक कि उनका गाँव समाज इसको करीब से देखकर नीतीश कुमार को कोसते नहीं थकता है I युट्यूब, फेसबुक आदि सोशल मिडीया पर लाईव गाली गलौज उसके लाईव दुःख दर्द के संवेदना के आक्रोशित बोल इनका असली पोल खोलने के लिए काफी है I कोरोनटाईन सेंटरों की कुव्यवस्था लुट खसोट को पूरा बिहार देख चुका है I कोरोना टेस्टिंग और उपचार के नाम पर शासकीय संरक्षित लूटपाट को भी बिहार कि जनता महशुस कर रहीं है I बिहार में आज जो भी कोरोना पीड़ित हैं या प्रभावित हैं उनको कैसे बदहाली की दौर से गुजरना पद रहा है यह बिहार की जनता देश रही है I

पंद्रह साल में बिहार में अब तक जल प्रबंधन नहीं हुआ जिसके कारण बिहार एक तरफ बाढ़ तो दूसरी ओर सुखाड़ की विभीषिका को झेल रहा है I पंद्रह साल के शासनकाल में एक भी उद्द्योग धंधा नहीं लगा जबकि बडबोले सुशील कुमार मोदी बिहार के वित्त मंत्री हैं I बिहार में तीन बार कृषि नीति बनाई गई लेकिन अब तक कोई भी कारगर तरीके से क्रियान्वित नहीं की गई I गन्ना किसानों के सब्सिडी को मिलमलिकों की मिलीभगत से इस तथाकथित सुशासन की सरकार ने डकार लिया I बेरोजगारों को न तो रोजगार मिला और न ही नवजवानों को उनका गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा का अधिकार मिला I

बिहार में शिक्षा और चिकित्सा किस तरह से बर्बादी की कगार पर पहुंचा इसको समझा जा सकता है I बिहार के शिक्षित विद्यार्थियों को गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा के लिए बाहर के राज्यों में जाना पड़ता है I वहीँ बेहतर चिकित्सा के लिए यहाँ के लोगों को अन्य राज्यों में चिकित्सीय उपचार के लिए जाना पड़ता है I बिहार के शिक्षा और चिकित्सा में माफियाओं का वर्चस्व है I बिहार में शिक्षक भर्ती घोटाला ,सिपाही, दरोगा भर्ती घोटाला, नर्स भर्ती घोटाला ,ग्रामीण विकास और जीविका में संविधा आधारित भर्ती घोटाला,अस्पताल मनेजमेंट भर्ती घोटाला ,इंजीनियरिंग घोटाला लिस्ट बढ़ता हीं जायेगा I जिधर भी गहराई से नजर घुमाओ नीतीश राज में घोटाला ही घोटाला की बदबू दिखाई देती है I

ऐसे में बिहार के लोगों को अपने अंधेर नगरी के पट्टी को फेंक कर घोटालेबाजों का संरक्षक, भ्रष्टाचार का पोषक, अपराध का जनक, शराब माफियाओं का चहेता, भूमाफियाओं का पोषक और येन केन प्रकारेण न जाने अनेकों तरीके से बिहार की जनता का शोषक चौपट राजा नीतीश कुमार से पिंड छुडाना होगा I

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को चुनौती देता हूँ कि सार्वजानिक मंच पर मेरे द्वारा उठाये गए तथ्यपूर्ण विन्दु पर फेस टू फेस बहस कर सकते हैं I बिहार ही नहीं पुरे भारत की जनता उस बहस का लाईव टेलीकास्ट देखेगी I अगर उस सार्वजानिक मंच के बहस में मैं उनसे परस्त हुआ तो उनकी अधीनता स्वीकार कर लूँगा I लेकिन वो परस्त हुए तो उन्हें बिहार की जनता से माफ़ी मांगते हुए राजनीति से सन्यास की घोषणा सार्वजानिक मंच से करनी होगी I

लेखक श्री रमेश कुमार चौबे , नागरिक अधिकार मंच के महासचिव  एवं राष्ट्रीय प्रवक्ता ,भारतीय जन क्रांति दल डेमोक्रेटिक है

 

 दिव्य रश्मि केवल समाचार पोर्टल ही नहीं समाज का दर्पण है |www.divyarashmi.com

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ