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2030 तक देश में सभी ट्रेनें सोलर पावर और पवन ऊर्जा से चलेंगी

2030 तक देश की सभी ट्रेनें सोलर पावर व पवन ऊर्जा से चलेंगी। हाल में जबलपुर में सोलर पावर से चलने वाले पहले रेल इंजन का ट्रायल हुआ है। इसके लिए भारतीय रेल हरित रेलवे मिशन मोड पर काम कर रहा है। इस कड़ी में फिलहाल पटना जंक्शन पर रोशनी व अन्य विद्युतीय उपकरणों के लिए सोलर पैनल लगाए गए हैं।

जेपी सेतु के उस पार पहलेजा स्टेशन की पूरी व्यवस्था ही सोलर ऊर्जा से चल रही है। अब सोलर पावर के साथ पवन ऊर्जा के जरिए भी रेलवे के बिजली ग्रिडों को बिजली की आपूर्ति की तैयारी चल रही है। जानकारी के अनुसार पवन ऊर्जा क्षेत्र में 103 मेगावाट क्षमता वाले बिजली संयंत्र पहले ही चालू हो चुके हैं। रेल मंत्रालय के अनुसार अगले दो वर्षों में तमिलनाडु, गुजरात, राजस्थान और कर्नाटक में 200 मेगावाट क्षमता वाले पवन ऊर्जा संयंत्र स्थापित करने की योजना है। रेल भवनों और स्‍टेशनों पर प्रकाश की व्‍यवस्‍था के लिए सौ फीसदी एलईडी बल्‍बों का उपयोग पहले से ही हो रहा है।

70 मिलियन लीटर डीजल की हो रही बचत
पर्यावरण रक्षा के साथ डीजल पर निर्भरता खत्म करने के लिए देश भर में अब तक कुल 505 जोड़ी ट्रेनों में हेड ऑन जेनरेशन तकनीक से कोचों में बिजली सप्लाई सफलतापूर्वक हो रही है। पूर्व मध्य रेल में सबसे पहले हेड ऑन जेनरेशन सिस्टम से बिजली की सप्लाई की शुरुआत राजेंद्रनगर-नई दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस से हुई थी। देश भर में कुल 505 ट्रेनों में इस सिस्टम से बिजली सप्लाई के चलते प्रतिवर्ष लगभग 450 करोड़ रूपए के 70 मिलियन लीटर डीजल की बचत हो रही है।

हरित रेलवे मिशन के तहत ये बदलाव भी हुए

  • ट्रेनों के कुल 69,000 यात्री डिब्बों में 2,44,000 जैव-शौचालय बनाए गए।
  • भारतीय रेलवे ने 40,000 से अधिक रेलमार्गों का विद्युतीकरण पूरा कर लिया है, जिसमें 2014-20 के दौरान 18,605 किलोमीटर मार्ग का विद्युतीकरण कार्य किया गया है।
  • कोविड अवधि के दौरान 365 किमी प्रमुख मार्गों का काम पूरा किया गया।
  • हावड़ा/सियालदह-एसवीडी कटरा पर पटना मार्ग के माध्यम से, भागलपुर-शिवनारायणपुर अनुभाग चालू किया गया।
  • भारतीय रेलवे सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए रूफ टॉप सोलर पैनल के माध्यम से 500 मेगा वाट बिजली के उत्पादन पर काम कर रहा है।
  • भारतीय भारतीय रेलवे के पास 20 गीगावाट क्षमता वाले सौर संयंत्र स्थापित करने के लिए 51,000 हेक्टेयर भूमि है।
  • इन संयंत्रों से उत्पन्न होने वाली बिजली की केंद्र/राज्यों के ग्रिडों या सीधे 25 केवी एसी कर्षण प्रणाली को आपूर्ति की जाएगी।


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source https://www.bhaskar.com/local/bihar/patna/news/by-2030-all-trains-in-the-country-will-run-on-solar-power-and-wind-power-127510605.html

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