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भगवान राम की बड़ी बहन

भगवान राम की बड़ी बहन
डॉ अजित कुमार पाठक,
क्या आप जानते है कि भगवान राम की बड़ी बहन जिनका नाम शांता था और वह महाराज दशरथ और माता कौशल्या की बड़ी बेटी थी ? नहीं न ? अंग क्षेत्र के इतिहास में यह भी एक स्वर्णअक्षरों में लिखा जाने वाला सत्य है. मुझे भी नही पता था और मेरी समझ से अधिकतर लोगों को भी पता नही ही होगा . लेकिन यह सत्य है
असल में माता कौशल्या की बड़ी बहन वर्षिणी और अंग देश के राजा रोमपाद की शादी के वर्षों बीत जाने बाद भी कोई संतान नही था, इससे वो लोग काफी दुखी रहते थे .एक बार दोनों व्यक्ति अयोध्या आये तो माता कौशल्या
को पता लगा की उनकी बड़ी बहन और जीजा श्री संतान नहीं रहने के कारण बहुत दुखी रहते है . उस समय शांता का जन्म हो चुका था .माता कौशल्या को अपनी बड़ी बहन का दुःख नहीं देखा गया और महाराज दशरथ की सहमति से कौशल्या ने अपनी बेटी शान्ता को उनलोगों के गोद में दे दिया . शांता अंग देश की राजकुमारी बन गयी. बाद में ऋषि श्रृंग से शांता की शादी हुई .उसी ऋषि की आज भी अंग क्षेत्र में ऋषि श्रृंग आश्रम है
शान्ता के जन्म बहुत दिनों तक महाराज दशरथ को फिर कोई संतान नहीं हुआ इससे वो भी बहुत दुखी रहने लगे .एक बार शान्ता को गोद दे देने के बाद उसे वह वापस नहीं मांग सकते थे
वंश को आगे चलाने के लिए राजा दशरथ को पुत्र की आकांक्षा थी .उन्होंने इस कार्य के लिए ऋषि श्रृंग को पुत्रकामेष्ठी
यज्ञ के लिए अयोध्या बुलाया ,और इस यज्ञ के पूर्ण होने के बाद उनकी तीनों रानियों ने राम ,भरत,लक्ष्मण और शत्रुघ्न को जन्म दिया

पूरे अंग क्षेत्र कई ऐतिहासिक कहानियों का साक्षी रहा है .जरुरत इस बात की है कि इस तरह की ऐतिहासिक और पौराणिक बातों के शोध की ,ताकि हम लोगों की आने वाली अगली पीढ़ी अपने सुनहरे अतीत को जाने और समझे|
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