मुख्यमंत्री ने कोरोना संक्रमण के बचाव हेतु किये जा रहे प्रबंधन पर ग्राम पंचायत एवं नगर निकाय के प्रतिनिधियों के साथ की वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग
- हर कोरोना पीड़ितों का इलाज राज्य सरकार अपने संसाधन से करेगी:- मुख्यमंत्री
- सभी राषन कार्डधारियों के खाते में आज से एक हजार रूपये की राषि अंतरित की जा रही है:- मुख्यमंत्री
01अप्रैल, 2020 को मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने 1 अणे मार्ग स्थित नेक संवाद में वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से ग्राम पंचायत के प्रतिनिधियों एवं नगर निकाय के प्रतिनिधियों के साथ कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए किए जा रहे कार्यों के संबंध में संवाद किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमलोगों ने 22 मार्च को ही राज्य के नगर निकायों, जिला मुख्यालयों, अनुमंडलों और ब्लॉक मुख्यालयों में लॉकडाउन किया था। पूरे देश में प्रधानमंत्री द्वारा 24 मार्च से 14 अप्रैल तक लॉकडाउन करने का ऐलान किया गया था। लोगों की सुविधाओं के लिए लॉकडाउन के दौरान केंद्र सरकार और राज्य सरकार जरूरी कदम उठा रही है। उन्होंने कहा कि हमलोगों ने निर्णय किया कि कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए राज्य के सभी जनप्रतिनिधियों से इसमे सहयोग लिया जाए। उन्होंने कहा कि बाहर से आने वाले लोगों को अलग रखने की व्यवस्था की गई है। इसके लिए सरकार के अधिकारी और कर्मचारियों को लगाया गया है। जितने भी जनप्रतिनिधि हैं चाहे वे पंचायती राज व्यवस्था के हों या नगर निकायों के, पंच और सरपंच सभी को जिम्मेदारी दी गयी है।इन सबके प्रयासों से लोग भी अब समझने लगे हैं कि सोशल डिस्टेंसिंग बहुत जरुरी है। उन्होंने कहा कि जो लोग भी बाहर से आ रहे हैं उनकी सघन जांच की जा रही है। विदेशों से आए सभी लोगों की भी जांच हो रही है। बाहर से आने वाले लोगों के लिए हम सभी को सचेत रहना पड़ेगा लेकिन इसके साथ ही ये देखना भी जरूरी है कि उनके साथ कोई गलत व्यवहार ना हो। उन्होंने कहा कि बाहर से आने वालों के लिए स्कूलों या फिर अन्य चिह्नित जगहों पर उनके लिए आवासन, भोजन एवं चिकित्सकीय सुविधा की सरकार की तरफ से व्यवस्था की गयी है। लॉकडाउन के कारण लोग घरों में रह रहे हैं लेकिन खाद्यान्न और सब्जियों के लिए वे बाहर निकल सकते हैं। किसानों के लिए अभी कटनी का दौर है, खेतों में कटनी होगी। हमें एक दूसरे का ख्याल रखते हुए इन चीजों के बारे में लोगों को बताना चाहिए। जिनको भी थोड़ी बहुत तकलीफ है उनकी जांच करायी जानी चाहिए। बिहार में ये सभी काम हो रहे हैं। कोरोना वायरस की जांच अब बिहार में कई जगहों पर चल रही है। शुरु में इससे संबंधित कई चीजों की कमी थी लेकिन धीर-धीरे बाहर से इन चीजों की व्यवस्था की गयी है। केंद्र सरकार का भी सहयोग लिया जा रहा है। राज्य के अंदर भी दूसरी जगहों से आए लोगों के लिए भी समुचित व्यवस्था की गयी है। कोरोना संक्रमण को भी हमलोग आपदा मान रहे हैं और इसके लिए आपदा प्रबंधन विभाग जरूरी कदम उठा रहा है। 2007 से ही आपदा प्रबंधन का बेहतर नेटवर्क तैयार कर कई आपदाओं में बेहतर कार्य किए गए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमलोग एक एक चीज पर नजर रखते हैं। आपको जो भी मदद की आवश्यकता होगी चिंता मत कीजिएगा, हमलोग करेंगे। हमारा आपसे आग्रह है कि सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें और लॉकडाउन में रहें। धार्मिक केंद्रों पर भीड़ इकट्ठा ना हो इसे लेकर उनके प्रतिनिधियों ने पहले ही आश्वस्त किया है। हमलोगों की जागरूकता ही हमें सुरक्षित रखेगा। ये संकट पूरी दुनिया भर में है तो इसके लिये डरने की जरूरत नहीं है। अगर हमलोग सचेत रहेंगे तो सुरक्षित रहेंगे। 14 अप्रैल तक लॉकडाउन का निर्णय पूरे देश में किया गया है। प्रधानमंत्री के घरों में रहने की अपील का हम सबको पालन करना चाहिए। उन्होंने कहा कि आज आप सब लोगों के बीच अपनी बात रखने का मौका मिला इसके लिये मैं आप सब को धन्यवाद देता हूं। बिहार के बाहर के लोगों को भी सीएम रिलीफ फंड से मदद दी जा रही है। मुख्यमंत्री राहत कोष से सौ करोड़ रूपये उसमें दिए गए हैं। जितनी जरूरत होगी और मदद की जाएगी। जो हमारे पूरे बिहार के लोग हैं उनके लिये राज्य सरकार की तरफ से आपदा प्रबंधन विभाग, स्वास्थ्य विभाग, गृह विभाग जरूरी मदद कर रहा है। चिकित्सकों, नर्सों, पारा मेडिकल स्टाफ को सुरक्षा एवं चिकित्सा संबंधी जो भी जरूरतें हैं उन्हें पूर्ण किया जा रहा है। इस आपदा की घड़ी में सभी लोग निरंतर मिलजुल कर काम कर रहे हैं। हम सब लोगों का अभिनंदन करते हैं। हम सबको मिलकर इस संक्रमण से मुकाबला करना है और लोगों की रक्षा करनी है।
मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी जिलाधिकारियों, पुलिस अधीक्षकों से भी संवाद किया। संवाद के क्रम में जिलाधिकारियों ने जिले में कोरोन्टाइन केंद्र, आपदा राहत केंद्र, पंचायतों में बाहर से आए लोगों के लिए की गई आइसोलेशन व्यवस्था, खाद्यान्नों की व्यवस्था, साफ-सफाई की व्यवस्था, कोरोना वायरस के संक्रमण के संभावित लोगों की जांच की स्थिति की अद्यतन जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने वीडियो कान्फ्रेंसिंग के दौरान कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए किए जा रहे प्रबंधन के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। पंचायत स्तर पर जो आइसोलेशन में है उन्हें जरुरी चीजों के लिए फंड उपलब्ध कराए जा सकते हैं। पंचायत स्तर पर सफाई एवं अन्य सुविधाओं के लिए जैसे मास, सेनेटाइजर के लिए फंड उपलब्ध कराए जा सकते हैं। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि जिलों में बिहार से बाहर फंसे हुए प्रवासियों का कॉल आता है उसे संबंधित जिलाधिकारी, आपदा प्रबंधन विभाग को संसूचित करें।
वीडियो कान्फ्रेंसिंग के दौरान उप मुख्यमंत्री श्री सुशील कुमार मोदी ने भी स्थानीय जनप्रतिनिधियों को संबोधित किया।
वीडियो कान्फ्रेंसिंग में पुलिस महानिदेशक श्री गुप्तेश्वर पांडेय ने रामनवमी, हनुमान जयंती, शब-ए-बारात के संबंध में सुरक्षा को लेकर पुलिस अधीक्षकों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
बैठक में उपमुख्यमंत्री श्री सुशील कुमार मोदी, विधानसभा अध्यक्ष श्री विजय कुमार चैधरी, स्वास्थ्य मंत्री श्री मंगल पांडेय, जल संसाधन मंत्री श्री संजय कुमार झा, मुख्य सचिव श्री दीपक कुमार, पुलिस महानिदेशक श्री गुप्तेश्वर पांडेय, प्रधान सचिव स्वास्थ्य श्री संजय कुमार, प्रधान सचिव पंचायती राज विभाग श्री अमृत लाल मीणा, प्रधान सचिव आपदा श्री प्रत्यय अमृत, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री चंचल कुमार, प्रधान सचिव ग्रामीण विकास विभाग श्री अरविंद चैधरी, मुख्यमंत्री के सचिव श्री मनीष कुमार वर्मा, सचिव परिवहन श्री संजय अग्रवाल, सचिव खाद्य, आपूर्ति, उपभोक्ता संरक्षण श्री पंकज कुमार पाल, मुख्यमंत्री के सचिव श्री अनुपम कुमार, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी श्री गोपाल सिंह उपस्थित थे।