Advertisment1

यह एक धर्मिक और राष्ट्रवादी पत्रिका है जो पाठको के आपसी सहयोग के द्वारा प्रकाशित किया जाता है अपना सहयोग हमारे इस खाते में जमा करने का कष्ट करें | आप का छोटा सहयोग भी हमारे लिए लाखों के बराबर होगा |

विश्व गगन में हिंद सूर्य सदा दीप्यमान

विश्व गगन में हिंद सूर्य सदा दीप्यमान

*****************************
अप्रतिम वैश्विक नेतृत्व क्षमता,
वसुधैव कुटुंबकम् हिय हिलोर ।
अहिंसा परमो धर्म मूल मंत्र,
स्नेह प्रेम शांति प्रयास पुरजोर ।
वैदिक ज्ञान प्रेरणास्पद पुरोधा,
सुप्त जगत चैतन्य आह्वान ।
विश्व गगन में हिंद सूर्य सदा दीप्यमान ।।


कर तत्पर मानवता कल्याण,
प्रगति संग प्रकृति संरक्षण ध्यान ।
सदैव अभिरक्षा नैसर्गिक धरोहर,
संस्कारित जीवन शैली प्रदान ।
शीर्ष नारी सम्मान सशक्तिकरण,
स्वच्छ स्वस्थ परिवेश गुणगान ।
विश्व गगन में हिंद सूर्य सदा दीप्यमान ।।


शिक्षा विज्ञान कला कौशल क्षेत्र,
प्रतिभा संपन्न दिव्य मनोरमा ।
प्रौद्योगिकी मंच सफलता निर्झर,
रक्षा अंतर साहस शौर्य अनुपमा ।
अनुपम प्रदर्शन महिला क्रिकेट,
विश्व कप जीत आन बान शान ।
विश्व गगन में हिंद सूर्य सदा दीप्यमान ।।


हर राष्ट्र प्रति मैत्री अभिलाष,
सदा विरोध दमनकारी रूप ।
वार्तालाप माध्य समस्या हल,
परस्पर आदर आदर्श प्रतिरूप ।
निज संस्कृति मर्यादा सर्वोपरि,
हर कदम अग्र रक्षित स्वाभिमान ।
विश्व गगन में हिंद सूर्य सदा दीप्यमान ।।


कुमार महेंद्र
(स्वरचित मौलिक रचना)
हमारे खबरों को शेयर करना न भूलें| हमारे यूटूब चैनल से अवश्य जुड़ें https://www.youtube.com/divyarashminews #Divya Rashmi News, #दिव्य रश्मि न्यूज़ https://www.facebook.com/divyarashmimag

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ