विश्व गगन में हिंद सूर्य सदा दीप्यमान
*****************************अप्रतिम वैश्विक नेतृत्व क्षमता,
वसुधैव कुटुंबकम् हिय हिलोर ।
अहिंसा परमो धर्म मूल मंत्र,
स्नेह प्रेम शांति प्रयास पुरजोर ।
वैदिक ज्ञान प्रेरणास्पद पुरोधा,
सुप्त जगत चैतन्य आह्वान ।
विश्व गगन में हिंद सूर्य सदा दीप्यमान ।।
कर तत्पर मानवता कल्याण,
प्रगति संग प्रकृति संरक्षण ध्यान ।
सदैव अभिरक्षा नैसर्गिक धरोहर,
संस्कारित जीवन शैली प्रदान ।
शीर्ष नारी सम्मान सशक्तिकरण,
स्वच्छ स्वस्थ परिवेश गुणगान ।
विश्व गगन में हिंद सूर्य सदा दीप्यमान ।।
शिक्षा विज्ञान कला कौशल क्षेत्र,
प्रतिभा संपन्न दिव्य मनोरमा ।
प्रौद्योगिकी मंच सफलता निर्झर,
रक्षा अंतर साहस शौर्य अनुपमा ।
अनुपम प्रदर्शन महिला क्रिकेट,
विश्व कप जीत आन बान शान ।
विश्व गगन में हिंद सूर्य सदा दीप्यमान ।।
हर राष्ट्र प्रति मैत्री अभिलाष,
सदा विरोध दमनकारी रूप ।
वार्तालाप माध्य समस्या हल,
परस्पर आदर आदर्श प्रतिरूप ।
निज संस्कृति मर्यादा सर्वोपरि,
हर कदम अग्र रक्षित स्वाभिमान ।
विश्व गगन में हिंद सूर्य सदा दीप्यमान ।।
कुमार महेंद्र
(स्वरचित मौलिक रचना)
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