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चुनाव 2025 - नीतीश कुमार का फिर बिहार में वापसी की आस

चुनाव 2025 - नीतीश कुमार का फिर बिहार में वापसी की आस

लेखक जितेन्द्र कुमार सिन्हा दिव्य रश्मि के उपसम्पादक है |

नीतीश कुमार के नेतृत्व में पिछले दो दशकों में बिहार में सड़क नेटवर्क का जबरदस्त विस्तार हुआ है। राष्ट्रीय राजमार्गों की लंबाई लगभग दोगुनी हो कर 3,629 किमी से बढ़कर 6,147 किमी हो गई, और बड़े जिला मार्गों की लंबाई भी दोगुनी हुई, 8,457 किमी से बढ़कर 16,296 किमी तक। इससे ग्रामीण-शहरी जुड़ाव, कृषि विपणन तथा स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूत आधार मिला है।

‘गंगा जल लिफ्ट प्रोजेक्ट’ जैसे महत्वाकांक्षी जल आपूर्ति योजनाओं के माध्यम से, गया, राजगीर एवं नवादा जैसे शहरों में स्वच्छ जल पहुंचाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है।

2025 की शुरुआत में नीतीश कुमार ने सात जिलों के शहरी बुनियादी ढाँचे को सुदृढ़ करने के लिए ₹1,002 करोड़ से अधिक की परियोजनाओं की आधारशिला रखी। इसमें सड़कों, ड्रेनेज सुधार, पार्क, तालाब पुनरुद्धार जैसे कार्य शामिल हैं।

3 सितम्बर 2025 को गया में ₹900 करोड़ मूल्य के 10 परियोजनाओं का उद्घाटन किया गया, जैसे कि फ्लाईओवर, सड़क विस्तार, जल चैनल और शैक्षणिक संस्थान, जिससे क्षेत्रीय विकास को बल मिला।

अंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के मानदेय में बढ़ोत्तरी की गई अंगनवाड़ी सेविकाओं को ₹9,000 और सहायक को ₹4,500 प्रतिमाह (1 अक्टूबर 2025 से लागू)। साथ ही, मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना के अंतर्गत महिलाओं को स्वयंरोजगार हेतु ₹10,000 की सहायता (मध्यम अवधि में ₹2 लाख तक) देने की घोषणा की गई है।

मछली पालन को बढ़ावा देने के लिए फीड मिलों को विद्युत सब्सिडी की सुविधा दी जा रही है, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में आर्थिक गतिविधियाँ और रोजगार दोनों को बढ़ावा मिलेगा।

नीतीश कुमार 2025 विधानसभा चुनाव में यह उपलब्धियां जनता को प्रमुखता से उजागर कर सकते हैं। सड़कों और कनेक्टिविटी, पिछले सालों में दूर-दराज इलाकों में सड़क एवं पुल निर्माण, जिससे जनसुविधा और अर्थव्यवस्था बेहतर हुई है। महिला और सामाजिक कल्याण, महिला श्रमिकों को सशक्त करने हेतु योजनाएँ और व्यापक सामाजिक समावेशन। शहरी एवं ग्रामीण दोनों क्षेत्र में विकास काम (गया, सिवान आदि में इंफ्रास्ट्रक्चर)। स्वच्छ जल और पर्यावरणीय पहल जैसे जल लिफ्ट प्रोजेक्ट। मोदी + नीतीश का विकास एजेंडा केंद्र और राज्य दोनों के सहयोग से तेजी से विकास का संदेश। इन उपलब्धियों को भावनात्मक रूप से 'वापसी का भरोसा' या 'फिर से विकास की रेलगाड़ी' के रूप में पेश किया जा सकता है।

वर्तमान विधानसभा स्थिति NDA के पास कुल 131 सदस्य हैं, BJP 80, JD(U) 45, HAM(S) 4, और 2 निर्दलीय समर्थन के साथ। सिट शेयरिंग प्रारूप (जल्द लगभग तय) के अनुसार, JD(U) लगभग 102 सीटें, BJP लगभग 101 सीटें, LJP (Ram Vilas / Chirag Paswan) लगभग 20 सीटें, HAM(S) और RLM लगभग 10-10 सीटें प्रत्येक।

पूर्वानुमान (Opinion Poll) है Times Now JVC के अनुसार, NDA को कुल मिलाकर 136 सीटें जीतने का अनुमान है, जिसमें BJP और JD(U) के अलावा सहयोगी दलों की हिस्सेदारी शामिल है। JD(U) को 29-31 के आसपास सीटें मिल सकती हैं।

नीतीश कुमार विकास की कहानी के नायक बनकर फिर से मैदान में उतर रहे हैं, चाहे वह सड़क, पानी, शहरी बुनियादी ढांचा हो, महिला सशक्तिकरण हो या गांवों की आर्थिक सुदृढ़ता। NDA की सीटों की चुनौती को देखते हुए JD(U) को लगभग 100+ सीटें, BJP को समान रूप से, यह गठबंधन एक निर्णायक मुकाबले का मंच तैयार कर रहा है, जहां जनता के बीच विकास की उपलब्धियां ही इसकी मजबूत दावे की नींव होगी।

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