Advertisment1

यह एक धर्मिक और राष्ट्रवादी पत्रिका है जो पाठको के आपसी सहयोग के द्वारा प्रकाशित किया जाता है अपना सहयोग हमारे इस खाते में जमा करने का कष्ट करें | आप का छोटा सहयोग भी हमारे लिए लाखों के बराबर होगा |

मोबाइल चालीसा

मोबाइल चालीसा 

कोटि कोटि वंदन,प्रौद्योगिकी मनहर छवि ।
हर कर कमल शोभा,सहज युक्ति आनंद नवि ।।


अंतर बिंदु अद्यतन,ज्ञान प्रदान शीर्ष ध्येय ।
मिटा सघन तिमिर रेखा,सृजित भाव अजेय ।।


समावेशी वैचारिकी,भाव भंगिमा प्रेरणा पुंज ।
शुद्ध सही सजग प्रयुक्ति,सौम्यता सफलता निकुंज ।।


जीवन शैली अभिन्न अंग,मित्रवत व्यवहार ।
प्रगति पथ अहम सेतु,आदर्श युक्त चरित्र श्रृंगार ।।


परम शालीन भूमिका,नवल धवल विश्व निर्माण ।
अविचल संघर्ष पथ,बाधा समस्या मूल निर्वाण ।।


प्रहरी वैश्विक गौरव,रक्षक सर्व स्वाभिमान ।
जागृत सुषुप्त जनमानस,नूतन चेतना आह्वान ।।


संचरण आशा उमंगी भाव,नैराश्य वैमनस्य विलोपन ।
संबंध अंतर अपनत्व,स्पंदक स्नेह अथाह लोचन ।।


स्नेहिल प्रबोधन हर क्षेत्र,विज्ञान वाणिज्य कला ।
सुबोध क्लिष्ट अवधारणाएं,ध्येय जीव मात्र भला ।।

परिवार समाज विकास हित,तत्पर उर चेतना ।
कर्म वचन भेद रहित,प्रकृति प्रति अनंत संवेदना ।।


🌹तज संकीर्ण वैचारिकी,आत्मसात सकारात्मक सोच ।
परस्पर संबंध अंतरंग,संवाद संप्रेषण मृदुल लोच ।।🌹


🌹अंतःकरण तरंग कोमल,आराधना आराध्य मनोरम ।
विमल वाणी ओज पुंज,साध्य ज्योतिर्मय अंतरतम ।।🌹


🌹अग्र कदम नित प्रयास,मनुज दिव्यता स्थापन ।
यंत्रवत परिवर्तन उपमा,तीव्र शुद्ध कार्य संपादन ।।🌹


🌹मार्टिन कूपर प्रतिपादक,उन्नीस सौ तिहेतर अमेरिका ।
हिंद पटल उन्नीस पिचानवे,विज्ञान वरदान स्वरिका ।।🌹


🌹नीरसता श्रृंगार सरस रूप,काम काज सक्रियता दर्शन ।
क्रांति क्षेत्र कल्पनातीत,तकनीक सह आनंद स्पर्शन ।।🌹


🌹प्राण प्रिय अनुपमा,संबंध अंतर अंतरंगता अथाह ।
निशि दिन संचलन,असंतुलित जीवनचर्या निगाह ।।🌹


🌹अधुना जीवन सहज प्रयुक्ति,शीघ्र दक्ष कामकाज गति ।
मित्र शत्रु मिश्रित भाव,प्रयोग अनुप्रयोग निज मति ।।🌹


🌹मोबाइल क्रांति अद्भुत अनुपम,हर व्यक्ति पहुंच सरल।
समय महत्ता गौण बिंदु ,आधिक्य प्रयुक्ति मधुर गरल ।।🌹


🌹परिवार समाज मुस्कान मंद,रिश्ते नाते महज औपचारिक ।
स्व चल यंत्र महत्ता परम,वैचारिक स्तर कृत्रिम अनैतिक ।।🌹


🌹करबद्ध निवेदन हर धारक, सही उचित नैतिक उपयोग ।
अध्ययन पेशा मनोरंजन हित,समय सारणी अनुप्रयोग ।।🌹


🌹खुशियां जन्य मनुज जीवन,मोबाइल ए.आई. प्रीत संग ।
ज्ञान ध्यान निज संस्कृति,शिष्ट शील परिचय परिवेश उत्संग ।।🌹


*कुमार महेंद्र*
(स्वरचित मौलिक रचना)
हमारे खबरों को शेयर करना न भूलें| हमारे यूटूब चैनल से अवश्य जुड़ें https://www.youtube.com/divyarashminews #Divya Rashmi News, #दिव्य रश्मि न्यूज़ https://www.facebook.com/divyarashmimag

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ