Advertisment1

यह एक धर्मिक और राष्ट्रवादी पत्रिका है जो पाठको के आपसी सहयोग के द्वारा प्रकाशित किया जाता है अपना सहयोग हमारे इस खाते में जमा करने का कष्ट करें | आप का छोटा सहयोग भी हमारे लिए लाखों के बराबर होगा |

एक लड़की,रिमझिम सावन सी

एक लड़की,रिमझिम सावन सी

मस्त मलंग हाव भाव,
देह प्रभा अति सुंदर सुडौल ।
अल्हड़ता व्यवहार अंतर,
हिय प्रिय मधुरिम मधु बोल ।
अधुना शैली परिधान छटा,
चारु चंद्रिका रज बिछावन सी ।
एक लड़की,रिमझिम सावन सी ।।


आंगिक चेष्टा मोहिनी,
नव यौवन सदा उत्तम उभार ।
आचार विचार शुद्ध सात्विक,
अंतःकरण शोभित संस्कार ।
ज्ञान ध्यान सदा निज शक्ति भक्ति,
हौसली उड़ान सुभावन सी ।
एक लड़की,रिमझिम सावन सी ।।


अभिलाष अग्र कदम हर क्षेत्र ,
मिटा पुरात्तन सोच आरेख ।
ललक झलक प्रगति पथ पर,
प्रेरणा आत्मसात मति मेख ।
तज अंध विश्वास कुरीतियां,
उर भावना पुनीत पावन सी ।
एक लड़की,रिमझिम सावन सी ।।


नित सहन समाज व्यंग्य बाण ,
लैंगिक कटाक्ष अनंत वहन ।
पग पग पहरा शील चरित्र पट ,
स्वतंत्रता बिंदु मनन गहन ।
अहम भूमिका परिवार राष्ट्र,
सुरभि अनंत खुशियां आवन सी ।
एक लड़की,रिमझिम सावन सी ।।


कुमार महेन्द्र
(स्वरचित मौलिक रचना)
हमारे खबरों को शेयर करना न भूलें| हमारे यूटूब चैनल से अवश्य जुड़ें https://www.youtube.com/divyarashminews #Divya Rashmi News, #दिव्य रश्मि न्यूज़ https://www.facebook.com/divyarashmimag

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ