🌿 "संस्कृत फिर से लौटे भारत में" 🌿
लेखक: संतोष कुमार ओझासंस्कृत जो वाणी थी ऋषियों की,
ज्ञान-गंगा सी बहती थी,
जहाँ वेदों की रचना होती,
वह भूमि कभी न थमती थी।
चन्द्र, सूर्य, नक्षत्रों की भाषा,
गूंजी थी जब गुरुकुल में,
हर शिशु था शास्त्रों का ज्ञाता,
रमता था वह ब्रह्मतत्व में।
फिर क्यों अब यह मौन पड़ी है?
क्यों किताबों में कैद हुई?
जिसने सिखाया आत्मबोध को,
वह शिक्षा क्यों विस्मृत हुई?
हे शासन! सुनो भारत माता की,
जो रोती है अपनी जिह्वा को,
जो कहती थी – "त्वमेव विद्या",
अब पुकारे अपने सन्तान को।
संस्कृत को विद्यालयों में लौटाओ,
श्लोकों से फिर कक्षा भर दो,
ऋग्वेद, गीता, योग-सूत्रों से,बच्चों के मन को धन्य कर दो ।
हमारे खबरों को शेयर करना न भूलें| हमारे यूटूब चैनल से अवश्य जुड़ें https://www.youtube.com/divyarashminews #Divya Rashmi News, #दिव्य रश्मि न्यूज़ https://www.facebook.com/divyarashmimag
ज्ञान-गंगा सी बहती थी,
जहाँ वेदों की रचना होती,
वह भूमि कभी न थमती थी।
चन्द्र, सूर्य, नक्षत्रों की भाषा,
गूंजी थी जब गुरुकुल में,
हर शिशु था शास्त्रों का ज्ञाता,
रमता था वह ब्रह्मतत्व में।
फिर क्यों अब यह मौन पड़ी है?
क्यों किताबों में कैद हुई?
जिसने सिखाया आत्मबोध को,
वह शिक्षा क्यों विस्मृत हुई?
हे शासन! सुनो भारत माता की,
जो रोती है अपनी जिह्वा को,
जो कहती थी – "त्वमेव विद्या",
अब पुकारे अपने सन्तान को।
संस्कृत को विद्यालयों में लौटाओ,
श्लोकों से फिर कक्षा भर दो,
ऋग्वेद, गीता, योग-सूत्रों से,बच्चों के मन को धन्य कर दो ।
हमारे खबरों को शेयर करना न भूलें| हमारे यूटूब चैनल से अवश्य जुड़ें https://www.youtube.com/divyarashminews #Divya Rashmi News, #दिव्य रश्मि न्यूज़ https://www.facebook.com/divyarashmimag
0 टिप्पणियाँ
दिव्य रश्मि की खबरों को प्राप्त करने के लिए हमारे खबरों को लाइक ओर पोर्टल को सब्सक्राइब करना ना भूले| दिव्य रश्मि समाचार यूट्यूब पर हमारे चैनल Divya Rashmi News को लाईक करें |
खबरों के लिए एवं जुड़ने के लिए सम्पर्क करें contact@divyarashmi.com