Advertisment1

यह एक धर्मिक और राष्ट्रवादी पत्रिका है जो पाठको के आपसी सहयोग के द्वारा प्रकाशित किया जाता है अपना सहयोग हमारे इस खाते में जमा करने का कष्ट करें | आप का छोटा सहयोग भी हमारे लिए लाखों के बराबर होगा |

यह समर भूमि है

यह समर भूमि है

यह समर भूमि है रणयोद्धा लड़ने को तैयार खड़े।
शौर्य पराक्रम वीरता दिखलाने प्रहरी अटल अड़े।
शंखनाद हुआ रण का सुनकर बैरी की ललकार।
कूद पड़े सब महा शूरमां हाथों में लेकर हथियार।

गोला बारूद से भिड़ जाते तूफां से टकराते वीर।
नैन दिखाएं जो भी हमको पल में देते सीना चीर।
जो भी खेले खून की होली शोणित धार बहा देंगे।
बलिदानी वीर वसुंधरा आतंकी ठिकानें ढहा देंगे।

राष्ट्र मुखिया राष्ट्रभक्त हो सेनाएं हमलावर होती।
थर्राती है दुश्मन सेनाएं जो देशभक्त जनता होती।
ईंट से ईंट से बजादे शूरवीरों का स्वाभिमान रहा।
सिंदूर उड़ाने वालों पे विनाशक सिंदूर प्लान रहा।

आतंकी अड्डे तहस-नहस अफरा तफरी बैरी दल।
हम शांति के कायल रहे नैन दिखाते हमको छल ।
देश प्रेम उमड़ा हर हृदय बहे राष्ट्रप्रेम की धारा है।
शेर पलटवार कर दे तो हिल जाए दुश्मन सारा है।


रमाकांत सोनी सुदर्शन
नवलगढ़ जिला झुंझुनू 
राजस्थान रचना स्वरचित व मौलिक है
हमारे खबरों को शेयर करना न भूलें| हमारे यूटूब चैनल से अवश्य जुड़ें https://www.youtube.com/divyarashminews #Divya Rashmi News, #दिव्य रश्मि न्यूज़ https://www.facebook.com/divyarashmimag

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ