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शब्दवीणा द्वारा जन्मदिवस पर काव्य गोष्ठी के आयोजन की हुई अनुकरणीय पहल

शब्दवीणा द्वारा जन्मदिवस पर काव्य गोष्ठी के आयोजन की हुई अनुकरणीय पहल

  • कालियामर्दन करना जानता है हिन्दुस्तान
गया। राष्ट्रीय साहित्यिक-सह-सांस्कृतिक संस्था शब्दवीणा द्वारा जन्मदिवस पर काव्य गोष्ठी का आयोजन करने की अनुकरणीय पहल की गयी। शब्दवीणा की राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रो. डॉ. रश्मि प्रियदर्शनी ने बतलाया कि शब्दवीणा की नवादा जिला इकाई के संयोजन में शब्दवीणा के बिहार प्रदेश प्रचार मंत्री डॉ. गोपाल प्रसाद 'निर्दोष' के जन्मदिवस पर शब्दवीणा के कवियों एवं कवयित्रियों ने काव्य पाठ करके डॉ निर्दोष को सुखद तथा प्रगतिशील जीवन हेतु शुभकामनाएं दीं। काव्य गोष्ठी की अध्यक्षता शब्दवीणा के नवादा जिला अध्यक्ष अरुण कुमार वर्मा ने की। मंचासीन पदाधिकारियों, बुद्धिजीवियों, श्रोताओं, दर्शकों एवं छात्र-छात्राओं ने प्रभारी प्रधानाचार्य पद पर कार्यरत डॉ गोपाल निर्दोष को बधाइयाँ दीं। 'शब्दवीणा' की नवादा जिला इकाई के पुनर्गठनोपरांत समिति द्वारा यह प्रथम आयोजन था, जिसमें प्रदेश प्रचार मंत्री डॉ. गोपाल प्रसाद 'निर्दोष', जिला अध्यक्ष अरुण कुमार वर्मा, उपाध्यक्ष डॉ. ब्रह्मानंद विश्वकर्मा, सचिव सावन कुमार एवं प्रचार मंत्री राधा रानी सहित कोषाध्यक्ष सुबोध कुमार एवं अन्य पदाधिकारियों व सदस्यों ने आहूत लघु बैठक में शब्दवीणा के सांगठनिक विस्तार एवं आगामी कार्यक्रमों पर योजनाएँ बनायीं। तत्पश्चात काव्यगोष्ठी में सावन कुमार ने 'मानवता' एवं 'टुकड़ों में बंटी नारियाँ' विषय पर अपनी रचना रखी। प्रचार मंत्री राधा रानी ने 'खोखले रिश्ते' एवं 'सशक्त बिहार' पर कविताएँ पढ़कर श्रोताओं को आत्मचिंतन हेतु प्रेरित किया।

सुबोध कुमार ने अपने बिहार का गौरव गान करते हुए भारत की ग्रामीण सभ्यता एवं संस्कृति का वर्णन किया। जिला उपाध्यक्ष वरिष्ठ कवि डॉ. ब्रह्मानंद विश्वकर्मा ने देश के दुश्मनों, गद्दारों, आतंकवादियों पर अपनी सशक्त अभिव्यक्ति द्वारा प्रहार किया, तो वहीं डॉ. गोपाल प्रसाद 'निर्दोष' ने अपनी कविता द्वारा कहा कि 'दादागिरी का नाम है चीन, आतंकवाद का पर्याय है पाकिस्तान। सुन लें ये दोनों नामुराद, कालियामर्दन करना जानता है हिन्दुस्तान।' डॉ. निर्दोष ने 'ऑपरेशन सिंदूर' के दौरान शहीद हुए नवादा के मनीष कुमार को नमन करते हुए कविता पढ़ी कि 'अब जीने की यही तमन्ना है कि तिरंगा मेरा कफन हो, जान चाहे जहाँ निकले मेरी, लाश भारत में ही दफन हो।' इस अवसर पर गुरुदेव आईटीआई सह इंटरमीडिएट कॉलेज, नवादा के सचिव विकास कुमार भी उपस्थित थे। काव्य गोष्ठी का सीधा प्रसारण शब्दवीणा केन्द्रीय पेज से किया गया, जिससे जुड़कर पुरुषोत्तम तिवारी, महावीर सिंह वीर, डॉ रश्मि प्रियदर्शनी, निगम राज, प्यारचन्द कुमार मोहन, डॉ रवि प्रकाश, डॉ विनीता प्रिया, टुन्नू दांगी, प्रो. सुनील कुमार उपाध्याय, प्रो सुबोध कुमार झा, ललित शंकर, डॉ विजय शंकर, सरिता कुमार, सुरजीत झा, सरोज कुमार, वंदना चौधरी, अनुराग सैनी, सुरेश विद्यार्थी एवं अनेक दर्शकों ने काव्यगोष्ठी का आनंद उठाया तथा डॉ. गोपाल निर्दोष को जन्मदिन पर शुभकामनाएं दीं।

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