आपदा में अवसर बनने की बात है,

आपदा में अवसर बनने की बात है,

लुटेरों को लूट कर भरने की बात है।
कुर्सी के कीड़े लगे कुर्सी की दौड़ में,
लाश पर मंडराते गिद्धों की बात है।


सफेदपोश हों या खाकी में हों लिपटे,
मक्कार चाहे जो हो खादी से चिपटे।
निकले नहीं जो घर से मदद के वास्ते,
आरोप लगाते घर से फेसबुक पर सिमटे।


ए सी में बैठ बैठकर, ये रिपोर्ट बना देते,
पाकिस्तान की खबर, बंगाल दिखा देते।
बातों के खिलाड़ी, लामबन्दी में माहिर,
चीन का ईशारा, सेना पर सवाल उठा देते।

डॉ अ कीर्ति वर्द्धन
हमारे खबरों को शेयर करना न भूलें| हमारे यूटूब चैनल से अवश्य जुड़ें https://www.youtube.com/divyarashminews https://www.facebook.com/divyarashmimag

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ