भारतीय युवा जीवन मूल्य एवं सामाजिक सदाचार।

भारतीय युवा जीवन मूल्य एवं सामाजिक सदाचार।
गंगा महासभा बिहार-झारखंड के प्रदेश अध्यक्ष धर्म चन्द्र पोद्दार ने वाराणसी से बताया कि संस्कृति संसद अपने अंतिम दिवस रविवार को युवा विमर्श पर केंद्रित रहा। कुल 6 सत्र आयोजित हुए। 1) भारतीय युवा जीवन मूल्य एवं सामाजिक सदाचार। 2) ढाई मोर्चे के युद्ध पर भारत। 3) कला संस्कृति के आवरण में परोसी जा रही विकृति। 4) सत्ता संस्थान बनाम सरकार 5) राष्ट्रीय एकता एवं अखंडता को छिन्न-भिन्न करने के लिए इतिहास लेखन में कम्युनिस्टो के षड्यंत्र। 6) राष्ट्रीय एकता एवं अखंडता की सांस्कृतिक सूत्र।
'सत्ता संस्थान बनाम सरकार' विषय पर चौथे सत्र का संचालन गंगा महासभा बिहार-झारखंड के प्रदेश अध्यक्ष धर्म चन्द्र पोद्दार ने किया। श्री पोद्दार ने बताया कि यह सत्र पूर्व की सरकारों का सिस्टम और वर्तमान सरकार के बीच जो तनाव है, जिसकी वजह से सरकार बहुत कुछ चाह कर भी नहीं कर पाती है, इसी से संबंधित सत्र था।
इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय में पत्रकारिता विभाग के डीन रह चुके डॉ चन्द्रकांत प्रसाद सिंह इसके वक्ता थे।
इस आयोजन में विभिन्न प्रान्तों से आये सैकड़ों की संख्या में लोग उपस्थित थे। बिहार-झारखंड से श्री पोद्दार के अलावे आशीष दुबे, अनिमेष कुमार, आनंद प्रकाश, शशि श्रीवास्तव, बृख भान अग्रवाल, दीपेश निराला, नवीन तिवारी, रवि शंकर मिश्रा, आशीष कुमार, आशीष कुमार ठाकुर, अंजली चौधरी, राहुल कुमार, योगेंद्र कुमार मंडल आदि भी सम्मिलित थे।

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