नेताओं

नेताओं

सत्य को स्वीकार करना सीखिए,
मुफ़्त का बहिष्कार करना सीखिए।
किसान बहुत संतुष्ट, आभार करता,
ग़रीबी में खुश रहना, उससे सीखिए।


जो मिला धन्यवाद कहता प्रभु को,
नेताओं से बचाना, कहता प्रभु को।
देखा नहीं गाँव जिसने, वह बोलते,
कर्म की ताक़त मिले, कहता प्रभु को।

अ कीर्ति वर्द्धन
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