निवेश की राह के रोड़े हटा रहे योगी

निवेश की राह के रोड़े हटा रहे योगी

(अशोक त्रिपाठी-हिन्दुस्तान फीचर सेवा)
विदेश भ्रमण पर गयी योगी आदित्यनाथ की टीम ने पूरी दुनिया से भारी भरकम निवेश के प्रस्ताव हासिल किये हैं। बेल्जियम, यूएडी, कनाडा, अमेरिका और आस्ट्रेलिया जैसे देशों से निवेशक भारत मंे लाॅजिस्टिक एण्ड कार्गों, कृषि, पर्यटन, इन्फ्रास्ट्रक्चर, रीन्यूबल एनर्जी समेत कई क्षेत्रों मंे निवेश करेंगे। इन विदेशों से उत्तर प्रदेश मंे भी लाखों नये रोजगार के अवसर पैदा होेंगे। इसीलिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निवेश की राह मंे कोई रोड़ा न आए, इसकी तरफ विशेष रूप से ध्यान दिया है। इनमंे सबसे पहली कानून-व्यवस्था की रहती है। इसके अभाव मंे निवेश की संभावना ही नहीं करनी चाहिए क्योंकि कोई भी जोखिम वाले स्थान पर पैसा नहीं लगाएगा। इसलिए योगी आदित्यनाथ ने पिछले दिनों कानून-व्यवस्था को लेकर समीक्षा बैठक की थी। दूसरी समस्या कोरोना महामारी की संभावित तीसरी लहर की है। कोविड ने चीन मंे जिस तरह कहर बरपाया है, उससे पूरी दुनिया चिंतित है। भारत में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और उनके स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मानडबिया ने कोरोना वैक्सीनेशन के साथ मास्क और सोशल डिस्टेंस पर जोर दिया है। योगी आदित्यनाथ ने पिछली बार कोरोना से निपटने के लिए जो ऐक्शन टीम बनायी थी, उसकी बैठक करके प्रदेश को एलर्ट कर दिया है। उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक, जो स्वास्थ्य विभाग के मंत्री भी हैं, उन्हांेने अस्पतालों को करोनो के संभावित आक्रमण से निपटने की तैयारी करने को कहा है। इस प्रकार अगले साल के प्रारम्भ मंे ही होने वाली इंवेस्टर्स समिट मंे आने वाले उद्यमियों को योगी आदित्यनाथ बता सकेंगे कि उनके निवेश मार्ग मंे कोई रोड़ा नहीं है।

उत्तर प्रदेश की योगी सरकार अगले दो सालों के अंदर राज्य में 10 लाख करोड़ रुपये के निवेश जुटाने के लक्ष्य के साथ ‘ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट’ का आयोजन करने जा रही है। इसके लिए सरकार ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। इस समिट का आयोजन जनवरी 2023 में किया जाएगा। सीएम योगी आदित्यनाथयोगी आदित्यनाथ ने इसको जरूरी निर्देश दिए हैं। सीएम योगी ने सोमवार को कहा कि उत्तर प्रदेश देश में औद्योगिक निवेश के लिए श्ड्रीम डेस्टिनेशनश् के रूप में उभरा है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश 6वें नंबर से देश की नंबर दो अर्थव्यवस्था बनने की ओर तेजी से बढ़ रहा है। उन्होंने आगे कहा कि उत्तर प्रदेश ग्लोबल इन्वेस्टर समिट अगले साल जनवरी के महीने में आयोजित किए जाने का प्रस्ताव है। इस बार हमें 10 लाख करोड़ रुपये के निवेश लक्ष्य के साथ काम करना है। यह ग्लोबल इन्वेस्टर समिट श्उत्तर प्रदेश की नई आकांक्षाओंश् को बढ़ावा देगा।

सीएम ने कहा कि यूके, यूएसए, कनाडा, यूएई, स्वीडन, सिंगापुर, नीदरलैंड, इजरायल, फ्रांस, जर्मनी, दक्षिण कोरिया, मॉरीशस, रूस और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों में रोड शो आयोजित करके यूपी के ग्लोबल इन्वेस्टर समिट का व्यापक प्रचार किया जाना चाहिए। हमें अपनी टीम इन देशों में भेजनी चाहिए, ताकि उत्तर प्रदेश के ग्लोबल इन्वेस्टर समिट के लिए औद्योगिक जगत में अनुकूल माहौल बनाया जा सके।

सीएम ने निर्देश जारी किया कि ग्लोबल इन्वेस्टर समिट में 50 करोड़ रुपये से ज्यादा के निवेश के लिए राज्य स्तर पर एमओयू साइन किया जाए। इससे कम राशि के निवेश प्रस्तावों के लिए जिला स्तर पर एमओयू किया जाए। इस कार्य की निरंतर निगरानी और सुचारू क्रियान्वयन के लिए एक वेब पोर्टल बनाया जाए।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गत दिनों शासन के वरिष्ठ अधिकारियों और जोन, रेंज व जिला स्तर के अधिकारियों के साथ राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति की समीक्षा करते हुए कहा कि कहीं भी धर्मांतरण की घटना न होने पाये। साथ ही धर्म स्थलों पर दोबारा लगाये जा रहे लाउडस्पीकर को हटाने पर जोर दिया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, ‘‘कुछ माह पूर्व सहज संवाद के माध्यम से हमने धर्मस्थलों से लाउडस्पीकर हटाये जाने का अभूतपूर्व कार्य सम्पन्न किया था। लोगों ने व्यापक जनहित को प्राथमिकता देते हुए स्वतः लाउडस्पीकर हटाये थे। इसकी पूरे देश में सराहना हुई थी। उन्होंने कहा, ‘‘कुछ जिलों में पुनः यह लाउडस्पीकर लगाए जा रहे हैं, यह स्वीकार्य नहीं है। तत्काल संपर्क-संवाद कर आदर्श स्थिति बनाई जाए। इसी वर्ष अप्रैल माह में राज्य सरकार ने धर्म स्थलों से लाउडस्पीकर उतारने की कार्रवाई बड़े पैमाने पर की थी।

उत्तर प्रदेश सरकार कोरोनावायरस संक्रमण को मात देने के लिए बेहतरीन रणनीति के तहत काम कर रही है। जिसका परिणाम है कि योगी सरकार ने शनिवार को टीकाकरण में एक नया रिकॉर्ड बनाया है। उत्तर प्रदेश में 33 करोड़ टीके की डोज देने के साथ ही टीकाकरण अभियान में दूसरे प्रदेशों की तुलना में पहले पायदान पर अपना स्थान बनाए हुए है। सर्वाधिक आबादी वाले यूपी में सर्वाधिक टीके की डोज देकर देश में यूपी टीकाकरण अभियान का सफलतापूर्वक नेतृत्व कर रहा है। प्रदेशवासियों को टीके का कवच देने के लिए सीएम की ओर से आला अधिकारियों को समय समय पर दिशा निर्देश जारी किए गए हैं। प्रदेश सरकार की संवेदनशीलता का ही असर है कि 24 करोड़ आबादी वाले प्रदेश में अस्पतालों में भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या न के बराबर है। संक्रमित मरीजों को उनके घर पर ही सारी सेवाएं सरकार की ओर से पहुंचाई जा रही हैं। संक्रमितों की 24 घटें की मॉनिटरिंग, दवाओं की उपलब्धता, टेस्ट, सैनिटाइजेशन के साथ ही उस इलाके में कोविड गाइडलाइन का पालन कड़ाई से कराया जा रहा है। जिसका परिणाम है कि प्रदेश के हालात बेहतर हैं। मुख्यमंत्री योगी ने अपने निर्देश में कहा कि कोविड टेस्टिंग और टीके की प्रीकॉशन डोज को बढ़ाएं। यूपी में स्थिति सामान्य है इसलिए घबराने की जरूरत नहीं है। हालांकि सतर्कता और सावधानी की जरूरत है। आइसीसीसी से सहयोग लेने के साथ ही एएनएम, आशा बहनों और आंगनबाड़ी को एक्टिव करें। विभिन्न देशों में बढ़ते कोरोना संक्रमण के बीच मुख्यमंत्री ने कोविड प्रबंधन के लिए गठित उच्चस्तरीय टीम-09 के साथ निर्देश दिए हैं। बच्चों, बुजुर्गों व गंभीर रोग से पीड़ित लोगों का विशेष ध्यान रखा जाये।


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