कोरोना को लेकर धामी की सतर्कता

कोरोना को लेकर धामी की सतर्कता

(अशोक त्रिपाठी-हिन्दुस्तान फीचर सेवा)
  • Û चीन में बढ़ते कोविड मामलों को लेकर पीएम मोदी ने सतर्कता रखने की अपील की Û उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री ने बूस्टर डोज का शुरू कराया अभियान Û राज्य में मास्क लगाना अनिवार्य

कोरोना महामारी को लेकर भारत ने पिछली बार भी सतर्कता के चलते सबसे कम नुकसान उठाया था जबकि अमेरिका जैसे विकसित देश इस बीमारी के सामने असहाय नजर आने लगे थे। इस बार चीन में कोरोना ने फिर कहर बरपाना शुरू किया है। इसलिए भारत में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और उनके स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने कोरोना गाइड लाइन का सख्ती से पालन करने की अपील की है। इस बार हमारे पास वैक्सीन का कारगर हथियार भी है। इसलिए सबसे पहले तो वैक्सिनेशन की प्रक्रिया को दुरुस्त किया जाना चाहिए। उत्तराखण्ड में भी कोरोना ने पिछली बार कितने ही लोगों को असमय मौत दी थी। इस बार मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कोरोना को प्रभावशाली ढंग से नियंत्रित करने के लिए कोविड-19 प्रतिरोधी टीकों और जो अपना वैक्सिनेशन कर चुके हैं, उनको बूस्टर डोज देने का अभियान शुरू कर दिया है। इसके लिए बाकायदा एक निश्चित दिन शिविर लगाए जाएंगे। बूस्टर के बारे में जागरूकता भी फैलायी जा रही है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी देशवासियों से कहा है कि वे मास्क पहनें, टेस्टिंग और जीनोम सीक्वेसिंग बढ़ाएं। दरअसल चीन में कोरोना के नए वैरिएंट के चलते जिस तरह संक्रमितों की संख्या बढ़ी और अस्पतालों में जगह नहीं बची है, उसको देखकर पूरी दुनिया चिंतित दिखाई पड़ रही है। उत्तराखण्ड में मास्क लगाना अनिवार्य कर दिया गया है। मास्क नहीं लगाने पर 500 से 1000 रुपये का जुर्माना वसूला जाएगा।

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य के स्वास्थ्य विभाग को कोरोना वायरस महामारी को प्रभावी ढंग से नियंत्रित करने के लिए कोविड-19 रोधी टीकों के लाभार्थियों को बूस्टर खुराक लगाने के लिए अभियान चलाने को कहा. उन्होंने विभाग के अधिकारियों को लोगों को बूस्टर खुराक लगाने के लिए 23 दिसंबर से शिविर लगाना शुरू करने को कहा है। धामी ने कहा कि बूस्टर खुराक के महत्व के बारे में जागरुकता फैलायी जानी चाहिए तथा लोगों को इस महामारी के विरुद्ध टीका लगवाने के प्रति प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि यदि नये मामले सामने आते हैं तो नमूनों को जीनोम अनुक्रमण के लिए भेजा जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि सभी जिलों में कोविड नियंत्रण कक्षों को सक्रिय कर दिया जाना चाहिए. धामी ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता करते हुए ये निर्देश जारी किये। यह बैठक इस वायरस को फैलने से रोकने के लिए उठाये जाने वाले कदमों पर चर्चा करने के लिए बुलायी गयी थी।

उत्तराखंड के स्वास्थ्य मंत्री धनसिंह रावत ने डिजिटल माध्यम से इस बैठक में हिस्सा लिया तथा बूस्टर खुराक के महत्व पर जोर दिया। डिजिटल माध्यम से हुई बैठक में उत्तराखंड के स्वास्थ्य सचिव आर राजेश कुमार ने सभी जिलों के मुख्य चिकित्सा अधिकारियों से कहा कि वे इस साल जून में जारी संशोधित निगरानी रणनीति के तहत कोविड के नए उपस्वरूप वैरिएट की रोकथाम और नियंत्रण की तैयारी सुनिश्चित करें। सभी जिलाधिकारियों को अलग से लिखे पत्र में स्वास्थ्य सचिव ने उन्हें यह सुनिश्चित करने के लिए कहा है कि अस्पतालों में आने वाले इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारी या सांस की गंभीर बीमारी से पीड़ित सभी रोगियों का विवरण

एकीकृत स्वास्थ्य सूचना मंच के पोर्टल में दर्ज किया जाए।

चीन में कोरोना फिर से तबाही मचा रहा है। भारत में भी कोरोना के वेरिएंट ओमिक्रॉन के नए सब-वेरिएंट के चार केस मिले हैं, जिसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाई लेवल मीटिंग की. बैठक में पीएम मोदी वर्चुअली शामिल हुए। पीएम ने कहा, कोराना अभी खत्म नहीं हुआ है। इंटरनेशनल एयरपोर्ट और बाकी जगहों पर सतर्कता और बढ़ाई जाए। पीएम मोदी ने जीनोम सीक्वेंसिंग और टेस्टिंग बढ़ाने पर फोकस के साथ मजबूत निगरानी की जरूरत पर भी जोर दिया। उन्होंने सभी लोगों को मास्क पहनने को कहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाई लेवल मीटिंग में कहा, कोविड को लेकर पूरी तैयारी रखिए. कोरोना अभी खत्म नहीं हुआ है। उन्होंने राज्यों को ऑक्सीजन सिलेंडर, पीएसए प्लांट, वेंटिलेटर और बुनियादी ढांचे की तैयारी सुनिश्चित करने के लिए ऑडिट कराने की सलाह दी।

प्रधानमंत्री ने बुजुर्गों और बीमार लोगों को बूस्टर डोज लेने की अपील की है। इस दौरान पीएम ने फ्रंटलाइन वर्कर्स और कोरोना योद्धाओं की निस्वार्थ सेवा की सराहना भी की। बैठक के दौरान देश में कोविड की स्थिति और वैश्विक कोविड-19 की स्थिति के बारे में एक व्यापक प्रस्तुति दी गई। प्रधानमंत्री को बताया गया कि 22 दिसंबर 2022 को समाप्त सप्ताह में भारत में मामलों में लगातार गिरावट देखी जा रही है। औसत दैनिक मामले घटकर 153 और साप्ताहिक संक्रमण की दर घटकर 0.14 प्रतिशत हो गई है। हालांकि, पिछले 6 हफ्तों से वैश्विक स्तर पर 5.9 लाख दैनिक औसत मामले दर्ज किए गए हैं। वहीं, केंद्र सरकार ने कोरोना के नए वेरिएंट से संक्रमण को रोकने के लिए विदेश से आने वाले यात्रियों को लेकर खास दिशा-निर्देश दिए हैं। देश भर के हवाईअड्डों पर विदेश से आने वाले यात्रियों की रैंडम सैंपलिंग शुरू कर दी गई है। केंद्र सरकार ने ओमिक्रोन के नए वेरिएंट से संक्रमण को लेकर लोगों को सलाह देते हुए कहा है कि इससे घबराने की कोई जरूरत नहीं है। ओमिक्रॉन के नए सब-वेरिएंट के दो केस गुजरात और दो केस ओडिशा में मिले थे। गुजरात राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने कहा कि दोनों मरीजों का इलाज होम आइसोलेशन में किया गया था। अब वे पूरी तरह से ठीक हो गए हैं। स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया की बैठक के बाद केंद्र ने मास्क का उपयोग करने और कोविड-उपयुक्त व्यवहार की सलाह दी।

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की औचक जांच शुरू हो गई है। केंद्र ने राज्यों से जीनोम सीक्वेंसिंग बढ़ाने और सभी कोविड-पॉजिटिव मामलों के नमूने लैब में भेजने को कहा है, जो स्वास्थ्य मंत्रालय के तहत एक फोरम है, जो विभिन्न कोविड स्ट्रेन का अध्ययन और निगरानी करता है। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, कोविड अभी खत्म नहीं हुआ है. मैंने सभी संबंधितों को सतर्क रहने और निगरानी मजबूत करने का निर्देश दिया है. हम किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं।

एक दिन पहले केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण द्वारा जारी की गई. एडवाइजरी के बाद उत्तराखंड के स्वास्थ्य सचिव डॉ राजेश कुमार ने राज्य के सभी सीएमओ को निगरानी रखने के लिए निर्देशित किया है। इसी के साथ ही उन्होंने उत्तराखंडवासियों से कोविड प्रोटोकॉल का पालन करने की अपील की है. जिसमें सैनिटाइजर और मास्क का नियमित उपयोग और सामाजिक दूरी का पालन करने की अपील भी की गई है। राजधानी देहरादून के दून मेडिकल कॉलेज में जीनोम सीक्वेंसिंग की सुविधा उपलब्ध है, जहां कोविड संक्रमितों की जांच की जाएगी। सचिव स्वास्थ्य डॉ. आर. राजेश कुमार ने लोगों से अपील की है कि कोरोना संक्रमण को लेकर घबराएं नहीं। बचाव के लिए कोरोना नियमों का पालन करें और सतर्क रहें। सचिव ने सीएमओ को निर्देश दिए कि कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए निगरानी के साथ ही सैंपल जांच, कोविड टीकाकरण पर विशेष ध्यान दिया जाए।
हमारे खबरों को शेयर करना न भूलें| हमारे यूटूब चैनल से अवश्य जुड़ें https://www.youtube.com/divyarashminews https://www.facebook.com/divyarashmimag

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ