Advertisment1

यह एक धर्मिक और राष्ट्रवादी पत्रिका है जो पाठको के आपसी सहयोग के द्वारा प्रकाशित किया जाता है अपना सहयोग हमारे इस खाते में जमा करने का कष्ट करें | आप का छोटा सहयोग भी हमारे लिए लाखों के बराबर होगा |

गोवर्धन

 

गोवर्धन

घनघोर घटा नभ में छाई 

गोकुल में जब विपदा आई
देवराज इंद्र अभिमानी
कुपित हो काली घटा बरसाई

ब्रज वासियों की रक्षा करने को
अंगुली पे गोवर्धन धारण किया
छप्पन दिनों में श्री कृष्ण ने
इंद्र का अभिमान चूर किया

देवराज ने क्षमा मांग कर 
भगवान को पहचान लिया
छप्पन भोग गोकुल वालों ने 
मुदित होकर फिर तैयार किया

अन्नकूट बना तब से गोकुल में
नए उत्सव का रूप लिया
रुचि रुचि भोग लगाते प्रभु को
मां अन्नपूर्णा का ध्यान किया

गोवर्धन पूजा कर जो भी
अन्नकूट का भोग लगाता है
नटवर नागर श्री कृष्ण की
कृपा प्रसाद वो पाता है

रमाकांत सोनी नवलगढ़ 
जिला झुंझुनू राजस्थान
रचना स्वरचित व मौलिक है।
हमारे खबरों को शेयर करना न भूलें| हमारे यूटूब चैनल से अवश्य जुड़ें https://www.youtube.com/divyarashminews https://www.facebook.com/divyarashmimag

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ