हिंदी

हिंदी

अपनी मीठी भाषा हिंदी
जन-जन की है आशा हिंदी।
देवगिरा की संतति प्यारी
विश्व की है अभिलाषा हिंदी।

हिंद देश की संस्कृति है यह
अपनी प्यारी संतति है यह ।
कितने लोहे सोने बन गये
पारस की परिभाषा हिंदी।

देश का मान बढ़ाती हिंदी
ज्ञानसुधा बरसाती हिंदी।
भारतमाता के माथे पर
शोभ रही यह प्यारी बिंदी।

राधामोहन मिश्र माधव
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