श्रीलंका में ईंधन संकट गहराया

श्रीलंका में ईंधन संकट गहराया

कोलंबो। विश्व खाद्य कार्यक्रम ने कहा कि श्रीलंका में शेष बचे पेट्रोल भंडार से लोगों की जरूरत पूरी नहीं हो सकती। यह अपर्याप्त है। कोलंबो गजट के हवाले से डब्ल्यूएफपी ने कहा, शेष पेट्रोल भंडार सामान्य जरूरतों को पूरा करने के लिए अपर्याप्त होगा। स्थिति ने दैनिक जीवन के लगभग सभी पहलुओं को प्रभावित किया है, जिससे लोगों की काम खोजने और काम पर जाने की क्षमता बाधित हो रही है और स्कूलों और सरकारी सेवाओं में
बाधा आ रही है। इस बीच, श्रीलंका सरकार ने अगले 12 महीनों के लिए प्रतिबंधों की घोषणा की है क्योंकि उसे ईंधन की आपूर्ति की गंभीर कमी का सामना करना पड़ रहा है। डब्ल्यूएफपी ने कहा, 34 लाख लोगों को आपातकालीन भोजन, पोषण और स्कूली भोजन प्राप्त करने के लिए डब्ल्यूएफपी द्वारा लक्षित करने की योजना है। डब्ल्यूएफपी का मानना घ्घ्है कि वयस्कों में पोषण की कमी के पीछे मुख्य कारण खाद्य पदार्थों और उपभोक्ता वस्तुओं की उच्च लागत है।संकट के बीच बाजार की कार्यक्षमता में बदलाव का पता लगाने और निगरानी करने के लिए, ॅथ्च् श्रीलंका में अपना मार्केट फंक्शनलिटी इंडेक्स लॉन्च कर रहा है। एमएफआई एक ऐसा उपकरण है जो मानवीय हस्तक्षेपों के डिजाइन को सूचित करने के लिए बाजार की स्थितियों में बदलावों को बेहतर ढंग से समझने और उनका आकलन करने में मदद करता है। आर्थिक संकट ने विशेष रूप से खाद्य सुरक्षा, कृषि, आजीविका और स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच को प्रभावित किया है। पिछले फसली मौसम में खाद्य उत्पादन पिछले वर्ष की तुलना में 40-50 प्रतिशत कम था।
हमारे खबरों को शेयर करना न भूलें| हमारे यूटूब चैनल से अवश्य जुड़ें https://www.youtube.com/divyarashminews https://www.facebook.com/divyarashmimag

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ