चोरी की घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए पुरुषों के साथ महिलाएं भी हुईं उग्र

चोरी की घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए पुरुषों के साथ महिलाएं भी हुईं उग्र

सिक्योर सिटी औरंगाबाद के तत्वावधान में शहर के चित्तौड़ नगर स्थित रेड क्रॉस के चेयरमैन सतीश कुमार सिंह के आवास पर एक बैठक आयोजित की गई जिसकी अध्यक्षता डॉ सुरेंद्र प्रसाद मिश्र तथा संचालन धनंजय जयपुरी ने किया। बैठक में उपस्थित शहर के विभिन्न क्षेत्रों के लोगों ने हो रही चोरी एवं अन्य अपराधिक घटनाओं तथा प्रशासन के उदासीन रवैया की घोर भर्त्सना की। प्रवीण कुमार सिंह की अपंग बेटी अलीशा,जिसके सारे गहने चोरों ने चुरा लिए,ने हो रही चोरी की घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए लोगो से जागरूक होने का अपील की। उपस्थित लोगों ने एक स्वर से कहा कि ऐसी घटनाओं के रोकथाम के लिए हमें एकजुट होने की आवश्यकता है तथा घटनाओं में संलिप्त अपराधियों को हर संभव कोशिश करके सजा दिलाई जानी चाहिए।अपने साथ हुई छिनतई की घटना का जिक्र करती हुई उषा सिंह की आंखें भर आईं।उन्होंने बतलाया कि 3 वर्षों पूर्व मेरे घर के पास से चोर मेरे गले से चेन छीन कर फरार हो गए जिसका कोई पता नहीं चल सका।
रिंकी सिंह,प्रतिमा देवी,अमृता सिंह सहित कई अन्य महिलाओं ने कहा कि यदि प्रशासन इस पर पहल नहीं करेगा तो हम उन आतताइयों से निबटने के लिए दुर्गा माता और लक्ष्मीबाई बनने को बाध्य होंगी। सुनील सिंह ने बताया कि उनके घर में तीन-तीन बार चोरियां हुईं जिसका उद्भेदन अबतक नहीं हो सका। प्रवीण कुमार सिंह ने अपनी व्यथा साझा करते हुए कहा कि गनीमत है कि मेरे घर से केवल गहने ही गए और हम लोग सोए रह गए, यदि वारदात के समय जग जाते तो कोई और बड़ी अनहोनी से भी इनकार नहीं किया जा सकता। उन्होंने बतलाया कि चोरों द्वारा लाया गया तेजाब का बोतल आज भी मेरी चारदीवारी पर उपलब्ध है। डॉ रणधीर सिंह ने कहा कि इस तरह की घटनाओं के रोकथाम के लिए हमें संगठित होने, घर तथा मोहल्ले के बच्चों पर पैनी निगाह रखने तथा आपसी सहयोग की भावना पर विशेष बल देना होगा। डॉ रामाधार सिंह एवं डॉक्टर सारंगधर सिंह ने कहा कि इस तरह की घटनाएं घटित होना और उनका उद्भेदन न होना प्रशासन की अकर्मण्यता का कच्चा चिट्ठा खोल देती हैं। प्रशासनिक अधिकारी द्वारा पीड़ित से यह पूछा जाना कि जिस कमरे से सामान की चोरी हुई है उसमें परिवार का कोई सदस्य सोया क्यों नहीं था उसकी नीयत एवं क्रियाशीलता पर प्रश्नचिन्ह खड़ा करता है।
शहर के विभिन्न क्षेत्रों में हो रही घटनाओं की निंदा करते हुए सतीश कुमार सिंह ने कहा की सुरक्षा एवं सुविधा के लिहाज से लोग देहात छोड़कर शहर में आते हैं,परंतु यहां भी दहशत के साए में जीने को मजबूर हो जाएं तो यह अत्यंत ही चिंता का विषय है। हमें एकजुट होकर इन घटनाओं से निजात पाने के लिए प्रशासन का ध्यान इस ओर आकृष्ट कराना होगा। बैठक में उपस्थित लोगों द्वारा एक शिष्टमंडल का गठन किया गया जो जिलाधिकारी एवं आरक्षी अधीक्षक से मिलकर उक्त घटनाओं में शामिल अपराधियों को अविलंब गिरफ्तार करने एवं चोरी गए सामानों को बरामद कराने के लिए आग्रह करेंगे।
अध्यक्षीय उद्बोधन में डॉक्टर सुरेंद्र प्रसाद मिश्र ने कहा कि यदि हो रही इस तरह की घटनाओं पर अंकुश नहीं लगा तो चोरों का मनोबल नित्य प्रति बढ़ता जाएगा जो भविष्य के लिए घातक सिद्ध होगा।इस बैठक में राम अनुग्रह नारायण सिंह, रणजीत सिंह, विजय सिंह, कामाख्या नारायण सिंह, अभय सिंह प्रमोद मिश्रा, जितेंद्र कुमार सिंह, संजय मिश्रा,मुनीता देवी,सुजाता देवी, सुशीला देवी, उर्मिला सिंह, मीना देवी सहित सैकड़ों की संख्या में स्त्री-पुरुष मौजूद थे।
हमारे खबरों को शेयर करना न भूलें| हमारे यूटूब चैनल से अवश्य जुड़ें https://www.youtube.com/divyarashminews https://www.facebook.com/divyarashmimag

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ