पुण्यार्कमगदीपिका कृष्ण बल्लभ शर्मा ‘योगीराज’ की नजर से

पुण्यार्कमगदीपिका कृष्ण बल्लभ शर्मा ‘योगीराज’ की नजर से

श्री पंडित कमलेश पुण्यार्क जी द्वारा लिखित “पुण्यार्कमगदीपिका” शाकद्वीपीय ब्राह्मण समाज के ऐतिहासिक स्वरुप तथा विशेषता के सम्पूर्ण विशिष्ट विवरण से सम्बंधित अबतक उपलब्ध तथा अबतक प्रकाशित समस्त रचनाओं में सर्वश्रेष्ठ शोध पुस्तक है | इसमें प्रयुक्त शब्द शैली, वाक्य विन्यास, सुप्रसिद्ध प्रामाणिक पुस्तकों का उद्धरण तथा अति संक्षिप्त रूप में विशद व्याख्या के साथ अत्यंत गूढ़ विषय का सरल शब्दों में अद्भुत प्रस्तुतीकरण श्री पुण्यार्क जी के गहन चिंतन, कठिन परिश्रम तथा विशद ज्ञान का परिचायक है |


श्री पंडित कमलेश पुण्यार्क जी शाकद्वीपीय ब्राह्मण समाज में ऋषि परम्परा के संवाहक तथा बहुमुखी प्रतिभा से युक्त सुप्रसिद्ध विद्वान् मनीषी हैं | मात्र धोती और अंगवस्त्र (चादर/गमछा) धारण करनेवाले श्री पंडित कमलेश पुण्यार्क जी के सादगीयुक्त दिव्य व्यक्तित्व से पहली मुलाक़ात में ही हम बेहद प्रभावित हुए | दिव्य सद्गुण संस्कार, दिव्य ज्ञान से देदीप्यमान शाकद्वीपीय ब्राह्मण के दिव्य व्यक्तित्व के सम्बन्ध में वर्णित संस्कृत के यह वाक्य श्री पुण्यार्कजी के व्यक्तित्व पर सटीक बैठते हैं:- ब्रह्म जानाति ब्राह्मणः | मगाः दिव्याः द्विजोत्तमाः |


इस शोध पुस्तक में मात्र १७५ पृष्ठों में अति संक्षिप्त रूप में त्रेता युग तथा द्वापर युग में शाकद्वीपीय ब्राह्मण समाज के सम्बन्ध में वर्णित सामग्री का श्रेष्ठ संकलन किया गया है | महाभारत, शुक्ल यजुर्वेद, ऐतरेय ब्राह्मण, मनुस्मृति, ब्रह्म पुराण, शिव पुराण, विष्णु पुराण, श्रीमद्भागवत पुराण, भविष्य पुराण, मार्कंडेय पुराण, देवी भागवत, लिंग पुराण, वाराह पुराण, स्कन्द पुराण, गरुड़ पुराण, मस्य पुराण तथा साम्ब पुराण सहित विविध उप पुराण आदि प्रामाणिक ग्रंथों के उद्धरण द्वारा इस चिर प्रतीक्षित शोध पुस्तक में शाकद्वीपीय ब्राह्मण समाज की दिव्य श्रेष्ठता की प्रामाणिक व्याख्या प्रस्तुत की गयी है | शाकद्वीपीय ब्राह्मण समाज का इतिहास तथा शाकद्वीप से जम्बुद्वीप में आगमन एवं शाकद्वीपीय ब्राह्मण समाज के पुर, गोत्र, आम्नाय, आस्पद, प्रवर, वेद, उपवेद, शाखा, सूत्र, छंद, शिखा, पाद, देवता और कुलदेवी/कुलदेवता के सम्बन्ध में पूर्ण विवरण इस पुस्तक में उपलब्ध है |


सभी शाकद्वीपीय ब्राह्मण के घर में पुण्यार्कमगदीपिका नामक इस शोध पुस्तक की एक प्रति होनी ही चाहिए |


समस्त शाकद्वीपीय ब्राह्मण समाज हेतु लाभदायक इस शोध पुस्तक के लेखन हेतु सम्पूर्ण विश्व के शाकद्वीपीय ब्राह्मण समाज तथा अखिल भारतीय शाकद्वीपीय ब्राह्मण महासंघ की तरफ से हम श्री पंडित कमलेश पुण्यार्क जी के प्रति सादर आभार व्यक्त करते हैं |


कृष्ण बल्लभ शर्मा ‘योगीराज’
(अधिवक्ता पटना उच्च न्यायालय, न्यायविद, शिक्षाविद, धर्माधीश)
संचालक अध्यक्ष, अखिल भारतीय शाकद्वीपीय ब्राह्मण महासंघहरिनारायण भवन, मुस्तफापुर (प्राचीन कुसुमपुर), खगौल, पटना - 801105
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