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श्रद्धा व उल्लास से मनाया जा रहा नव संवत्सर 2079

श्रद्धा व उल्लास से मनाया जा रहा नव संवत्सर 2079
नवरात्र पर सभी मंदिरों में श्रद्धालुओं का सैलाब

लखनऊ। भारतीय नव संवत्सर 2079 आज पूरे देश में श्रद्धा एवं उत्साह के साथ मनाया जा रहा है। इसी दिन प्रातः काल कलश स्थापना कर आदि शक्ति मां दुर्गा की उपासना का नवरात्र पर्व शुरू हुआ है। चैत्र मास शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा से ही राजा विक्रमादित्य द्वारा प्रारम्भ किया गया नया वर्ष हिन्दू धर्मावलम्बी बहुत धूमशाम से अब मनाने लगे हैं। कई स्थानों पर इस अवसर पर शोभा यात्रा भी निकाली गयी। प्रदेश की राजधानी लखनऊ में सनातन हिन्दू महासभा ने गोमती नगर स्थित विराम खण्ड-5 जीवन प्लाजा से मर्यादा पुरुषोत्तम राजा रामचन्द्र की शोभा यात्रा निकाली।

आज से चैत्र नवरात्रि और हिंदू नववर्ष का प्रारंभ हुआ है। चैत्र नवरात्रि के पहले दिन देशभर के दुर्गा मंदिरों में प्रातःकाल से ही पूजा के लिए भक्त आने लगे हैं। दिल्ली के झंडेवालान मंदिर में सुबह की आरती हुई, जिसमें काफी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए। माता रानी के जयकारों से मंदिर गूंज उठा। मां दुर्गा का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए भक्तों का आना जारी है। यही स्थिति देश भर के मंदिर की है। दिल्ली में मां दुर्गा के दर्शन के लिए झंडेवालान मंदिर में सुबह से ही भक्तों की कतार लग गई है। करोलबाग में स्थित झंडेवालान मंदिर एक प्रसिद्ध सिद्धपीठ है। यहां पर लोग अपनी मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए झंडेवाली देवी के दर्शन करने आते हैं। झंडेवालान मंदिर ट्रस्ट से जुड़े रविंद्र गोयल ने एएनआई से कहा कि वह सभी श्रद्धालुओं का स्वागत करते हैं और सभी को हिंदू नववर्ष की शुभकामनाएं एवं बधाई देते हैं। मंदिर परिसर में सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए है। सुरक्षा में 2500 से अधिक लोगों को लगाया गया है और मंदिर परिसर में 160 सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं। चैत्र नवरात्रि को बसंत नवरात्रि भी कहते हैं। यह 02 अप्रैल से शुरु हुई है, जिसका समापन 11 अप्रैल को होगा। पंचांग के अनुसार, चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि को चैत्र नवरात्रि का प्रारंभ कलश स्थापना के साथ होता है। इसमें मां दुर्गा के 09 स्वरुपों की पूजा अर्चना करते हैं। चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की नवमी को भगवान श्रीराम का जन्म हुआ था, इसलिए इस दिन हर साल राम नवमी मनाई जाती है।
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