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चंद्रमा से टकरा सकता है 4 टन का राकेट

चंद्रमा से टकरा सकता है 4 टन का राकेट

  • चांद पर बनेगा बड़ा गड्ढा।
  • कितनी गति व कब टकराएगा, ये पता नहीं। 

चांद के बारे में वैज्ञानिकों ने एक बड़ी जानकारी बताई है। करीब 4000 किलोग्राम का एक रॉकेट कुछ हफ्तों में चंद्रमा से टकरा सकता है। इसे रॉकेट को 2015 में प्रक्षेपित किया गया था। यह मलबा तेजी से आगे बढ़ रहा है जो उस स्पेसएक्स फाल्कन 9 रॉकेट का ऊपरी हिस्सा है। ये रॉकेट सात साल से बेतरतीब तरीके से पृथ्वी और चंद्रमा के चक्कर लगा रहा है। ऐस्टरॉइड पर नजर रखने वाले बिल ग्रे इस रॉकेट के प्रक्षेपित होने के बाद से 4-टन वजनी इस बूस्टर पर नजर रख रहे हैं। उन्हें इस महीने पता चला कि उनके ऑर्बिट-ट्रैकिंग सॉफ्टवेयर ने अनुमान लगाया है कि बूस्टर 9,000 किलोमीटर प्रति घंटे से अधिक की गति से आगे बढ़ते हुए चार मार्च को चंद्रमा की सतह से टकराएगा। बूस्टर आगे बढ़ते हुए काफी कलाबाजियां खा रहा है जिसके चलते इसका सटीक अनुमान लगाना मुश्किल है कि यह कितने वेग से और कब चंद्रमा की सतह से टकराएगा। इसके चंद्रमा के दूसरी ओर टकराने की संभावना है, इसलिए यह पृथ्वी से दिखाई नहीं देगा। इसके चंद्रमा की सतह से टकराने से चंद्रमा के अंधेरे वाले हिस्से में एक नया गड्ढा बन जाएगा। चंद्रमा के साथ संपर्क करने वाली पहली मानव निर्मित चीज 1959 में सोवियत लूना 2 थी। वह एक असाधारण उपलब्धि थी क्योंकि ऐसा पहले कृत्रिम पृथ्वी उपग्रह स्पुतनिक 1 के प्रक्षेपण के दो साल बाद ही हुआ था। मिशन में एक रॉकेट, एक प्रोब और तीन बम शामिल थे।
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