पूर्वांचल के विकास का बेहतरीन पड़ाव

पूर्वांचल के विकास का बेहतरीन पड़ाव

(डॉ. दिलीप अग्निहोत्री-हिन्दुस्तान समाचार फीचर सेवा)
विगत साढ़े चार वर्षों में पूर्वी उत्तर प्रदेश की अनेक समस्याओं का समाधान किया गया। यह दशकों से उपेक्षित रहा है। विकास की दृष्टि से पूर्वी उत्तर प्रदेश बहुत पीछे रह गया था। योगी आदित्यनाथ ने मुख्यमंत्री बनने के बाद ही सम्पूर्ण उत्तर प्रदेश के समग्र विकास का रोडमैप बनाया था। इसमें पूर्वी उत्तर प्रदेश भी शामिल था। इस रोडमैप के अनुसार अनेक योजनाओं का क्रियान्वयन सुनिश्चित किया गया। पूर्वी उत्तर प्रदेश के अनेक जनपद चार दशक से जापानी बुखार की त्रासदी झेल रहे थे। पिछली सरकारों ने इस ओर गंभीरता से ध्यान नहीं दिया। योगी आदित्यनाथ ने इस समस्या के समाधान का अभियान चलाया। इसका सकारात्मक परिणाम हुआ। अब यह समस्या लगभग समाप्त हो गई है। गोरखपुर का खाद कारखाना करीब तीन दशक से बन्द था। दशकों से यहां एम्स निर्मांण का मांग की जा रही थी। अब गोरखपुर में फर्टिलाइजर कारखाने एवं एम्स निर्माण का वर्षों पुराना सपना साकार होने जा रहा है। कुछ दिन बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इन दोनों का लोकार्पण करेंगे। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा जनपद गोरखपुर में फर्टिलाइजर कारखाने एवं एम्स का लोकार्पण अत्यन्त ऐतिहासिक क्षण होगा। 
योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री की गोरखपुर यात्रा की तैयारियों का जायजा लिया। बेहतर व्यवस्था के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया। योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर में राजदीप ईएनटी हॉस्पिटल में कॉक्लियर इम्प्लाण्ट से लाभान्वित बच्चों से भेंट की। उन्होंने कहा कि शासन की विभिन्न योजनाओं के माध्यम से दिव्यांगजन को प्रोत्साहित किया जाता है। प्रदेश सरकार द्वारा दिव्यांगजन हेतु पेंशन की व्यवस्था भी की गई है। भारत सरकार के सामाजिक न्याय व अधिकारिता मंत्रालय तथा राज्य सरकार के दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग की मदद से मूक-बधिर बच्चों को नया जीवन मिला है। कॉक्लियर इम्प्लाण्ट के जरिये अब यह बच्चे सामान्य और स्वस्थ जीवन जी सकेंगे। केन्द्र एवं प्रदेश सरकार की तरफ से बढ़ाए गए इस कदम से बच्चों के माता पिता पर कोई भी आर्थिक बोझ नहीं पड़ता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खेलो इंडिया अभियान का शुभारंभ किया था। इसके भी बेहतर परिणाम दिखाई दे रहे है। उत्तर प्रदेश भी इस अभियान में सहभागी है।
उत्तर प्रदेश के प्रत्येक  गांव में खेल का मैदान  बनाया जाएगा। बड़े पैमाने पर खेल के मैदान बन रहे हैं। हर विकास खण्ड के अन्दर मिनी स्टेडियम बनाने की कार्यवाही चल रही है। हर ग्राम पंचायत में ओपन जिम का निर्माण हो, उसके लिए व्यापक पैमाने पर कार्यवाही चल रही है। अनेक ग्राम पंचायतों में ओपन जिम का निर्माण शुरू कर दिया गया है। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री के खेलो इंडिया अभियान के चलते  सबसे बड़ा दल टोक्यो ओलम्पिक एवं पैरा ओलम्पिक के लिए गया। अब तक के सबसे ज्यादा मेडल प्राप्त किए। यह प्रधानमंत्री  द्वारा किये जा रहे प्रयासों और ‘खेलो इण्डिया’ जैसे कार्यक्रमों से सम्भव हो सका है। उत्तर प्रदेश सरकार ने भी खिलाड़ियों का मनोबल बढ़ाया।  ओलम्पिक में प्रदर्शन को देखते हुए प्रदेश के खिलाड़ियों को सम्मानित किया गया।  ओलम्पिक स्वर्ण पदक जीतने पर प्रदेश सरकार द्वारा छह करोड़ रुपये, रजत पदक पर चार  करोड़ रुपये और कांस्य पदक पर दो करोड़ रुपये दिए जाते हैं। ओलम्पिक खेलों में भाग लेने पर प्रदेश के खिलाड़ियों को पच्चीस लाख रुपये राज्य सरकार की तरफ से दिए जाते हैं। एशियन गेम्स और कॉमनवेल्थ गेम में भी स्वर्ण पदक प्राप्त करने वाले प्रत्येक खिलाड़ी को राज्य सरकार की तरफ से पचास लाख, रजत पदक जीतने वाले खिलाड़ी को तीस लाख रुपये तथा कांस्य पदक जीतने वाले खिलाड़ी को पन्द्रह लाख रुपये दिए जाते हैं। प्रतियोगिता में शामिल व क्वालीफाई करने वाले खिलाड़ी को पांच लाख रु की धनराशि दी गई। योगी आदित्यनाथ ने  गोरखपुर के बांसगांव में सांसद खेल स्पर्धा महाकुम्भ के समापन अवसर पर विजयी टीम के खिलाड़ियों को सम्मानित किया। 
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में प्रदेश सरकार ने साढ़े चार वर्ष का कार्यकाल पूरा कर लिया है। इस मौके पर लोकभवन में भव्य समारोह आयोजित किया गया था, जिसमें सभी मंत्रियों की मौजूदगी में मुख्यमंत्री ने अपनी सरकार की अब तक की उपलब्धियों पर चर्चा की। इसी प्रकार सरकार के 54 माह पूरे होने के उपलक्ष्य में सभी जिलों में भी कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।
सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि योगी सरकार के साढ़े चार वर्ष पूरे होने पर आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश की नींव तैयार हुई है। लोकभवन में होने वाले कार्यक्रम में साढ़े चार साल के दौरान राष्ट्रीय पटल पर यूपी की बनी छवि के साथ प्रदेश की आत्मनिर्भरता और समर्थता को लेकर चर्चा हुई थी। इसके अलावा प्रदेश में भाजपा सरकार बनने से पहले तक देश की सबसे बड़ी आबादी होने के बाद भी बीमारू राज्य की छवि के साथ देश में पांचवे नंबर की अर्थव्यवस्था होने का दंश झेलने वाले यूपी को दूसरे नंबर की अर्थव्यवस्था बनाने के सफर पर भी प्रकाश डाला गया।  प्रवक्ता ने बताया कि केंद्र और राज्य में एक ही दल की सरकार होने का सीधा फायदा प्रदेश की जनता को मिला है। केंद्र और प्रदेश की सरकार की आपस में बेहतर तालमेल का ही नतीजा है कि प्रदेश में पीएम किसान योजना, स्वच्छ भारत मिशन, उज्ज्वला समेत कई योजनाओं के क्रियान्वयन में प्रदेश शीर्ष स्थान पर है।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने बताया कि पिछले 4 साल के दौरान प्रदेश के अंदर और गांव-गरीब, महिलाओं समेत विभिन्नत तबकों की सुविधाओं के लिए कार्ययोजना तैयार की थी, उसे हमें पूरी ईमानदारी लागू करना था। उन्होंने कहा 2017 में सत्ता मिला तो सरकार का खजाना खाली था। इस पर हमारे पास सिर्फ एक विकल्प बचा था कि साधन उत्तर प्रदेश में ही बढ़ाना है। वैट 49 हजार करोड़ मिलता था, लेकिन हमने इसे एक हजार करोड़ बढ़ा दिया। एक्साइड 12 हजार करोड़ से बढ़कर 36 हजार करोड़ हो गया है। जो पैसा नेताओं के जेब में जाता था उसे हमने रोजकोष में जमा करवाया। 
योगी आदित्यनाथ ने बताया कि पहले प्रदेश सरकार का बजट दो लाख करोड़ तक होता था हमने सत्ता में आने के बाद इस बजट को 5 हजार करोड़ तक पहुंचाया। आने वाले समय उत्तर प्रदेश और अच्छे ढंग से प्रगति करेगा। प्रदेश के विकास में पैसा खर्च हो रहा है।  सीएम योगी ने बताया था कि सत्ता संभालने के बाद हमें राजकोष खाली मिला उसके बाद बैंक वित्तीय संस्थाएं लोन देने को तैयार नहीं थीं। हमारे पास बस एक ही विकल्प था, कि राज्य के सीमित संसाधनों से राज्य की आय बढ़ाएं। दोनों पर फोकस करते हुए यूपी को रखा। अच्छे परिणाम आए। इनकम भी बढ़ाई। कर्ज लेकर खर्च नहीं करेंगे। रजिस्ट्रेशन स्टांप से भी इनकम बढ़ाई जो पहले  9 से 10 करोड़ थी अब 25 करोड़ तक जा पहुंची। मंडी लीकेज सख्ती से रोका गया। नेताों की जेब में जाता था। वह रोजकोष में जाना शुरू हुआ। (हिफी)
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