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5 अक्टूबर से संपूर्ण बानादाग साईडिंग में सभी तरह के कार्य होंगे प्रभावित: रैयत, रैयतों ने साईडिंग
सदर विधायक मनीष जायसवाल और सुनील सिन्हा के घर में होती थी बैठक कहते थे विधायक: साईडिंग खुलने दो, मिलेगा रोजगार, चलेेंगे आपके वाहन 5 अक्टूबर से संपूर्ण बानादाग साईडिंग में सभी तरह के कार्य होंगे प्रभावित: रैयत रैयतों ने साईडिंग परिसर में किया प्रेसवार्ता, अपनी मांग और समस्याओं को रखा हजारीबाग से हमारे संवाददाता भावेश मिश्र की रिपोर्ट सदर विधायक मनीष जायसवाल और कोयला कारोबारी सह भाजपा नेता सुनील सिन्हा के घर में बानादाग साईडिंग खुलने से पहले रैयतों के साथ बैठक किया जाता था। बैठक में विधायक मनीष जायसवाल रैयतों को सुनील सिन्हा और एनटीपीसी कंपनी के साथ सहयोगी कंपनियों की बातों से अनभिज्ञ रखते थे। बाद में उसी घर में हमलोगों को आश्वासन दिया जाता था कि बानादाग में साईडिंग खुलने दो। आपकों रोजगार मिलेगा और आपके वाहनों से साईडिंग में कार्य कराये जायेंगे। साईडिंग खुलने के बाद जब कार्य की मांग की गई तो विधायक ने रोजगार और वाहन को कार्य पर रखने की मांग को अस्वीकार कर दिया और कंपनी से झुठा केस मुकदमा में फंसाने का सिलसिला जारी दिया। इसलिए आगामी 5 अक्टूबर को बानादाग साईडिंग में रेल रोको, कोयला ट्रांसपोर्टिंग बंद करो आंदोलन वृहत पैमाने पर किया जायेगा। उक्त बातें बानादाग साईडिंग में प्रभावित किसान बेरोजगार संघर्ष समिति के बैनर तले आयोजित पत्रकार सम्मेलन में रैयतों ने कहीं। उन्होने कहा कि हमारी जमीन लूट गई। अब जीविकोपार्जन के लिए खेती-गृहस्थी भी कोयले के गंदगी से एनटीपीसी कंपनी और साईडिंग के ठेकेदार विधायक मनीष जायसवाल ने बर्बाद कर दिया। रैयतों ने कहा कि रोजगार के नाम पर और क्षेत्र विकास के नाम पर रैयतों ने अपनी जमीन रेलवे को दिया था, लेकिन जब शिवपुर-हजारीबाग टाउन स्टेशन की परियोजना रद्द कर दी गई, तब एनटीपीसी के निर्देशानुसार विधायक मनीष जायसवाल और सुनील सिन्हा के इशारों पर जमीन लूटने का खेल बानादाग में प्रारंभ हुआ। जिसका मुआवजा भी अब तक भुगतान नहीं किया गया है। रैयतों ने कहा कि 4 अक्टूबर 2021 तक हमारी 21 सूत्री मांगों पर कंपनी और उसके सहयोगी विचार नहीं करता है तो रेल रोका, कोयला ट्रांसपोर्टिंग सहित सभी कार्य ठप कर दिया जायेगा। यह आंदोलन अनवरत जारी रहेगा। प्रेसवार्ता में मुख्य रूप से जिप सदस्य प्रियंका कुमारी, मुखिया उदय साव, समाजसेवी मुन्ना सिंह, सुधीर कुमार, राजू राम, आशा देवी, झरी प्रजापति, प्रभु कुमार सहित प्रभावित, रैयत, किसान और सैकड़ो ग्रामीण मौजूद थे। फोटो कैप्सन - हैजपी - ----------------------------------- साईडिंग में ट्रांसपोर्टिंग के कार्य रहे कंपनी के डायरेक्टर है विधायक और उनके पुत्र: सदर विधायक मनीष जायसवाल के पुत्र की कंपनी शर्मिता इंफ्रा प्राईवेट लिमिटेड साईडिंग में कोयला टांसपोर्टिंग की कार्य करती है। ग्रामीणों ने बताया और लिखित प्रमाण दिखाया, जिसमें शर्मिता इंफ्रा प्राईवेट लिमिटेड कंपनी के निदेशक विधायक के पुत्र करण जायसवाल है। उनके साथ विधायक और एक अन्य व्यक्ति विकास कुमार अग्रवाल भी शामिल है। जिन्होने रैयतों को बहला-फुसला कर जमीन रजिस्ट्री कराया और अब उन्हें लात मारने का कार्य कर रहे है। ------------------------------------------ 1200 रूपये डिसमिल जमीन की रेलवे ने की थी खरीदारी, शेष जमीन एनटीपीसी ने किया अधिग्रहण: शिवपुर से जब हजारीबाग रेलवे लाईन को जोड़ने के लिए रेलवे ने जमीन अधिग्रहण किया, तब प्रति डिसमिल 1200 रूपये मुआवजा दिया। जिसके बाद रेलवे ने जमीन एनटीपीसी को हस्तांतरण कर दिया और अब ठेकेदारी प्रथा चला रहे विधायक के इशारों पर जरबन रैयती और गैर-मजरूआ जमीन पर साईडिंग का विस्तार किया जा रहा है। --------------------------------------- विधायक के इशारों पर प्रशासन करती है गुंडागर्दी: जब रैयत बानादाग साईडिंग में अपने हक और अधिकार के लिए आंदोलन करती है, तब विधायक के इशारों पर पुलिस रैयतों को झूठा केस में फंसा देती है और उनके आंदोलन को भंग करने का प्रयास किया जाता है। मामले को लेकर नीचे से लेकर उपर तक सभी बड़े पदाधिकारी और राज्य सरकार को आवेदन दिया है, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। --------------------------------------- हरे फसल हो गये बर्बाद, जमीन हो रहा है बंजर: रैयतों ने कहा कि कोयला साईडिंग के विस्तार से हरे फसल लगातार काले पड़ रहे है। कुंए का पानी काली नजर आती है, जिसके सेवन करने से बीमार हो रहे है। कोयले की डस्ट इतनी खराब होती है जिससे आसपास के जमीन भी बंजर हो रहे है। उस पर खेती करने असंभव सा महसूस होता है। साईडिंग से डस्ट को रोकने के लिए दीवार भी नहीं है और न ही कभी पानी का छिड़काव किया जाता है। मजदूरों के नहीं है कंपनी का लिखित दस्तावेज: बानादाग साईडिंग में छोटे तौर पर कार्य कर रहे मजदूरों के पास कोई प्रमाण पत्र नहीं है। न ही उन्हें कंपनी में काम करने के लिए कोई ज्वाईनिंग लेटर दिया गया है। जिससे उनकी मौत पर कंपनी और उसके सहयोगी ठेकेदार अपना पल्ला झाड़ लेते है। जबकि स्थानीय लोगों को साईडिंग में बद से बदत्तर कार्य कराया जाता है, जैसे वह व्यक्ति मानव नहीं, बल्कि जानवर हो। दिव्य रश्मि ! धर्म, राष्ट्रवाद , राजनीति , समाज एवं आर्थिक जगत की खबरों का चैनल है | जनता की आवाज़ बनने के उदेश्य से हमारे सभी साथी कार्य करते है अत: हमारे इस मुहीम में आप के साथ की आवश्यकता है |हमारे खबरों को लगातार प्राप्त करने के लिए हमारे चैनल को सबस्क्राइब करना न भूले और बेल आइकॉन को अवश्य दबाए | खबर पसंद आने पर👉 हमारे "चैनल" को Subscribe, वीडियो को Like 👍 & Share↪ , जरुर करें चैनल को सब्सक्राइब करें खबर को शेयर जरूर करें Facebook : https://ift.tt/3dbFiJU Twitter https://twitter.com/DivyaRashmi8 instagram : https://ift.tt/35ARrp0 visit website : https://ift.tt/3d6mwRK
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