काटी कन्नी
--:भारतका एक ब्राह्मण.
संजय कुमार मिश्र"अणु"
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अमरिंदर ने काटी कन्नी।
देखो आया पाजी चन्नी।१।
रुपये का जब भाव गीरा,
लगी उछलने खूब चवन्नी।२।
निलहे नाच रहे हैं देखो,
और साथ में अब्दुल गन्नी।३।
खुश है थैली के चट्टे-बट्टे ,
अपने सर पे डाल के पन्नी।४।
चाय-वाय का है उपाय यह,
छान"अणु" लगाकर छन्नी।५।
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वलिदाद,अरवल(बिहार)८०४४०२.
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