Advertisment1

यह एक धर्मिक और राष्ट्रवादी पत्रिका है जो पाठको के आपसी सहयोग के द्वारा प्रकाशित किया जाता है अपना सहयोग हमारे इस खाते में जमा करने का कष्ट करें | आप का छोटा सहयोग भी हमारे लिए लाखों के बराबर होगा |

घर-घर दीप जलाना है

घर-घर दीप जलाना है 

              उषा श्रीवास्तव 'किरण '

आज अयोध्या में खुशियाली 
हिल-मिल के खुशी मनाना है, 
सिया राम जी का बना सिंघासन 
घर-घर दीप जलाना है  ।

इतनें दिनों तक तम्बू में 
राम-लला जी बैठे हैं, 
हम अपने भगवान के लिए 
सिंघासन बनाबाये  हैं  ।

सिया-राम जी का बना सिंघासन 
घर-घर दीप,,,,,,,,,,,,,,,

सावन बडा सुहावन मौसम 
भगवान को अपने झुलाना है,
चांदी का झूला बनबाये 
रेशम डोर की डोर लगाना है  ।

आज अयोध्या में खुशियाली 
हिल-मिल के खुशी मनाना है, 
सिया-राम जी का बना सिंघासन 
घर-घर दीप जलाना है  ।

मुजफ्फरपुर, बिहार  ।
दिव्य रश्मि केवल समाचार पोर्टल ही नहीं समाज का दर्पण है |www.divyarashmi.com

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ