Advertisment1

यह एक धर्मिक और राष्ट्रवादी पत्रिका है जो पाठको के आपसी सहयोग के द्वारा प्रकाशित किया जाता है अपना सहयोग हमारे इस खाते में जमा करने का कष्ट करें | आप का छोटा सहयोग भी हमारे लिए लाखों के बराबर होगा |

बदलते चेहरे

बदलते चेहरे

 बदलते  वक्त की नज़ाकत 
को समझते हैं हम
 जिससे कभी गले लगा करते थे
 वह आज अजनबी है मेरे लिए ,
 कभी जिसके दीदार को तरसते थे हम
 आज उसकी अक्स को भी अनदेखा कर दिया,
 तेरे उस बदले हुए चेहरे ने
 मेरी जिंदगी बदल दी जालिम
 वफ़ा  की मिसाल थे कभी हम
 तेरे बदलते चेहरे ने
 बेवफाई की मिसाल बना डाला।
 धन्यवाद 
अंशु तिवारी पटना
दिव्य रश्मि केवल समाचार पोर्टल ही नहीं समाज का दर्पण है |www.divyarashmi.com

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ