विश्व हिन्दू परिषद् के केन्द्रीय कार्याध्यक्ष श्री आलोक कुमार का पटना के पत्रकार वार्ता में दिया गया वक्तव्य

विश्व हिन्दू परिषद् के केन्द्रीय कार्याध्यक्ष श्री आलोक कुमार का पटना के पत्रकार वार्ता में दिया गया वक्तव्य


पटना, 01 जनवरी। विश्व हिन्दू परिषद् के केन्द्रीय कार्याध्यक्ष श्री आलोक कुमार ने आज पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि अयोध्या में रामजन्मभूमि मंदिर का निर्माण किसी एक मंदिर का निर्माण मात्र नहीं बल्कि, हिन्दू चेतना के पुनर्जागरण का अभियान है। इस अभियान से ही देश के कई दुर्गुणें समाप्त होंगी और भारत विश्व गुरू बन पायेगा। देश के 5.25 लाख गांव और 13 करोड़ परिवारों का सहयोग भी इस अभियान को मिलेगा। बिहार में 35 हजार गांव और 1.5 करोड़ परिवारों के साथ 7.5 करोड़ हिन्दू भक्तों तक पहुंचने की उम्मीद है। 

बिहार में इस अभियान को गति देने के लिए श्रीरामजन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ने बिहार में प्रख्यात चिकित्सक पद्मश्री डाॅ. आर. एन. सिंह के अध्यक्षता में श्रीराममंदिर निर्माण निधि समर्पण समिति का गठन किया है। यह पूरा अभियान पूज्य जीयर स्वामी एवं अन्य संतों के निर्देश में गठित मार्गदशर्क समिति द्वारा किया जायेगा। मंदिर निर्माण के लिए 10 रूपये, 100 रूपये और 1000 रूपये के कूपन छपाये गये हैं। 2000 रूपये से अधिक दान रसीद के माध्यम से प्राप्त किया जायेगा। 2000 रूपये से अधिक मंदिर निर्माण में सहयोग देने वालों को आयकर अधिनियम की धारा 80जी का लाभ मिलेगा। 

प्रत्येक संग्रह टोली में पांच स्वयंसेवक होंगे। वे जमाकर्ता को रोज इसकी रिपोर्ट देंगे। 48 घंटे के अंदर सभी जमा राशि तीर्थक्षेत्र के बैंक खाते में जमा कर दी जायेगी। प्रत्येक जमाकर्ता के पास भारतीय स्टेट बैंक, बैंक आॅफ बरौदा और पंजाब नेशनल बैंक के तीन बैंकों में से एक के निकटतम शाखा का पंजीकृत कोड होगा। धन संग्रह में पूरी पारदर्शिता बरती जायेगी। 

विश्व हिन्दू परिषद् ने निर्णय लिया है कि श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास के सहयोग हेतु हिन्दू समाज से अंशदान लिया जायेगा। प्रारंभ में विहिप ने लगभग 4 लाख गांव और 11 करोड़ परिवार के सहयोग से अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि मंदिर एवं अन्य सुविधाओं के निर्माण का लक्ष्य रखा था। लेकिन, अब देश के 5.25 लाख गांव और 13 करोड़ परिवारों तक पहुंचने का लक्ष्य रखा गया है। 

मंदिर निर्माण का कार्य लार्सन एंड टूब्रो कंपनी द्वारा किया जा रहा है। मंदिर निर्माण के अभियंता टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेस के होंगे। आईआईटी मुंबई, आईआईटी दिल्ली, आईआईटी चेन्नई, आईआईटी गुवाहाटी, सीबीआरआई रूड़की, लाॅर्सन एंड टूब्रो के अभियंता फाउंडेशन ड्राइंग पर काम कर रहे हैं। पूरा मंदिर पत्थर के खंडों का होगा। 

मंदिर का कुल क्षेत्रफल 2.7 एकड़ होगा। इसका निर्माण क्षेत्र 47 हजार 400 वर्गफुट है। मंदिर की लंबाई 335 फीट के साथ 360 फीट होगी। मंदिर की संरचना तीन मंजिली होगी। इसमें पांच मंडप भी होंगे। भूतल पर काॅलम की संख्या 160, प्रथम तल पर 132 और द्वितीय तल पर 74 होगी। 

उम्मीद है कि 2024 तक श्रीराम लला मुख्य मंदिर के गर्भगृह में स्थापित हो जायेंगे और भक्तों को भव्य मंदिर में दर्शन के लिए आमंत्रित किया जायेगा। 
मंदिर के साथ अंतर्राष्ट्रीय स्तर का पुस्तकाल, अभिलेखागार, संग्रहालय, शोध केन्द्र, यज्ञशाला, वेदपाठ शाला, सत्संग भवन, प्रसाद वितरण केन्द्र, रंगभूमि, धर्मशाला, प्रदर्शनी एवं कई अन्य सुविधाएं भी होंगी। विहिप का विश्वास है कि यह केवल एक और मंदिर का अभियान नहीं है बल्कि यह हिन्दू नवचेतना के जागरण का अभिायान है। इससे समाज की कई दुर्गुणें इस अभियान से ऊंच-नीच, गरीबी, स्वास्थ्य, शिक्षा और कौशल की कमियां दूर होंगे। इससे ही महिलाओं की गरिमा पुनः बहाल होंगी और आतंकवाद का दंश विश्व से समाप्त होगा। ‘सर्वे भवंतु सुखिनः’ का वैदिक लक्ष्य प्राप्त कर सभी सुखी, स्वस्थ और वेदभाव से मुक्त होगा। सभी सुखी होंगे और कोई दुःखी नहीं होगा। विश्व हिन्दू परिषद् मानता है कि यह हिन्दुओं का वैश्विक अभियान है और वह इसे प्राप्त करने के लिए आश्वस्त है। संवोधित करते हुए विश्व हिन्दू परिषद के अंतर्राष्ट्रीय कार्याध्यक्ष अधिवक्ता आलोक कुमार ने कहाकि लगभग पांच सौ वर्षो के संघर्ष के उपरांत हमें यह सौभाग्य मिला है इसे हम वैसे ही नहीं गवायेंगे | भगवान श्री राम मंदिर का निर्माण सरकार से पैसा लेकर हम नहीं करेंगे वल्कि भारत के सभी राम भक्त इसमें सहयोग करेंगें | श्री राम जन्मभूमि मंदिर का निर्माण हिन्दू समाज के द्वारा धन संग्रह कर किया जायेगा इसके लिए बिहार में श्री राम जन्मभूमि मन्दिर निर्माण निधि समर्पण समिति का गठन किया गया है | 
श्री राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण निधि समर्पण समिति बिहार प्रदेश के कार्यकारिणी की सूची जारी की गई बिहार कार्यकारिणी के अध्यक्ष के तौर पर पदम श्री डॉक्टर रविंद्र नारायण सिंह , उपाध्यक्ष श्री विजय जायसवाल ,श्री कृष्ण देव सेवानिवृत्त पुलिस अधिकारी एवं आरबीआई अधिकारी राजकुमार सिन्हा के नामों को घोषित किया गया | प्रमुख प्रतिष्ठित उद्यमी व सामाजिक कार्यकर्ता डॉ मोहन सिंह को मंत्री बनाया गया | पेट्रोलियम प्रोडक्ट के होलसेलर परशुराम कुमार को सह मंत्री बनाया गया | व्यवसाई राज किशोर सिंह को भी सह मंत्री बनाया गया | कार्यसमिति सदस्यों में प्रमुख है पद्मश्री विमल जैन , श्री विनय सिन्हा , अरुण ओझा ,डोमा सिंह खरवार, महेंद्र पाल ढिल्लन, राजेंद्र प्रसाद , मनीष कुमार , श्वेता कुमारी , अस्मिता कुमारी , डॉक्टर गिनी जयसवाल , जयमंगल पासवान , गोपाल त्रिवेदी , डॉक्टर पी के सिंह , संजय जयसवाल , विद्याविहार विद्यालय के श्री रमेश मिश्रा , पूर्व भिसी श्री रिपुसूदन श्रीवास्तव , रामचंद्र झा , रामचंद्र राम ,सुमन देवी, गंगा डेयरी के चेयरमैन अखिलेश कुमार, पूर्व डीआईजी राजेंद्र चौधरी, रंजन कुमार, रमन द्विवेदी, जिवेशवर मिश्रा, कामेश्वर चौपाल कामेश्वर चौपाल जी श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र केन्यासी हैं, कैप्टन दिलीप सिन्हा बंगाली समाज के पदाधिकारी हैं , आई एम ए के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद सिंह और पूर्व वीसी रास बिहारी जी को प्रमुख सदस्य बनाया गया है | 
श्री राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण निधि समर्पण समिति बिहार प्रदेश के मार्गदर्शन मंडल में बक्सर से पूज्य जीयर स्वामी जी , बक्सर से ही पूज्य राजाराम बाबा , पूज्य अन्जेशानन्द सरस्वती जी सासाराम से हैं स्वामी र्न्गानाथाचार्य कैमूर से , पूज्य स्वामी अंग्वान्न्द जी महाराज नवगछिया से पूज्य स्वामी रमाशंकर शास्त्री जी वैशाली से स्वामी कृपा दास जी इस्कॉन पटना से , साध्वी लक्ष्मी माता पायलट बाबा आश्रम सासाराम से , पूज्य प्रज्ञा जी विरायतन राजगीर से रेखा हेमरोम साफा गुरु, पंडित चंद्रभूषण मिश्रा पटन देवी मंदिर पटना और ब्रह्म टेंपल राजगीर को प्रमुख्य मार्गदर्शक मंडल में सम्मिलित किया गया है | इन सभी सदस्यों के मार्गदर्शन में निधि का संग्रह किया जायेगा | निधि संग्रह के लिए सम्पूर्ण भारत में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, पंजाब नेशनल बैंक एवं बैंक ऑफ बड़ोदा के शाखाओ में आगामी १४ जनवरी से कूपन प्राप्त होने लगेंगे |
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