मुख्यमंत्री के समक्ष ग्रामीण विकास विभाग का प्रस्तुतीकरण

मुख्यमंत्री के समक्ष ग्रामीण विकास विभाग का प्रस्तुतीकरण 


मुख्यमंत्री के निर्देश - 
  • महिलाओं को छोटे उद्यम के कार्यों में और प्रषिक्षित किया जाय, जिससे उनकी और भागीदारी बढ़े। 

  •  जीविका दीदियों के माध्यम से मद्य निषेध कार्य के लिये लोगों को प्रेरित करें। 

  •  वैसे वंचित परिवार जिन्हें किसी योजना का लाभ नहीं मिल रहा है, उन्हें चिहिन्त कर सतत् जीविकोपार्जन योजना का लाभ दिलायें। 

  •  मत्स्य पालन कार्य के लिये जीविका दीदियों को प्रेरित किया जाय। 

  •  सभी जिला अस्पतालों के कैंटीन में भोजन का प्रबंधन जीविका दीदियों के माध्यम से करायी जाय। 
पटना, 01 जनवरी 2021:- मुख्य सचिवालय स्थित मुख्यमंत्री कार्यालय कक्ष में आज मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार के समक्ष ग्रामीण विकास विभाग ने जीविका से संबंधित प्रस्तुतीकरण दिया। ग्रामीण विकास विभाग के सचिव श्री बाला मुरूगन डी0 ने अपने प्रस्तुति में जीविका की उपलब्धियों के संबंध में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने स्वयं सहायता समूहों का गठन, समूह एवं संघों का सुदृढ़ीकरण, वित्तीय व्यवस्थाओं के संबंध में जानकारी दी। प्रस्तुतीकरण में जीविका समूह के द्वारा आजीविका के लिये किये जा रहे कार्यों, पषुधन गतिविधियाॅ, दुग्ध उत्पादन, मुर्गीपालन, मधुमक्खी पालन तथा गैर कृषि आजीविका कार्य की जानकारी दी गयी। 

प्रस्तुतीकरण के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वयं सहायता समूहों के गठन से महिलाओं में जागृति आयी है। जीविका दीदियों के आर्थिक गतिविधियांे से जुड़ने से परिवार की आमदनी बढ़ी है। जीविका दीदियों द्वारा काॅन्ट्रैक्ट फार्मिंग, दुग्ध उत्पादन कार्य, मधुमक्खी पालन, मुर्गी पालन, बकरी पालन जैसे कार्य बेहतर ढ़ंग से किये जा रहे हैं। छोटे उद्यम में भी महिलाओं की भागीदारी बढ़ी है। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि दस लाख स्वयं सहायता समूह बनाने का लक्ष्य प्राप्त कर लिया गया है। स्वयं सहायता समूह की संख्या को और बढ़ायें। उन्होंने कहा कि महिलाओं को और प्रषिक्षित किया जाय, जिससे उनकी भागीदारी छोटे उद्यम में बढ़े। जीविका दीदियों के माध्यम से मद्य निषेध कार्य के लिये लोगों को प्रेरित करें। उन्होंने कहा कि वैसे वंचित परिवार जिन्हें किसी योजना का लाभ नहीं मिल रहा है, उन्हें चिहिन्त कर सतत् जीविकोपार्जन योजना का लाभ दिलायें। नीरा के उपयोग को और बढ़ावा देने की जरूरत है। जीविका दीदियों को बीमा के लिये योजना बनायी जाय। सभी जिला अस्पतालों के कैंटीन में भोजन का प्रबंधन जीविका दीदियों के माध्यम से करायी जाय। मत्स्य पालन के कार्य से जुड़ने के लिये जीविका दीदियों को प्रेरित एवं प्रषिक्षत किया जाय। बैठक में मुख्य सचिव श्री दीपक कुमार, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री चंचल कुमार, प्रधान सचिव ग्रामीण विकास विभाग श्री अरविंद कुमार चैधरी, मुख्यमंत्री के सचिव श्री मनीष कुमार वर्मा, मुख्यमंत्री के सचिव श्री अनुपम कुमार, मुख्यमंत्री के विषेष कार्य पदाधिकारी श्री गोपाल सिंह सहित ग्रामीण विकास विभाग के अन्य वरीय पदाधिकारी उपस्थित थे। 
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