बिहार में गुरुवार को कोरोना मरीजों की संख्या दो लाख पार कर गई। दो लाख का आंकड़ा पार करने में 207 दिन लगे हैं। शुरुआती 10 हजार संक्रमितों की संख्या पार करने में 102 लगे थे। जबकि, अगला 90 हजार मिलने में 45 दिन ही लगे हैं। वहीं एक लाख से दो लाख संक्रमित की संख्या पहुंचने में 61 दिन का समय लगा।

राहत की बात यह है कि दुनिया में कोरोना को हराने में बिहारी नंबर वन पर हैं। एक लाख से अधिक मरीजों वाले देश-राज्यों में बिहार का रिकवरी रेट सर्वाधिक है। हमारी रिकवरी दर 94.21% है। जो राष्ट्रीय औसत से 7% अधिक है। राज्य में अब तक 201825 संक्रमित मिले हैं। इनमें 187998 स्वस्थ हो चुके। अब एक्टिव मरीज 10583 बचे हैं। यानी कोरोना से जंग में हम जीत की ओर बढ़ रहे हैं।

अभी सतर्क रहें: मुख्यमंत्री
अभी सावधान रहें, डरने की जरूरत नहीं है। बिहार में रिकवरी रेट बढ़ रही है। मृत्यु दर भी देश में 1.5% और बिहार में 0.5% है।
चुनाव, दुर्गापूजा, दीवाली और छठ... अगला एक महीना काफी चुनौतीपूर्ण
काेराेना के माेर्चे पर बिहार को अब तक बड़ी कामयाबी हासिल हुई है। बड़े पैमाने पर प्रवासी श्रमिकों के आगमन के बाद कहा जा रहा था कि स्थिति बिगड़ सकती है। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत से हमारे संवाददाता कैलाशपति मिश्र ने जाना कि क्या है उनकी रणनीति? आगे क्या हैं चुनाैतियां? पढ़िए प्रमुख अंश:-
सवाल. बिहार में कोरोना को कंट्रोल करने का क्या फार्मूला है?
जवाब:जांच की संख्या बढ़ाई। संदिग्ध को आइसोलेट किया गया। मरीज घर पर हों या अस्पताल में उनकी मॉनिटरिंग की जाती है। बड़े पैमाने पर जागरूकता अभियान चलाया। मैं खुद प्रतिदिन सिविल सर्जन व डिस्ट्रिक्ट प्रोजेक्ट मैनेजर से बात करता हूं। बिहार रिकवरी रेट में आज नंबर वन हैै। यह सफलता टीम वर्क के कारण मिली है।
सवाल: आगे चुनाव के साथ त्योहार भी है, इससे कैसे निपटेंगे?
जवाब: अगला एक महीना सही मायने में चुनौतीपूर्ण है। चुनाव की प्रक्रिया चल रही है। इसी बीच दुर्गापूजा, दिवाली व छठ भी है। थोड़ी सी लापरवाही भारी पर सकती है। इसलिए लोगों से आग्रह है कि मास्क पहनें व सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें। रैलियां होेंगी, प्रचार चलेगा, ऐसे में पार्टियों से भी आग्रह है कि वे मास्क व सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने की अपील करें। त्योहार में बाहर से लोग आएंगे, उनकी टेस्टिंग की रणनीति बनाई जा रही है।
सवाल: क्या चुनाव से कोरोना संक्रमण बढ़ने की आशंका है?
जवाब: काेविड गाइडलाइन का पूरी तरह पालन करते हुए चुनाव करवाने का निर्देश चुनाव आयोग ने दिया है। इसके तहत सारी तैयारियां की जा रही हैं। पोलिंग कर्मियों व सुरक्षा में लगे जवान के लिए सुरक्षा किट जीविका दीदी तैयार कर रही हैं।
एक्सपर्ट व्यू: बिहारियों की इम्युनिटी बेहतर, इसलिए रेट ऐसा
बिहार के लोगों की इम्युनिटी बढ़िया है। इस वजह से रिकवरी रेट बेहतर है। इम्युनिटी मजबूत हाेने का कारण यह है कि यहां के लाेग जड़ी-बूटियों का भी सेवन करते हैं। साथ ही बचपन सेे इतनी बीमारियों का सामना करते हैं कि उनमें इम्युनिटी तैयार हो जाती है। दूसरा कारण यहां वायरस का स्ट्रेन अलग होना हाे सकता है। क्याेंकि, महाराष्ट्र में जो स्ट्रेन था वह गुजरात में अलग था। तीसरा कि बीसीजी का बचपन में जिनको टीका पड़ चुका है, वे ज्यादा सुरक्षित हों।
हमारे एक्सपर्ट: डॉ. गोपाल प्रसाद सिन्हा, डॉ. विजय प्रकाश, पद्मश्री डॉ. आरएन सिंह
भास्कर विचार: अभी सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क अपनाए रखें
बिहार में कोरोना से लड़ाई अब अंतिम दौर में है। हमने अब तक इसका मुकाबला सफलता से किया है। दुनिया में हमारा रिकॉर्ड सबसे बेहतर है। लेकिन अभी खतरा पूरी तरह टला नहीं है। जब तक वैक्सीन नहीं आ जाती तब तक हमें सोशल डिस्टेंसिंग यानी दो गज दूरी और मास्क का अनिवार्य तौर पर इस्तेमाल करना पड़ेगा। क्योंकि, अभी मास्क ही वैक्सीन है। यही जीत का मंत्र भी।
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source https://www.bhaskar.com/local/bihar/news/bihar-has-the-highest-recovery-rate-of-9421-from-all-country-states-only-10583-active-cases-here-127818247.html

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