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सेनेटाइजर के नाम पर दिल्ली से कूरियर से मंगवाई 3.72 लाख की शराब, दो गिरफ्तार

शराब के धंधेबाज अब सेनेटाइजर के नाम पर अपना खेल शुरू कर चुके हैं। उत्पाद विभाग की टीम ने ऐसे ही एक धंधेबाज गिरोह का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने दो शातिरों को 19 कार्टन में रखी 372 बोतल विदेशी शराब और एक पिकअप के साथ गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्त में आया शातिर अभिषेक पूर्णिया का रहने वाला है और मोहन मीठापुर का है और पिकअप का चालक है।

पूछताछ में खुलासा हुआ कि दिल्ली से सेनेटाइजर के नाम पर शराब बुक हुई थी जिसे पटना में पिकअप पर लादकर सुपौल के त्रिवेणीगंज भेजना था। मामले में उत्पाद विभाग की टीम ने रोहन, अभिषेक, मोहन सहित 10 लोगों पर केस दर्ज किया है। सहायक उत्पाद आयुक्त प्रह्लाद ने कहा कि हमारे इंस्पेक्टर शैलेंद्र को सूचना मिली थी जिसके बाद रेकी कर टीम ने रेड किया।

गिरोह का सरगना रोहन है। दिल्ली के महिपालपुर से इसी ने शराब की खेप सेफ एक्सप्रेस कंपनी की कूरियर से पटना भेजा था। कूरियर कंपनी की रसीद पर सेनेटाइजर लिखा हुआ है। इस बावत उत्पाद विभाग की टीम दिल्ली पुलिस को भी सूचना देगी। जरूरत पड़ने पर एक टीम जांच के लिए दिल्ली भी जा सकती है। वहीं पटना में मालसलामी थाना इलाके के करमलीचक में जिस सेंटर पर माल उतरा वह भी जांच के घेरे में है। इंस्पेक्टर शैलेंद्र की मानें तो रोहन ही गिरोह का सरगना है। वह अपने तीन चार साथियों के साथ मिलकर शराब तस्करी का धंधा कर रहा है।

15 को भी आई थी खेप, कई जिलों में डिलीवरी
सेनेटाइजर और प्रेस लिखी गाड़ी के नाम पर यह गिरोह शराब की तस्करी कर रहा है। जिस पिकअप से शराब जब्त हुआ है उस पर एक अखबार का नाम लिखा हुआ है। सूत्रों की मानें तो इसी गिरोह ने 15 अगस्त को लगभग पांच लाख की खेप पटना में मंगवाया था। यहां से अभिषेक ने ही रिसीव किया और उसे कोशी के इलाके में भेजा था। अभिषेक ने पूछताछ में कहा कि खेप को कई जिलों में भेजा जाता है। इसके लिए तीन पिकअप रखा गया है।

अभिषेक बोला- नौकरी करते हैं, दस हजार मिलता है
गिरोह में कई बड़े शातिर शामिल है। ये शातिर सुपौल, मधेपुरा, सीतामढ़ी सहित कई जिले के हैं। खुलासा हुआ कि गिरोह के दो तीन शातिर दिल्ली में ही रहते हैं। जैसे ही बिहार से माल का डिमांड जाता है। वहां से कुरियर के माध्यम से सेनेटाइजर के नाम पर शराब भेजा जाता है। यहां उसी खेप को अभिषेक रिसीव करता है और संबंधित जिले भेज देता है। अभिषेक ने कहा कि वह 10 हजार प्रति माह की नौकरी करता है। वहीं चालक मोहन आठ हजार प्रतिमाह के वेतन पर है। हालांकि दोनों को पता था कि दिल्ली से सेनेटाइजर नहीं शराब की खेप आ रही है।



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शराब की खेप के साथ गिरफ्तार शातिर।


source https://www.bhaskar.com/local/bihar/patna/news/372-lakh-liquor-ordered-from-delhi-courier-in-the-name-of-sanitizer-two-arrested-127626389.html

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